Saurabh Bhardwaj का हमला, ‘दिल्ली में 80 में से 100 लोग ठगी का शिकार’
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार के मंत्री Saurabh Bhardwaj ने हाल ही में राजधानी दिल्ली में बढ़ती कानून-व्यवस्था की समस्या पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने उपराज्यपाल विनय सक्सेना पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि वे केवल चुनी हुई सरकार पर नज़र रखते हैं और उसमें हस्तक्षेप करते हैं, लेकिन अपने कर्तव्यों को निभाने में लापरवाह हैं।
Saurabh Bhardwaj का कहना है कि दिल्ली में कानून-व्यवस्था की स्थिति पहले कभी इतनी खराब नहीं रही। उन्होंने बताया कि यदि कोई व्यापारी का पार्टी में जाता है, तो वह पाएगा कि 80 में से 100 लोग किसी न किसी प्रकार की ठगी का शिकार हो चुके हैं। लोगों में गुंडों का डर इस हद तक बढ़ गया है कि वे सामान्य जीवन जीने में भी असमर्थ हैं।
कानून-व्यवस्था की स्थिति
Saurabh Bhardwaj ने यह भी कहा कि दिल्ली में मौजूदा कानून-व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक है। उन्होंने यह सवाल उठाया कि उपराज्यपाल, जिनका काम कानून-व्यवस्था की देखरेख करना है, वे हर दिन चुनी हुई सरकार के बारे में टिप्पणी करते हैं, लेकिन पुलिस थानों की स्थिति का निरीक्षण नहीं करते।
उन्होंने कहा, “दिल्ली में 209 पुलिस स्टेशन हैं। उपराज्यपाल को हर दिन कम से कम एक थाने का निरीक्षण करना चाहिए। लेकिन वे ऐसा क्यों नहीं करते?” इससे स्पष्ट होता है कि उन्हें नागरिकों की सुरक्षा की कोई चिंता नहीं है।
गुंडागर्दी का बढ़ता आतंक
Saurabh Bhardwaj ने कहा कि पिछले कुछ समय में गुंडागर्दी की घटनाओं में इजाफा हुआ है। व्यापारी वर्ग के लोग खुलेआम कह रहे हैं कि उन्हें अपने व्यवसाय में सुरक्षा का भरोसा नहीं है। गुंडों का आतंक इतना बढ़ गया है कि लोग अब किसी भी सार्वजनिक स्थान पर जाने से पहले सोचने पर मजबूर हो जाते हैं।
उपराज्यपाल की भूमिका
उपराज्यपाल विनय सक्सेना पर सवाल उठाते हुए Saurabh Bhardwaj ने कहा कि वे PWD और MCD के कामों का निरीक्षण करने के लिए जाते हैं और फोटो खींचते हैं, लेकिन कानून-व्यवस्था की समस्या पर उनकी कोई प्रतिक्रिया नहीं होती। यह उनकी जिम्मेदारी है कि वे जनता की सुरक्षा के लिए कदम उठाएं, लेकिन वे केवल राजनीतिक बयानबाजी में व्यस्त हैं।
जनता की प्रतिक्रिया
इस पूरे मामले पर जनता की भी विभिन्न प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कई लोगों का मानना है कि उपराज्यपाल का ध्यान कानून-व्यवस्था की समस्याओं की ओर नहीं है, जबकि उनकी प्राथमिकता नागरिकों की सुरक्षा होनी चाहिए। दिल्ली में आम लोगों का कहना है कि वे सरकार से बेहतर सुरक्षा की अपेक्षा करते हैं और इसे सुनिश्चित करने में उपराज्यपाल की महत्वपूर्ण भूमिका होनी चाहिए।
प्रशासनिक सुधार की आवश्यकता
Saurabh Bhardwaj का यह बयान इस बात को दर्शाता है कि दिल्ली में प्रशासनिक सुधार की आवश्यकता है। नागरिकों को सुरक्षा का भरोसा दिलाना और गुंडागर्दी पर रोक लगाना जरूरी है। इसके लिए उपराज्यपाल को अपने कर्तव्यों का गंभीरता से निर्वहन करना होगा और जनता की समस्याओं पर ध्यान देना होगा।