सरकार को कोल्ड ड्रिंक की बोतल पर भी सिगरेट तंबाकू की तरह चेतावनी छपवानी चाहिए: डॉ. अर्चिता
सत्य ख़बर, गुरुग्राम,सतीश भारद्वाज:
डॉ अर्चिता महाजन न्यूट्रीशन डाइटिशियन एवं योगा टीचर नॉमिनेटेड फॉर पद्मा भूषण राष्ट्रीय पुरस्कार और पंजाब सरकार द्वारा सम्मानित ने प्रेस के नाम जारी बयान में कहा कि सबको पता होता है की 2 लीटर की कोल्ड ड्रिंक की बोतल में लगभग 250 ग्राम शुगर होती है। और किसी भी एक स्वस्थ व्यक्ति को पूरे दिन में 6 चम्मच से ज्यादा चीनी नहीं लेनी चाहिए। परंतु फिर भी हम कोल्ड ड्रिंक तब तक पीते हैं जब तक डायबिटीज का लेवल 400 पार नहीं कर जाता। याद रखना एक बार डायबिटीज होने पर दवाई तो आप खा लोगे परंतु उसके साइड इफेक्ट से नहीं बच पाओगे ।ये सभी दवाएं खून में इंसुलिन का स्तर बहुत अधिक बढ़ा देती हैं। इंसुलिन की इतनी मात्रा होने से, खून बहुत गाढ़ा हो जाता है। शरीर में बड़ी मात्रा में इंसुलिन होने से उसे भारी नुकसान पहुंचता है। यह जिगर, गुर्दे और मल उत्सर्जन वाले अन्य अंगों को लगभग नष्ट कर देती है। गाढ़ेपन और काम में इंसुलिन पेट के एसिड की तरह होती है। सोचिए अगर पेट का एसिड आपके आंतरिक अंगों में भर जाए तो क्या होगा। वे एसिड से जल जाएँगे !इंसुलिन का बढ़ा हुआ स्तर, कोशिकाओं को नष्ट करके, उन्हें असामान्य रूप से विभाजित करने लगता है, और यही ऑन्कोलॉजी है। इस वजह से, आंकड़ों के अनुसार, डायबिटीज के 28% मरीज़ों में कैंसर विकसित हो जाता है।
इसके अलावा, इंसुलिन की बड़ी मात्रा रक्त वाहिकाओं में कोलेस्ट्रॉल के तेजी से जमने का कारण बनती है, क्योंकि इंसुलिन के कारण गाढ़े हो गए खून का बहाव धीमा हो जाता है। जिसकी वजह से, रक्त वाहिकाएँ कोलेस्ट्रॉल से भर जाती हैं, जिसके कारण रक्तचाप बढ़ जाता है। डायबिटीज के 98% मरीज़ उच्च रक्तचाप से पीड़ित होते हैं। और उनमें हृदय प्रणाली की कई अन्य समस्याएं पैदा हो जाती हैं।