गुरुग्राम पुलिस का जागरुकता अभियान चलाना धरातल से कोसों दूर, दबंग रसूखदार लोगों के आगे नतमस्तक ?
सत्य ख़बर,गुरुग्राम,सतीश भारद्वाज :
गुरुग्राम पुलिस ने काफी समय से जिले में साइबर क्राइम, नशे,ट्रैफिक के बारे में जगह-जगह स्कूल, कॉलेज, फैक्ट्री, सोसाइटीज़ में जाकर जागरूकता शिविर चला कर लोगों को साइबर क्राइम बचाव व नशे से दूर रहने के लिए जागरूक कर रही है। लेकिन फिर भी जिले से क्राइम कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है, आए दिन किसी न किसी क्षेत्र से इस तरह की खबरें आती ही रहती है। जिसपर जिले वासियों में आम चर्चा है कि पुलिस ने आम लोगों को इतना जागरुक कर दिया है कि पुलिस भ्रष्टाचार के चलते जागरूक लोगों की बात ही सुनना बन्द कर दिया है।
वहीं शहर वासियों में इस बात की चर्चाएं आम है कि पुलिस केवल दबंग, रसूखदार, धनाढ्य लोगों के हाथों की ही कठपुतलियां बनकर रह गई है, गरीब असहाय लोगों की शिकायतों पर तो खानापूर्ति कर मामलों को रफा दफा कर रही है। पुलिस की शय पर जिले में हर तरफ अवैध सब्जी बाजार सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे निगम क्षेत्र के अधिकतर गांवों में अवैध वसूली दबंग लोग कर रहे हैं, वहीं अधिकतर गांवों में चल रही परचुन की दुकानों पर अवैध शराब जमकर बेचीं जा रही है। जिस पर कोई भी पुलिस अधिकारी कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है। जबकि आए दिन एसीपी,डीसीपी स्तर के अधिकारी किसी न किसी जगह पर जागरूकता शिविर लगाकर लोगों को जागरुक कर मीडिया में सुर्खियां बटोरने का काम कर रहे हैं। वहीं गुरुग्राम पुलिस कमिश्नर भी मीडिया में दावे ठोकते रहते हैं। जो की हकीकत से कोसों दूर है।
रविवार को भी पुलिस विभाग ने एक जागरूकता शिविर
थाना राजेंद्रा पार्क, गुरुग्राम के क्षेत्र में शोभा सिटी सोसाइटी, गुरुग्राम में आवासीय सोसायटी के आरडब्ल्यूए अध्यक्षों व पदाधिकारियों के साथ आयोजित किया। इसमें विभिन्न साईबर अपराधों वह नशे के विरुद्ध जागरूकता फैलाने पर चर्चा की गई। जिसमे डीसीपी करण गोयल सहित एसीपी शिव अर्चन, प्रियांशु दीवान, एसीपी साइबर क्राइम गुरुग्राम जय सिंह ,एसीपी ट्रैफिक पश्चिम, निरीक्षक असीन खान, प्रबंधक थाना राजेंद्र पार्क,प्रभारी चौकी धनकोट व बुढेड़ा तथा विभिन्न सोसाइटियों के पदाधिकारीयों ने भाग लिया। जिस पर क्षेत्रवासियों ने कहा कि पुलिस अधिकारी केवल उच्च वर्ग के लोगों को ही खुश करने में अपनी शान समझते हैं, मध्यम व लोअर वर्ग के नागरिक के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में आकर उनकी समस्याएं सुनने में अपनी तोहीन समझते हैं। वहीं थाना चौकियों में भी पीड़ित शहरवासियों के साथ बदतमीजी और दुर्व्यवहार हो रहा है। जिनकी शिकायत करने पर भी खानापूर्ति की कार्रवाई कर शिकायत पत्रों को रद्दी की टोकरी में डाला जा रहा है। ऐसी सैकड़ों शिकायतें इन दिनों जिले के विभिन्न थानों में दबी पड़ी है। जिनको लेकर लोगों में पुलिस विभाग के प्रति रोष व्याप्त हो रहा है।