Punjab news: नशे की लत बनती जा रही है जानलेवा, नशे की आपूर्ति और पैसे के विवाद में एक युवक की चाकू मारकर हत्या
Punjab news: पंजाब के जीरकपुर में शुक्रवार की रात एक युवक की हत्या कर दी गई, यह हत्या नशे की आपूर्ति और पैसे के विवाद में हुई। मृतक का नाम दिलावर (35 वर्ष) था, जो धाकोली का निवासी था। वहीं, इस हमले में घायल हुए युवक का नाम सुभाष (25 वर्ष) है, जो हरियाणा के करनाल का निवासी है। पुलिस ने इस मामले में हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी है। पुलिस ने शव को डेरा बस्सी के सिविल अस्पताल के शवगृह में रखा है, जबकि घायल सुभाष का इलाज चंडीगढ़ में चल रहा है।
घटना का समय और स्थान
यह घटना शुक्रवार की रात लगभग 2:30 बजे जीरकपुर के बिग बाजार के पास हुई। छह युवकों ने विभिन्न बाइकों पर सवार होकर यह अपराध किया। पुलिस अब आसपास के सीसीटीवी कैमरों की जांच कर रही है। फिलहाल मृतक के भाई की शिकायत के आधार पर पुलिस ने आईपीसी की धारा 103, 109, 115(2), 126(2), 3(5) के तहत मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
नशे का कारोबार और विवाद का कारण
पुलिस सूत्रों के अनुसार, दिलावर और शु्भम को नशे के तस्करों ने नशे की आपूर्ति के लिए नियुक्त किया था। दोनों युवकों ने नशे का कारोबार करते हुए खुद भी नशे की लत लगा ली थी। जो नशा वे बेचने के लिए तस्करों से प्राप्त करते थे, उसकी मादकता घट गई थी और नशे से होने वाली कमाई भी घटने लगी थी। इसी कारण विवाद बढ़ा और गुरुवार रात इस मुद्दे को लेकर दोनों पक्षों के बीच तीव्र झगड़ा हुआ। हमलावरों ने दिलावर को चाकू से कई बार दिल में वार किया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, सुभाष गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसका इलाज चंडीगढ़ के सरकारी अस्पताल में किया गया है।
दिलावर की यात्रा और पारिवारिक स्थिति
दिलावर की बहन ने बताया कि दिलावर रात 8 बजे अपने दो दोस्तों के साथ बाहर गया था, लेकिन देर रात तक वह घर नहीं लौटा। बाद में किसी ने रात में घटना के बारे में सूचित किया। बहन ने कहा कि दिलावर को घटना स्थल पर काफी समय तक घायल अवस्था में पड़ा रहा। कोई भी व्यक्ति उसकी मदद के लिए नहीं आया। अगर उसे समय रहते अस्पताल पहुंचाया जाता, तो उसकी जान बच सकती थी। दिलावर के परिवार को यह दुख है कि पुलिस ने समय पर कोई कार्रवाई नहीं की। दिलावर एक टैक्सी चालक था और परिवार को यह नहीं पता था कि वह कब नशे की दलदल में फंस गया। शुक्रवार देर शाम दिलावर का पोस्टमॉर्टम किया गया।
पुलिस की कार्रवाई और आरोप
पुलिस के अनुसार, घटना के बाद दिलावर और शु्भम को धाकोली के अस्पताल में लाया गया। जहां डॉक्टरों ने दिलावर को मृत घोषित कर दिया, जबकि शु्भम की हालत गंभीर थी, जिसके कारण उसे चंडीगढ़ के अस्पताल में रेफर किया गया। मृतक के भाई की शिकायत पर अज्ञात हमलावरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए प्रयासरत है।
परिवार का आरोप और पुलिस की विफलता
दिलावर के पिता जसवंत सिंह ने आरोप लगाया कि उन्होंने कई बार धाकोली पुलिस को सूचित किया था कि उनका बेटा नशे की लत में फंस चुका है। उन्होंने पुलिस से कई बार अनुरोध किया था कि दिलावर को गिरफ्तार कर उसे नशे के इलाज के लिए केंद्र भेजा जाए। इस बारे में उन्होंने पुलिस को लिखित शिकायत भी दी थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। जसवंत सिंह ने कहा कि वह बीएसएफ में काम कर चुके हैं और उन्होंने देश की सेवा की है, लेकिन पुलिस ने अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई। दिलावर की शादी हो चुकी थी और उसकी सात साल की एक बेटी भी है।
नशे का बढ़ता खतरा और समाज पर प्रभाव
यह घटना नशे की बढ़ती समस्या की गंभीरता को उजागर करती है। नशे के कारण युवा पीढ़ी न केवल शारीरिक और मानसिक रूप से कमजोर हो रही है, बल्कि यह समाज के लिए एक गंभीर खतरा बनता जा रहा है। नशे के कारोबार में संलिप्त लोग सिर्फ अपना ही नहीं, बल्कि दूसरों का जीवन भी तबाह कर रहे हैं। इस घटना से यह साफ हो गया है कि नशे की लत से जूझ रहे लोग कभी भी किसी गंभीर स्थिति में जा सकते हैं, जिससे न केवल उनका खुद का जीवन खतरे में पड़ सकता है, बल्कि उनके आसपास के लोगों की भी जान जोखिम में पड़ सकती है।
समाज और पुलिस से अपील
यह घटना हमें यह याद दिलाती है कि नशे की समस्या को गंभीरता से लिया जाना चाहिए। समाज को नशे के खिलाफ जागरूक करना और युवाओं को नशे से बचाना जरूरी है। पुलिस को भी इस प्रकार के मामलों में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि इस तरह की घटनाएं कम हो सकें और युवा पीढ़ी को एक स्वस्थ और सुरक्षित भविष्य मिल सके।
नशे के कारोबार और उसके परिणामस्वरूप हुई इस हत्या ने यह साबित कर दिया कि नशा सिर्फ एक व्यक्तिगत समस्या नहीं, बल्कि एक सामाजिक और कानून व्यवस्था से जुड़ी बड़ी चुनौती बन चुका है। दिलावर और शु्भम की घटना ने यह दिखा दिया कि नशे के कारण युवाओं के बीच हिंसा और अपराध बढ़ सकते हैं। ऐसे में हमें इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए समाज और पुलिस दोनों को मिलकर इस पर काम करने की जरूरत है।