गुरुग्राम में कमेटी के रुपयों का लेन-देन बना हत्या का कारण, पुलिस ने 02 महिलाओं व 1 पुरुष को गिरफ्तार करके सुलझीं गुत्थी
सत्य ख़बर, गुरुग्राम, सतीश भारद्वाज :
गुरुग्राम पुलिस ने मानेसर क्षेत्र से गुम हुए एक व्यक्ति की शिकायत पर जांच पड़ताल करने पर गुम हुए व्यक्ति की हत्या कर दुर स्थान पर फैंकने वाले आरोपियों को पकड़ने में सफलता प्राप्त की है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार थाना मानेसर में बीते 23 नवंबर को एक व्यक्ति ने थाना मानेसर, गुरुग्राम में एक लिखित शिकायत के माध्यम से बतलाया था कि 22 नवंबर को उनका पिता राजेन्द्र (उम्र-52 वर्ष)* इनके गांव शिकोहपुर से अपनी कार में सवार होकर सैक्टर-1 आईएमटी मानेसर में स्थित इनके पीजी पर गए थे,जो सुबह तक घर नहीं पहुंचे। जब ये अपने पिता राजेन्द्र को ढूंढने के लिए गए तो आईएमटी चौक से इनके गांव की तरफ चलने पर हाईवे पर सर्विस लाईन पर इसके पिता की कार खड़ी मिली। जिसमें उनके पिता नहीं थे तथा गाड़ी लॉक थी। जिस पर थाना पुलिस ने गुमशुदा सहित संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी।
जिसपर कार्रवाई करते हुए उप-निरीक्षक ललित कुमार, प्रभारी अपराध शाखा मानेसर, पुलिस टीम को सौंपा गया। जिसपर कार्रवाई करते हुए। उप-निरीक्षक ने अपनी पुलिस टीम के साथ मिलकर इस अभियोग में कार्यवाही करते हुए 02 आरोपीयो सुषमा (उम्र-42 वर्ष) निवासी सैक्टर-1 आईएमटी मानेसर, गुरुग्राम व अनिल (उम्र-37 वर्ष) निवासी गांव नौरंगाबास राजपूताना जिला चरखी दादरी* को दिनांक 23.11.2024 को सैक्टर-1 आईएमटी मानेसर, गुरुग्राम से काबू करके गुमशुदा व्यक्ति राजेन्द्र के संबंध में पूछताछ की गई।
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि आरोपी सुषमा का शैटरिंग का काम है तथा आरोपी अनिल ने अपनी गाड़िया सुषमा के काम पर लगाई हुई हैं। आरोपी सुषमा व मृतक राजेन्द्र आपस में एक-दूसरे को जानते थे। मृतक राजेन्द्र ने आरोपी महिला सुषमा को कमेटी डालने के लिए 10 लाख रुपए दिए थे, परन्तु सुषमा ने मृतक राजेन्द्र के रुपए कमेटी में ना लगाकर खर्च कर दिए थे और मृतक राजेन्द्र को कहा कि इसने कमेटी डालने के लिए उसके (राजेन्द्र) रुपए सीमा नामक महिला को दे दिए हैं। जब अपने रुपयों के बारे में राजेन्द्र (मृतक) ने सुषमा को सीमा से मिलवाने के लिए कहा तो सुषमा ने अपने साथी उपरोक्त आरोपी अनिल व सीमा के साथ मिलकर राजेन्द्र की हत्या करने की योजना बनाई, जिसके लिए सुषमा ने सीमा को 50 हजार रुपए देने का भी वादा किया। वहीं दिनांक 22.11.2024 को सुषमा ने राजेन्द्र को अपने घर सैक्टर-1 IMT मानेसर में सीमा से मिलवाने के बहाने से बुलाया। जब राजेन्द्र सुषमा के घर पहुँचा तो सुषमा के मकान पर अनिल व सीमा भी उपस्थित थे। समय सांय करीब 06 बजे अनिल ने सभी के लिए चाय बनाई जिसमें 03 चाय फीकी तथा एक चाय में नशीला पदार्थ डालकर राजेन्द्र (मृतक) को पिला दी और चाय पीने के बाद राजेन्द्र बेहोश हो गया तो सुषमा ने राजेन्द्र की गला दबाकर हत्या कर दी। राजेन्द्र की हत्या करने के बाद सुषमा व अनिल ने सीमा को वापस भेज दिया तथा राजेन्द्र (मृतक) की कार को हाईवे पर सर्विस लाईन पर खड़ा करके राजेन्द्र के शव को अनिल की कार में डालकर रेवाड़ी ले गए तथा शव को रेवाड़ी-नारनौल हाईवे के पास फेंककर वापस आ गए।
वहीं मामले की जांच पड़ताल करते हुए शव बरामदगी के लिए अपराध शाखा मानेसर, गुरुग्राम की पुलिस टीम द्वारा रेवाड़ी पहुँची और रेवाड़ी पुलिस से सम्पर्क किया तो ज्ञात हुआ दिनांक 23.11.2024 को रेवाड़ी पुलिस द्वारा एक व्यक्ति का शव मिला था, जिसे मोर्चरी में रखवाया गया है। गुरुग्राम पुलिस द्वारा शव की गई तो वह शव राजेन्द्र उपरोक्त का मिला।
अपराध शाखा मानेसर, गुरुग्राम की पुलिस टीम द्वारा तत्परता से आगामी कार्यवाही करते हुए कल दिनांक 24.11.2024 को उपरोक्त अभियोग के हत्याकाण्ड में शामिल रही आरोपित महिला सीमा (उम्र-48 वर्ष) निवासी डूंडाहेड़ा गुरुग्राम* को डूंडाहेड़ा, गुरुग्राम से काबू किया गया।
पुलिस टीम द्वारा आरोपियों के कब्जा से वारदात में प्रयोग की गई 01 कार (VERNA), कार से मृतक के बाल, मृतक के दस्तावेज व मृतक के गले से निकाली गई 01 सोने की चेन बरामद* की गई है।
वहीं आरोपियों ने उपरोक्त अभियोग में हत्या की वारदात को कोई आत्म-हत्या/कोई अन्य रूप देने के लिए तथा पुलिस व मृतक के परिजनों को गुमराह करने के लिए मृतक के मुँह में सल्फास डालने, मृतक की गाड़ी को रास्ते में लावारिश छोड़ना तथा शव को दूर ले जाकर हाइवे के किनारे फैंका था। पुलिस टीम द्वारा उपरोक्त अभियोग में हत्या से सम्बन्धित धाराएं ईजाद (जोड़ी) की करके आरोपियों को अभियोग में नियमानुसार गिरफ्तार किया गया है, जिन्हें आगामी कार्यवाही के लिए माननीय अदालत के सम्मुख पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा।