पीएम मोदी के कार्यक्रम में गूंजे ‘मामा—मामा’ के नारे ! जब मंच से PM मोदी ने लिया ‘मामा’ का नाम तो जमकर बजने लगी तालियां, MP में आज भी बरकरार शिवराज सिंह चौहान की लोकप्रियता
सत्य खबर, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया :
25 दिसंबर, 2024 को खजुराहो में एक ऐतिहासिक पल दर्ज हुआ, जब भारत के सबसे सम्मानित नेताओं में से एक, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके सपनों को साकार करते हुए केन-बेतवा लिंक परियोजना का शुभारंभ किया। लेकिन इस आयोजन में एक और नाम ने सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया और वह था— ‘मामा’, यानी पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान।
दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी ने खजुराहो में अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर कई विकास योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस मौके पर राज्यपाल मंगूभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे। लेकिन इस कार्यक्रम में कुछ और भी खास हुआ, जिसने सबका ध्यान खींच लिया।
इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी के सामने जब शिवराज सिंह चौहान मंच पर पहुंचे, तो पूरा पंडाल ‘मामा—मामा’ के जोशपूर्ण नारों से गूंज उठा। इतना ही नहीं, पीएम मोदी ने जैसे ही शिवराज सिंह का नाम लिया, तो जनता ने फिर से जमकर तालियां बजा दीं। जिससे यह तो साफ हो गया कि शिवराज सिंह चौहान की लोकप्रियता में आज भी कोई कमी नहीं आई है।
शिवराज सिंह चौहान, जिन्हें ‘मामा’ के नाम से जाना जाता है, मध्य प्रदेश के सबसे चहेते नेताओं में से एक हैं। शिवराज सिंह चौहान महिलाओं के बीच सबसे प्रिय नेता माने जाते हैं। मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने महिलाओं के लिए कई जनकल्याणकारी योजनाओं की शुरुआत की, जिनमें ‘लाडली बहना योजना’ और ‘लाडली लक्ष्मी योजना’ प्रमुख हैं। इन योजनाओं ने उनकी छवि को एक जनप्रिय और संवेदनशील नेता के रूप में स्थापित किया।
आज भी शिवराज सिंह चौहान का प्रभाव मध्य प्रदेश की राजनीति में सबसे मजबूत है। चाहे वह दिल्ली हो या मध्य प्रदेश, उनका ‘मामा’ का जलवा कभी फीका नहीं पड़ा।