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अरब सागर में Indian Navy, समुद्री सुरक्षा का मजबूत किला

पश्चिमी अरब सागर में बढ़ती समुद्री डकैती और हूती आतंकियों के हमलों के बीच Indian Navy ने पिछले एक साल में असाधारण भूमिका निभाई है। नौसेना ने 30 से अधिक जहाजों को तैनात किया और 25 से अधिक घटनाओं का सफलतापूर्वक जवाब दिया। इन प्रयासों से 400 से अधिक लोगों की जान बचाई गई।

वाणिज्यिक जहाजों को सुरक्षित रखा

रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को जारी बयान में बताया कि भारतीय नौसेना ने साल के अंत में अपने समीक्षा रिपोर्ट में कहा कि उसने 230 से अधिक वाणिज्यिक जहाजों को सुरक्षा प्रदान की। इन जहाजों ने 9 मिलियन मीट्रिक टन से अधिक कार्गो का परिवहन किया, जिसकी कीमत चार बिलियन अमेरिकी डॉलर से भी अधिक है।

हूती आतंकियों के हमले और भारतीय नौसेना की प्रतिक्रिया

हूती आतंकियों ने पूरे साल रेड सी में बड़ी संख्या में वाणिज्यिक जहाजों को निशाना बनाया। भारतीय नौसेना ने इन जहाजों को सुरक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह रणनीतिक जल क्षेत्र में नौसेना की त्वरित प्रतिक्रिया और सतर्कता का प्रमाण है।

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इजरायल-हमास संघर्ष के बीच नौसेना की सतर्कता

इजरायल-हमास संघर्ष के दौरान, भारतीय नौसेना ने समुद्री सुरक्षा अभियानों को और अधिक मजबूती से लागू किया। नौसेना ने भारतीय ध्वज वाले जहाजों और भारत के लिए महत्वपूर्ण सामान ले जाने वाले जहाजों पर करीबी नजर रखी ताकि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

सभी के लिए सुरक्षा: भारतीय नौसेना का मानवतावादी दृष्टिकोण

रक्षा मंत्रालय के अनुसार, भारतीय नौसेना ने चालक दल की राष्ट्रीयता की परवाह किए बिना त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की। नौसेना के इन प्रयासों की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा हुई है। इससे भारत की छवि ‘प्रमुख सुरक्षा साझेदार’ के रूप में और अधिक मजबूत हुई है।

भारतीय नौसेना का आधुनिकीकरण कार्यक्रम

रिपोर्ट में नौसेना के आधुनिकीकरण कार्यक्रम पर भी जोर दिया गया है। इसमें कहा गया है कि नौसेना ने 64 युद्धपोतों को शामिल करने की योजना बनाई है, जिनमें से 63 भारत में निर्मित हो रहे हैं। यह भारत की आत्मनिर्भरता और स्वदेशी तकनीक को बढ़ावा देने की दिशा में बड़ा कदम है।

समुद्री सुरक्षा में नौसेना का योगदान

भारतीय नौसेना का समुद्री सुरक्षा में योगदान केवल भारतीय जहाजों तक सीमित नहीं है। नौसेना ने कई अंतरराष्ट्रीय जहाजों को भी सहायता प्रदान की है। अरब सागर, अदन की खाड़ी और अन्य रणनीतिक जलमार्गों में नौसेना की उपस्थिति ने समुद्री सुरक्षा को सुनिश्चित किया है।

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सुरक्षा साझेदारी में भारत की पहचान

भारतीय नौसेना की विश्वसनीयता और त्वरित कार्रवाई ने भारत को समुद्री सुरक्षा का एक प्रमुख खिलाड़ी बना दिया है। यह न केवल भारत की सुरक्षा के लिए बल्कि पूरे क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय समुद्री व्यापार के लिए महत्वपूर्ण है।

भारतीय नौसेना ने पिछले एक साल में अपनी सक्रियता और तत्परता से यह साबित कर दिया है कि वह न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया के लिए समुद्री सुरक्षा का एक मजबूत स्तंभ है। हूती आतंकियों के हमलों से लेकर वाणिज्यिक जहाजों की सुरक्षा तक, भारतीय नौसेना की भूमिका हर स्तर पर सराहनीय रही है। यह देशवासियों के लिए गर्व का विषय है और नौसेना के प्रति विश्वास को और भी मजबूत करता है।

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