New Delhi seat: अरविंद केजरीवाल और प्रवेश वर्मा आज करेंगे नामांकन, केजरीवाल की मुसीबतें बढ़ीं
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New Delhi seat: दिल्ली विधानसभा चुनाव में अब केवल 20 दिन रह गए हैं और इस बीच आम आदमी पार्टी (AAP), कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच आरोप-प्रत्यारोप की झड़ी लग गई है। वहीं, नामांकन की प्रक्रिया भी तेज हो गई है। मंगलवार को दिल्ली की मुख्यमंत्री अतिशी ने कालकाजी सीट से नामांकन किया, जबकि आज आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली विधानसभा सीट से अपना नामांकन दाखिल करेंगे।
प्रवेश वर्मा के खिलाफ अरविंद केजरीवाल, आज करेंगे नामांकन
दिल्ली में सत्ता के लिए संघर्ष तेज हो गया है। बीजेपी ने नई दिल्ली सीट से प्रवेश वर्मा को अपना उम्मीदवार बनाया है। प्रवेश वर्मा भी आज अपना नामांकन दाखिल करेंगे। नामांकन से पहले, प्रवेश वर्मा बाल्मीकि मंदिर पहुंचे, जहां उनके काफिले की एक कार में महिलाओं को जूते बांटते हुए देखा गया। बाल्मीकि मंदिर में जूते बांटे जाने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं। यह बीजेपी के चुनाव प्रचार का हिस्सा था, जो गरीब वर्ग के बीच अपनी पकड़ बनाने के लिए किया गया।
केजरीवाल नामांकन में महिला समर्थकों के साथ जाएंगे
अरविंद केजरीवाल के नामांकन को लेकर आम आदमी पार्टी ने पूरी तैयारी की है। पार्टी ने यह तय किया है कि केजरीवाल अपनी नामांकन प्रक्रिया को भव्य बनाएंगे और इसके लिए महिला समर्थकों के साथ नामांकन दाखिल करने जाएंगे। आम आदमी पार्टी ने महिला सम्मान योजना को इस चुनाव का बड़ा मुद्दा बनाया है, और पार्टी का मानना है कि महिलाओं को हर महीने 2100 रुपये देने का वादा इस बार महिला मतदाताओं पर अच्छा असर डालेगा।
इससे पहले, केजरीवाल नामांकन दाखिल करने जाने से पहले बाल्मीकि मंदिर और हनुमान मंदिर जाएंगे, जहां वे भगवान का आशीर्वाद प्राप्त करेंगे। इस प्रकार के आयोजन का उद्देश्य महिलाओं के बीच पार्टी के समर्थन को बढ़ाना है।
केजरीवाल की मुसीबतें बढ़ीं, ED और खालिस्तानी आतंकवादियों की चेतावनी
जहां एक ओर केजरीवाल अपनी चुनावी रणनीति पर फोकस कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर उनकी मुसीबतें भी बढ़ गई हैं। हाल ही में, गृह मंत्रालय ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) को शराब घोटाले में केजरीवाल के खिलाफ केस चलाने की अनुमति दी है। इस मामले में जांच एजेंसियों ने केजरीवाल को आरोपी ठहराया है, जिसके चलते उनकी स्थिति और अधिक जटिल हो गई है।
इसके साथ ही, खुफिया एजेंसियों ने दिल्ली पुलिस को चेतावनी दी है कि केजरीवाल खालिस्तानी आतंकवादियों के निशाने पर हैं। सुरक्षा के लिहाज से यह मामला गंभीर हो गया है और केजरीवाल के लिए यह चुनावी माहौल और भी मुश्किल हो सकता है।
केजरीवाल के खिलाफ राहुल गांधी की राजनीति
अरविंद केजरीवाल के लिए चुनावी समर और भी कठिन हो गया है क्योंकि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी केजरीवाल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कुछ समय पहले तक दोनों पार्टियां एक साथ चुनावी मैदान में थीं, लेकिन अब राहुल गांधी ने केजरीवाल के खिलाफ अपनी रणनीति बदल दी है। राहुल गांधी ने अपनी पार्टी को यह निर्देश दिया है कि वे दिल्ली में आम आदमी पार्टी के खिलाफ सक्रिय रूप से काम करें, जिससे केजरीवाल को राजनीतिक तौर पर और अधिक चुनौतियों का सामना करना पड़े।
नई दिल्ली विधानसभा सीट पर वोटिंग का असर
नई दिल्ली विधानसभा सीट पर यह मुकाबला काफी दिलचस्प होने की उम्मीद है। दोनों प्रमुख उम्मीदवार, अरविंद केजरीवाल और प्रवेश वर्मा, अपने-अपने दलों की ओर से चुनावी प्रचार में जुटे हैं। आम आदमी पार्टी ने जहां महिला वोटरों को आकर्षित करने के लिए योजनाएं बनाई हैं, वहीं बीजेपी ने भी अपने पुराने समर्थकों को ध्यान में रखते हुए चुनावी प्रचार तेज कर दिया है।
नई दिल्ली सीट पर इस बार का चुनाव इसलिए भी अहम है क्योंकि यह सीट दिल्ली की राजनीतिक धारा के लिए एक अहम स्थान रखती है। दिल्ली के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में अरविंद केजरीवाल का सामना करने के लिए बीजेपी ने प्रवेश वर्मा को मैदान में उतारा है। दोनों के बीच मुकाबला जीतने के लिए कड़ी मेहनत की जा रही है और दोनों ही दल अपनी रणनीतियों को अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं।
आम आदमी पार्टी के लिए चुनौतियां और कांग्रेस का रुख
आम आदमी पार्टी के लिए चुनावी चुनौती केवल बीजेपी से नहीं, बल्कि कांग्रेस से भी आ रही है। कांग्रेस पार्टी ने अब अपने प्रचार में तेजी लाते हुए केजरीवाल के खिलाफ मोर्चा खोला है। पार्टी नेता राहुल गांधी और अन्य कांग्रस नेता अब केजरीवाल को आलोचनाओं का शिकार बना रहे हैं। वहीं, बीजेपी की ओर से भी लगातार हमले किए जा रहे हैं, जिससे केजरीवाल को अपनी चुनावी लड़ाई में और अधिक संघर्ष करना पड़ रहा है।
नतीजे क्या होंगे?
नई दिल्ली विधानसभा सीट पर चुनावी माहौल बेहद तनावपूर्ण है। चुनावी रणनीतियों की सख्त प्रतिस्पर्धा और दोनों प्रमुख दलों के उम्मीदवारों की कड़ी मेहनत के बीच, यह देखना दिलचस्प होगा कि कौन सी पार्टी जनता का विश्वास जीतती है। अरविंद केजरीवाल के लिए यह चुनावी परीक्षा कठिन हो सकती है, लेकिन उनकी चुनावी योजनाएं और जनता के बीच उनके समर्थक भी उनकी जीत की उम्मीद में हैं। वहीं, बीजेपी ने भी अपनी पूरी ताकत झोंक दी है और अब तक के चुनावी माहौल को देखते हुए, यह साफ है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव का परिणाम कुछ दिलचस्प घटनाओं को जन्म देगा।
इस प्रकार, दिल्ली विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल और प्रवेश वर्मा के बीच मुकाबला बेहद रोचक होने जा रहा है, जिसमें राजनीतिक असमंजस और चुनावी तनाव की भरमार रहेगी।