गुरुग्राम की RD सिटी में PNG पाइप लाइन में आग लगने से हुआं हादसा,4 गाड़ी जलकर हुईं राख।

सत्य ख़बर,गुरुग्राम, सतीश भारद्वाज : गुरुग्राम में वीरवार को आरडी सिटी क्षेत्र के पास गैस पाइप लाइन में अचानक से आग लग गई। जिससे पाइपलाइन के आसपास खडी कुछ कारों में लोग बैठे हुए थे। जैसे ही आग लगी तो लोग कार छोड़कर इधर-उधर भागने लगे,जिससे वहां हड़कंप मच गया।
आग की सूचना मिलते ही फायर स्टेशन 29 से गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाने का प्रयास किया। फायर अधिकारी ने बताया कि दोपहर करीब दो बजे आग लगने का मैसेज आया था। मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया गया तो पता चला कि यह आग गैस पाइपलाइन में लगी थी।
उन्होंने बताया कि गैस का प्रेशर काफी तेज था, इसलिए पहले गैस की सप्लाई बंद करवाई गई और मौके पर पहुंची दमकल की 10 गाड़ियों ने आग पर काबू पाया। जबतक आसपास खड़ी चार गाड़ियां जलकर राख हो गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के बताया आग की लपटें इतनी तेज थीं कि कुछ ही मिनटों में आसपास का इलाका धुएं से भर गया। जिस समय यह हादसा हुआ, उस समय पाइपलाइन के पास जो कारें खड़ी थीं उन में बैठे लोगों ने तो भाग कर अपनी जान बचाई लेकिन कारे आग की भेंट चढ़ गई। निवासियों ने बताया कि आग इतनी तेजी से फैली कि कुछ ही पलों में स्थिति भयावह हो गई और गैस की प्रेशर के साथ आग की लपटें ऊंची ऊंची उठने लगी। फायर ब्रिगेड ने सुरक्षा के तौर पर आसपास के 50 मीटर के दायरे को खाली कराना पड़ा।
फायर अधिकारी जयनारायण ने बताया कि आग पर काबू पाने के लिए सबसे पहले गैस की सप्लाई को बंद करवाया गया। गैस कंपनी के अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर पाइप लाइन में गैस की आपूर्ति को रोका गया, जिसके बाद दमकल कर्मियों ने आग बुझाने का कार्य शुरू किया। करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर पूरी तरह काबू पा लिया गया।
इस दौरान दमकल कर्मियों ने अपनी जान जोखिम में डालकर स्थिति को नियंत्रित किया। फायर अधिकारी ने कहा कि अगर गैस सप्लाई को समय पर बंद न किया गया होता, तो हादसा और भी भयावह हो सकता था। हादसे के बाद इलाके में स्थिति को पूरी तरह नियंत्रण में रखने के लिए फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां मौके पर तैनात की गई हैं। कंपनी के इंजीनियर भी पहुंच गए हैं।
प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है, लेकिन माना जा रहा है कि ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन की चिंगारी से यह आग लगी होगी। या फिर पाइपलाइन में रिसाव या तकनीकी खराबी के कारण यह हादसा हुआ हो सकता है। गैस कंपनी ने इस मामले की जांच शुरू कर दी हैं।