Canada Hindu Temple: कनाडा में हिंदू मंदिर पर तीसरी बार हमला! खालिस्तानी समर्थकों पर लगा आरोप

Canada Hindu Temple: कनाडा से फिर एक हिंदू मंदिर पर हमले की खबर सामने आई है। एक कनाडाई पत्रकार ने सोशल मीडिया पर यह जानकारी साझा की है। इस हमले के पीछे खालिस्तानी समर्थक हैं। यह तीसरी बार है जब कनाडा में हिंदू मंदिर को निशाना बनाया गया है।
हिंदूफोबिया का बढ़ता खतरा
कनाडा में हिंदूफोबिया तेजी से फैल रहा है। कनाडा हिंदू चेंबर ऑफ कॉमर्स (CHCC) ने इस पर चिंता जताई है। CHCC ने हिंदू मंदिर पर हुए हमले का वीडियो साझा करते हुए कहा कि यह हमला ब्रिटिश कोलंबिया के लक्ष्मी नारायण मंदिर पर हुआ था। संगठन ने कहा कि खालिस्तानी आतंकवादियों ने मंदिर में घुसकर तोड़फोड़ की।
🚨 We strongly condemn the vandalism of Laxmi Narayan Mandir in BC by Khalistani extremists.
This act of #Hinduphobia has no place in Canada.
We urge swift action & ask all Canadians to stand united against hate.
🛑 Silence is not an option.#CHCC #StopHinduphobia pic.twitter.com/flL0Or6Ezc
— Canadian Hindu Chamber of Commerce (@chcconline) April 20, 2025
पत्रकार ने शेयर किया वीडियो
कनाडाई पत्रकार डेनियल बोर्डमैन ने हमले का वीडियो शेयर किया और बताया कि वीडियो मंदिर के बाहर का है। दो अज्ञात व्यक्तियों ने मंदिर की दीवारों को नुकसान पहुँचाया और सुरक्षा कैमरा चुराया। यह घटना रात करीब 3 बजे की है। डेनियल ने कहा कि पुलिस और सरकार इस मामले को लेकर गंभीर नहीं लग रही है।
गुरुद्वारे पर भी हमला
इससे पहले खालिस्तानी समर्थकों ने रॉस स्ट्रीट गुरुद्वारे पर भी हमला किया था। गुरुद्वारे की दीवारों पर खालिस्तानी नारे लिखे गए थे। इस हमले के बाद सिख समुदाय में काफी गुस्सा है। वैंकूवर पुलिस इस हमले की जांच कर रही है।
I went to the Ross Gurudwara today to check out the vandalism from last night’s Khalistani thugs.
The only people in Canada that attack Sikh places of worship are the Khalistanis, which is why most Sikhs are not Khalistani.
P.S paging @TimUppal Ji, any comment on this act of… pic.twitter.com/XEdPULmpNE— Daniel Bordman (@DanielBordmanOG) April 20, 2025
कनाडा में बढ़ते हमले और सुरक्षा पर सवाल
कनाडा में हिंदू मंदिरों और गुरुद्वारों पर लगातार हमले हो रहे हैं। इन घटनाओं ने कनाडा की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। स्थानीय नागरिकों और समुदायों से अपील की जा रही है कि वे हिंसा के खिलाफ एकजुट हो जाएं और ऐसे कृत्यों की कड़ी निंदा करें।