Indian Navy: INS सूरत ने उड़ाई दुश्मन की नींद अब हवा हो या पानी भारत का वार अचूक साबित

Indian Navy: पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बीच भारत ने समुद्री सुरक्षा के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। भारतीय नौसेना के स्वदेशी गाइडेड मिसाइल विध्वंसक पोत INS सूरत ने समुद्र में एक लक्ष्य को सफलतापूर्वक निशाना बनाया है। यह कामयाबी नौसेना की ताकत को और मजबूत करती है। यह उपलब्धि स्वदेशी युद्धपोत डिजाइन और संचालन की भारत की बढ़ती क्षमता को दर्शाती है। साथ ही आत्मनिर्भर रक्षा निर्माण में देश की प्रतिबद्धता को भी रेखांकित करती है।
दुश्मन की मिसाइलों को पहचानने और गिराने की क्षमता
INS सूरत में वह तकनीक मौजूद है जिससे यह खुद ही दुश्मन की मिसाइल को पहचान सकता है और हवा या पानी में ही उसे मार गिरा सकता है। यह भारत की समुद्री सीमा की सुरक्षा को और मजबूत करता है। भारत की अधिकांश सीमा समुद्र से सटी हुई है इसलिए यह तकनीकी क्षमता बेहद अहम मानी जा रही है। यह पोत भारत की रणनीतिक तैयारियों का एक अहम हिस्सा बन चुका है।
नौसेना ने साझा किया परीक्षण का वीडियो
भारतीय नौसेना ने INS सूरत के सफल परीक्षण का वीडियो साझा किया है और इसे आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक बड़ा कदम बताया है। इस वीडियो के माध्यम से यह संदेश दिया गया है कि भारतीय नौसेना देश की समुद्री सुरक्षा को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है। इस परीक्षण ने भारत की रक्षा क्षमताओं को नया आयाम दिया है।
#WATCH | Indian Navy's latest indigenous guided missile destroyer INS Surat successfully carried out precision cooperative engagement of sea skimming target marking another milestone in strengthening our defense capabilities.
(Source: Indian Navy) pic.twitter.com/qs4MZTCzPS
— ANI (@ANI) April 24, 2025
पाकिस्तान भी कर रहा मिसाइल परीक्षण
रक्षा सूत्रों के हवाले से ANI ने बताया है कि पाकिस्तान ने कराची तट के पास अपनी आर्थिक क्षेत्रीय सीमा में सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल के परीक्षण का नोटिस जारी किया है। यह परीक्षण 24 से 25 अप्रैल के बीच किया जाएगा। भारतीय एजेंसियां पाकिस्तान की इन गतिविधियों पर लगातार नजर बनाए हुए हैं।
पाकिस्तान पर भारत की सख्ती
पहलगाम हमले में पाकिस्तान समर्थित आतंकियों की संलिप्तता को लेकर भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ पांच बड़े कदम उठाए हैं। भारत ने सभी पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने का आदेश दिया है। अटारी बॉर्डर को बंद कर दिया गया है और सिंधु जल संधि को रद्द कर दिया गया है। पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रोक दिए गए हैं और उच्चायोग के कर्मचारियों की संख्या 55 से घटाकर 30 कर दी गई है। अतिरिक्त अधिकारियों को सात दिनों के भीतर भारत छोड़ना होगा।