अमेरिका से Shashi Tharoor का सख्त एलान! अमेरिका में आतंकवाद के खिलाफ दिया पाकिस्तान को कड़ा संदेश

Shashi Tharoor: कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने अमेरिका में आतंकवाद के खिलाफ भारत की स्थिति पेश करते हुए वैश्विक एकता पर जोर दिया। उन्होंने पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दिया कि भारत युद्ध नहीं चाहता बल्कि अपने देश को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना चाहता है। लेकिन उन्होंने कहा कि पाकिस्तान भारत के नियंत्रण वाले क्षेत्रों को आतंकवाद के जरिए हथियाना चाहता है जो स्वीकार्य नहीं है।
पठानकोट हमले के बाद पाकिस्तान की असहयोगी नीति
थरूर ने जनवरी 2015 में हुए पठानकोट एयरबेस हमले का जिक्र करते हुए बताया कि उस वक्त भारत के प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान के साथ सहयोग की कोशिश की थी। पाकिस्तान ने इस मामले की जांच में हिस्सा लिया लेकिन बाद में सभी आरोप भारत पर ही लगा दिए। उन्होंने कहा कि यह भारत के लिए पाकिस्तान के आतंकवाद के खिलाफ सहयोग करने का अंतिम मौका था जो उन्होंने गंवा दिया।
#WATCH | New York, US: Congress MP Shashi Tharoor says, ” We are not interested in warfare with Pakistan. We would much rather be left alone to grow our economy and pull our people into the world they are getting ready for in the 21st century. But, the Pakistanis sadly, we might… pic.twitter.com/vkzVFk8bi3
— ANI (@ANI) May 25, 2025
ऑपरेशन सिंदूर और भारत की सटीक कार्रवाई
कांग्रेस सांसद ने कहा कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए आतंकवाद के खिलाफ सटीक और सोच-समझ कर कार्रवाई की। उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन में 9 आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया। थरूर ने यह भी स्पष्ट किया कि वे सरकार के लिए नहीं बल्कि विपक्ष के लिए काम करते हैं और उन्होंने समय पर निर्णायक कार्रवाई की जरूरत पर जोर दिया था।
#WATCH | New York, US: During an interaction at the Consulate, Congress MP Shashi Tharoor says, ” In January, 2015, there was an attack on Indian Air Base, and our Prime Minister had just made a visit to Pakistan the previous month…So when this happened, he was so astonished… pic.twitter.com/EhV6Di1Bdc
— ANI (@ANI) May 25, 2025
पहलगाम आतंकवादी हमले की भयावहता
थरूर ने पहलगाम आतंकवादी हमले का उल्लेख किया जिसमें ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ नामक एक समूह ने जिम्मेदारी ली थी। उनका कहना था कि इस हमले का मकसद जम्मू-कश्मीर में सामान्य जीवन को बाधित करना और धार्मिक तनाव बढ़ाना था। हमलावरों ने पीड़ितों की धार्मिक पहचान पूछी और फिर उन्हें मार दिया ताकि पूरे भारत में प्रतिक्रिया उत्पन्न हो।
आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक सहयोग की जरूरत
थरूर ने कहा कि वे अपने दौरे के दौरान विभिन्न देशों की जनता और राजनीतिक लोगों से मिलेंगे ताकि आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता बढ़ाई जा सके। उन्होंने न्यूयॉर्क में हुए आतंकवादी हमलों का जिक्र करते हुए बताया कि यह समस्या वैश्विक है और इसे मिलकर ही खत्म किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि भारत और पूरी दुनिया को आतंकवाद के खिलाफ मजबूत होकर खड़ा होना होगा।