Rohtak News: 16 से 22 साल के लड़के बने खून के खेल का हिस्सा, पुलिस की रडार पर 137 नाम

Rohtak News: रोहतक जिले में गैंगवार की घटनाएं अब आम हो गई हैं। छोटे बड़े सभी व्यवसायों पर इसका बुरा असर पड़ रहा है। हर साल एक-दूसरे के गैंग के सदस्य आपसी दुश्मनी में मारे जा रहे हैं। जिले में इस समय 10 से अधिक गैंग सक्रिय हैं जिनमें 16 से 22 वर्ष की उम्र के 300 से ज्यादा युवा शामिल हैं। आपस में ताकत दिखाने की होड़ में ये युवा खुलेआम एक-दूसरे को निशाना बना रहे हैं। पुलिस के रडार पर इन गैंगों के 137 सदस्य हैं। इनका रिकॉर्ड तैयार किया गया है और जल्द ही इन पर कार्रवाई की बात कही जा रही है।
रिठौली गैंगवार की पुरानी दुश्मनी ने ली हिंसक रूप
गैंगवार की सबसे चर्चित कहानी रिठौली गांव से जुड़ी है। यहां के कुख्यात गैंगस्टर हिमांशु उर्फ भाऊ का गांव के ही सनी और उसके भाई अंकित उर्फ बाबा से पुराना झगड़ा है। बताया जाता है कि भाऊ के चाचा जितेन्द्र और हंसराज ड्राइवर पहले ट्रांसपोर्ट के काम में साथ थे। बाद में दोनों ने शराब का ठेका लिया लेकिन उसी में विवाद हो गया। आरोप है कि अंकित रिठौलिया और हंसराज ने मिलकर भाऊ के चचेरे भाई रोहित की हत्या कर दी। जब राजेन्द्र उर्फ मंडू रोहित को बचाने पहुंचा तो उसकी भी गोली मारकर हत्या कर दी गई। इसके बाद गैंगवार की शुरुआत हुई। अब भाऊ विदेश से गैंग चला रहा है और सनी लोकल स्तर पर सक्रिय है। हाल ही में झज्जर पुलिस ने सनी और उसके साथी रवि को गिरफ्तार किया था। 2024 में सनी को हथियारों के केस में फिर से गिरफ्तार किया गया। सागर को भी उसके साथ पकड़ा गया।
करौर गांव की दुश्मनी बनी मौत की वजह
करौर गांव में पिछले 24 साल से चली आ रही दुश्मनी अब तक 18 लोगों की जान ले चुकी है। 2018 में आनंदपाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्या के बाद आनंद की पत्नी के बयान पर अनिल छिप्पी संदीप उर्फ काला जठेड़ी और करीब 20 अन्य के खिलाफ साम्पला थाने में केस दर्ज हुआ। इसी मामले में मोहित का नाम भी सामने आया। बाद में मोहित की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई। हथियारों की सप्लाई बागपत के दीपक फुर्तीला ने की थी। इस गैंगवार में छिप्पी और छाजू गैंग के बीच पुरानी रंजिश ने हिंसा को और भड़का दिया है।
पुलिस की चुनौती बनी गैंगवार की घटनाएं
इन बढ़ती गैंगवार की घटनाओं ने पुलिस की नींद उड़ा दी है। पुलिस ने 137 गैंगस्टरों की पहचान कर ली है और इनके खिलाफ सख्त कदम उठाने की तैयारी कर रही है। मगर असल चुनौती यह है कि इनमें से कई गैंगस्टर विदेश से अपने गिरोह चला रहे हैं और लोकल लेवल पर उनके साथी लगातार आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। पुलिस का कहना है कि हथियारों की तस्करी से लेकर मर्डर तक में इन गैंगों की भूमिका है। युवाओं को डर और दबदबे की चाह में इन गैंगों से जोड़ा जा रहा है जो समाज और कानून दोनों के लिए खतरनाक है। ऐसे में जरूरी है कि पुलिस के साथ समाज भी जागरूक हो और इन गैंगों के खिलाफ मिलकर कदम उठाए।