Fortuner Mild Hybrid vs Standard: क्या 2 लाख ज्यादा देकर Fortuner Hybrid लेना समझदारी है? खुलेंगे सारे राज़

Fortuner Mild Hybrid vs Standard: टोयोटा ने अपनी पॉपुलर एसयूवी फॉर्च्यूनर का नया वेरिएंट “फॉर्च्यूनर नियो ड्राइव माइल्ड हाइब्रिड” लॉन्च कर दिया है। यह एसयूवी अब लीजेंड और स्टैंडर्ड दोनों ट्रिम्स में उपलब्ध है। इस बार इसमें नया 48V माइल्ड हाइब्रिड सिस्टम जोड़ा गया है जो इसे पहले से ज्यादा मॉडर्न और तकनीकी रूप से एडवांस बनाता है। अब सवाल ये है कि क्या इस वेरिएंट के लिए ₹2 लाख की अतिरिक्त कीमत वाजिब है या नहीं।
पावरट्रेन में क्या है नया बदलाव?
स्टैंडर्ड फॉर्च्यूनर में पहले से मौजूद 2.8 लीटर डीजल इंजन को इस नियो ड्राइव वेरिएंट में अब 48V लिथियम-आयन बैटरी और इलेक्ट्रिक मोटर जनरेटर से जोड़ा गया है। इससे खासकर कम स्पीड पर गाड़ी ज्यादा स्मूद और रिफाइंड चलती है। हालांकि माइलेज में बहुत बड़ा फर्क नहीं देखने को मिलेगा लेकिन ड्राइविंग एक्सपीरियंस पहले से बेहतर जरूर होगा। खास बात यह है कि जो लोग शहरों में गाड़ी चलाते हैं उन्हें यह बदलाव ज्यादा असरदार लगेगा।
फीचर्स में भी मिला है बड़ा अपग्रेड
टोयोटा ने केवल इंजन में बदलाव नहीं किया बल्कि इस नए वेरिएंट में सेफ्टी और कंफर्ट से जुड़े कई जरूरी फीचर्स भी जोड़े हैं। अब इसमें 7 एयरबैग्स, 360 डिग्री कैमरा, ट्रैक्शन कंट्रोल सिस्टम (TCS), और इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC) जैसे फीचर्स मिलते हैं। इन फीचर्स की गैर-मौजूदगी में स्टैंडर्ड फॉर्च्यूनर अपनी प्रतिस्पर्धी एसयूवी से पीछे रह जाती थी, खासकर तब जब दूसरी कंपनियां इतनी ही कीमत में और ज्यादा तकनीक दे रही हैं।
क्या वाकई ₹2 लाख ज्यादा खर्च करना सही है?
नया माइल्ड हाइब्रिड वेरिएंट स्टैंडर्ड फॉर्च्यूनर से करीब ₹2 लाख ज्यादा महंगा है। यह कीमत उन ग्राहकों के लिए थोड़ा सोचने वाली हो सकती है जो बजट में गाड़ी खरीदते हैं। लेकिन अगर आप शहर में ड्राइविंग करते हैं और आपको स्मूद एक्सपीरियंस चाहिए तो यह अतिरिक्त खर्च वाजिब हो सकता है। हाइब्रिड टेक्नोलॉजी भविष्य की ओर एक कदम है और यह वेरिएंट टोयोटा के इलेक्ट्रिफिकेशन विजन की शुरुआत भी दर्शाता है। हालांकि, जो ग्राहक ज्यादातर हाईवे पर चलते हैं उनके लिए यह सिस्टम बहुत बड़ा लाभ नहीं देगा। आने वाले समय में उम्मीद है कि दूसरी ऑटो कंपनियां भी डीजल हाइब्रिड एसयूवी लाने की तैयारी करेंगी।