सत्यखबर, पिंजौर
कोरोना महमारी के चलते अनेको विश्व स्तरीय कंपनियां चीन से अब भारत मे पलायन की तैयारी शुरू कर चुकी है जिसके लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने गत दिनों इन कम्पनियों को उद्योग लगाने के लिए पट्टे पर जमीन देने का प्रस्ताव रखा है जिसके लिए शिवालिक विकास मंच के अध्यक्ष व राज्य सरकार में चेयरमेन रह चुके विजय बंसल एडवोकेट ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को सलाह देते हुए ज्ञापन भेजा है कि एचएमटी पिंजोर की जमीन पर उद्योग लगाने का प्रस्ताव रखा जाए क्योंकि अब एचएमटी का मालिकाना हक हरियाणा सरकार के पास है जिसमे सरकार को नई जमीन एक्वायर करने का प्रोसेस भी शुरू नही करने पड़ेगा।ऐसे में सरकार द्वारा जो एचएमटी की 80 एकड़ की जमीन पर फलाप सेब मंडी लगाई उससे भी बेहतर तरीका है कि सरकार इस जमीन को उद्योग लगाने के उपयोग में लाए क्योंकि विजय बंसल का कहना है कि सेब मंडी से न तो किसी शिक्षित युवा को रोजगार मिलेगा न ही यहां के किसानों को फायदा होगा क्योंकि हरियाणा में सेब की पैदावार नही है।
उद्योग लगने से इलाके के हजारो लोगो को मिलेगा रोजगार,
विजय बंसल का कहना है कि एचएमटी पिंजोर की जमीन कई नजरियों से सरकार को उद्योग लगाने के लिए फायदेमंद है क्योंकि एचएमटी पिंजोर की जमीन राज्य राजधानी चंडीगढ़ से सटीक है तो वही पंजाब,हिमाचल के भी बॉर्डर पर है।इसके साथ साथ नेशनल हाइवे,रेलवे लाइन पर है तथा ट्रेक्टर प्लांट की हजारो करोड़ की मशीनरी भी सरकार के उपयोग में आने वाली है।इसके साथ साथ यहां बिजली,आवासीय समेत अन्य सुविधाएं पहले से ही है।
जानकारी देते हुए विजय बंसल ने बताया कि यदि एचएमटी पिंजोर की जमीन पर सरकार द्वारा विश्व स्तरीय कम्पनियों के उद्योग लगवाए जाते हो तो निश्चित रूप से इलाके के हजारो युवाओ व बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा।नजदीकी लघु उद्योगों को भी फायदा होगा।इसके साथ ही इलाके के सुनहरे दिन भी वापिस आ सकेंगे।विजय बंसल ने यह भी बताया कि एचएमटी की जमीन को केवल औद्योगिक कार्यो के लिए ही उपयोग किया जा सकता है इसलिए सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए।
सुनहरे दिन आएंगे इलाके में वापिस।
विजय बंसल के अनुसार एचएमटी की 846 एकड़ जमीन में से खाली पड़ी 412.67 एकड़ जमीन का उपयोग विश्व स्तरीय कम्पनियों को विभिन्न उद्योग लगाने के लिए किया जा सकता है जिससे रोजगार तो पैदा होगा ही बल्कि राज्य सरकार को भी टैक्स के रुप में खजाना बढेगा।एचएसआइआइडीसी ने एचएमटी से 60 लाख रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से 446 एकड़ जमीन खरीदी थी जिसमे से 33 एकड़ जमीन रेलवे विभाग को चंडीगढ़-बद्दी रेलवे ब्रॉडगेज के तहत दी गई है।गौरतलब है कि अक्टूबर 2016 में एचएमटी ट्रेक्टर प्लांट को केंद्र सरकार द्वारा बन्द किया गया था,ऐसे में अब ट्रेक्टर प्लांट की करोड़ो की मशीनरी को जंग लग रहा है।
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