सूबे में अब तक 8 जिलों में कम, 13 जिलों में अधिक हुई बरसात, मजदूरों की कमी के बावजूद 18.34 लाख हेक्टेयर में खरीफ बिजाई
53 फीसदी खरीफ एरिया कवर, माॅनसून सक्रिय होने पर तेजी से बिजाई कार्य जारी
सत्य खबर हरियाणा
जुलाई में माॅनसून पूरी तरह से प्रदेश पर मेहरबान अभी भी नहीं हुआ है। अब तक सूबे के 13 जिलों में सामान्य से अधिक बरसात हो चुकी है, जबकि आठ जिलों में बरसात की कमी बनी हुई है। पिछले 24 घंटे में हरियाणा में 5.7 एमएम बरसात हुई है। जबकि 10 से 12 जुलाई तक उत्तरी हरियाणा के अम्बाला, पंचकूला, यमुनानगर, करनाल, कुरुक्षेत्र और कैथल में 70 एमएम तक बरसात हो सकती है।
एक से नौ जुलाई तक प्रदेश में 36 एमएम बरसात हो चुकी है। जो सामान्य से छह फीसदी अधिक है। जबकि मानसून सीजन में करीब 84 एमएम बरसात हुई है। जो तीन फीसदी ज्यादा है। इसी अवधि में धान, बाजरा, ज्वार, ग्वार सहित अन्य फसलों की बिजाई की जाती है। प्रदेश में चार लाख के करीब प्रवासी मजदूरों की कमी नहीं खलने दी।
विपरीत परिस्थितियों में भी प्रदेश में 18.34 लाख हेक्टेयर में खरीफ की फसलों की बिजाई हो चुकी है। अब तक कुल लक्ष्य का 53 फीसदी एरिया किसानों ने कवर कर लिया है। जबकि कुल एरिया 30.56 लाख हेक्टेयर है, जिसमें खरीफ फसलों की बिजाई होनी है। आईएमडी के निदेशक डॉ. सुरेंद्र पाल ने बताया कि माॅनसून अगले तीन तक उत्तरी हरियाणा के जिलों में सक्रिय रहेगा, इससे तेज बरसात होने की संभावना है।
6.38 लाख हेक्टेयर में धान रोपाई
कोरोना संकट में किसानों के साथ सबसे बड़ी चुनौती धान रोपाई थी। 15 जून से सात जुलाई तक 22 दिन की अवधि में किसानों ने प्रदेश में 6.38 लाख हेक्टेयर में धान की रोपाई कर दी। धान का सामान्य एरिया 14.33 लाख हेक्टेयर है, लेकिन अबकी बार कृषि विभाग ने 12 लाख हेक्टेयर में धान रोपाई का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसमें से 53.17 फीसदी एरिया में धान रोपाई हो चुकी है। इसी अवधि में गत वर्ष प्रदेश में 5.90 लाख हेक्टेयर में धान रोपाई हुई थी। यानी अबकी बार 48 हजार हेक्टेयर अधिक एरिया अब तक किसान कवर कर चुके हैं।
https://sat.magzian.com/हरियाणा-लोकसेवा-आयोग-की-भ/
2.45 लाख हेक्टेयर तक पहुंचा बाजरा
अब तक बाजरा की 2.45 लाख हेक्टेयर में बिजाई हुई है। क्योंकि मानसून देरी से सक्रिय हुआ है। प्रदेश में अबकी बार 5.71 लाख हेक्टेयर में बाजरा की बिजाई होनी है। पांच हजार हेक्टेयर में मक्का, 49 हजार हेक्टेयर में ज्वार, 15 हजार हेक्टेयर में खरीफ पल्सेस, आठ हजार हेक्टेयर में खरीफ ऑयल सीड, 93 हजार हेक्टेयर में गन्ना, 7.37 हेक्टेयर में कपास और 44 हजार हेक्टेयर में ग्वार की बिजाई हो चुकी है।
प्रदेश में नियुक्त किए जाएंगे 1100 वृक्ष मित्र, वन विभाग देगा मानदेय
प्रदेश में अबकी बार 1.25 करोड़ पौधों को रोपाई होगी। पौधों को पंचायत, नंबरदार और ग्रामीणों व स्टूडेंट्स की सहायता से सुदूर देहात तक रोपित किया जाएगा। जुलाई-अगस्त में यह लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा। पौधों का पालन पोषण ठीक तरीके से हो, इसके लिए वन विभाग ने अबकी बार 1100 गांवों में वृक्ष मित्र नियुक्त करने का निर्णय लिया है। यह वृक्ष मित्र प्रकृति प्रेमी होंगे। हर जिले के 50-50 गांव में ऐसे युवाओं को तलाशा जाएगा। यही नहीं इन युवाओं को मानदेय भी दिया जाएगा।
गांव में कितने पौधे लगे, कितने जिंदा हैं या कितने सूख गए आदि की डिटेल भी इन युवाओं को वन विभाग को देना होगी। सिंचाई और सुरक्षा का जिम्मा संभालने के अलावा ये युवा ग्रामीणों को पौधे लगाने के लिए प्रेरित भी करेंगे। खास बात यह होगी कि इनके पास एक किताब होगी, जिसमें ये पौधों से संबंधित जानकारी पढ़कर ग्रामीणों को सुनाएंगे। पुराने किस्से भी सुनाए जाएंगे, जिनमें पौधों को अधिक महत्व देकर हमारे पूर्वज लंबी जिंदगी जिया करते थे। योजना को इसी माह से लागू किया जाएगा। वन मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने बताया कि अबकी बार वन विभाग की ओर से 1100 गांवों में पौधरोपण का कार्यक्रम है। अबकी बार वन विभाग ने निर्णय लिया है कि गांव के बीच में भी जहां पर जगह है, वहां पर पौधरोपण किया जाएगा।
https://sat.magzian.com/गैंगस्टर-विकास-दुबे-मारा/
Aluminium scrap price list Aluminium scrap inventory logistics Metal reclaiming facility