After 43 years again wreak havoc on Morbi
गुजरात में मोरबी शहर में रविवार को हुए हादसे ने मोरबी के लोगों की फिर से एक दर्दनाक घटना को ताजा कर दिया है,, जिसमें हजारों लोगों ने अपनी जान गवाई है. 11 अगस्त 1979 को ये पूरा शहर किस तरह श्मशान में तब्दील हो गया था. लगातार बारिश और स्थानीय नदियों में बाढ़ के चलते मच्छु डैम ओवरफ्लो हो गया था. इससे कुछ ही देर में पूरे शहर में तबाही मच गई थी।
11 अगस्त 1979 को दोपहर सवा तीन बजे डैम टूट गया और 15 मिनट में ही डैम के पानी ने पूरे शहर को अपनी चपेट में ले लिया था. देखते ही देखते मकान और इमारतें गिर गईं थी, जिससे लोगों को संभलने तक का मौका भी नहीं मिला था. सरकारी आंकड़ों के अनुसार इस हादसे में 1439 लोगों और 12,849 हजार से ज्यादा पशुओं की मौत हुई थी. बाढ़ का पानी उतरने के लोगों ने भयानक मंजर देखा.After 43 years again wreak havoc on Morbi
Also check these news links:
रायबरेली का दारूबाज बंदर… शराब ना मिलने पर करता है हंगामा
प्रियंका चोपड़ा लौट रही अपने वतन, जानिए कब
सुनहरा मौका 40 हजार रुपये से भी कम में मिलेगा iPhone… जानिए कैसे?
लिफ्ट के बहाने किया महिला के साथ गलत काम, गैंगरेप के आरोपियों को कोर्ट में पेश कर पुलिस लेगी रिमांड
इंसानों से लेकर जानवरों के शव खंभों तक पर लटके हुए थे. हादसे में पूरा शहर मलबे में तब्दील हो चुका था और चारों ओर सिर्फ लाशें नजर आ रही थीं. इस भीषण हादसे के कुछ दिन बाद इंदिरा गांधी ने मोरबी का दौरा किया था, तो लाशों की दुर्गंध इतनी ज्यादा थी कि उनको नाक में रुमाल रखनी पड़ी थी. इंसानों और पशुओं की लाशें सड़ चुकी थीं. उस समय मोरबी का दौरा करने वाले नेता और राहत एवं बचाव कार्य में लगे लोग भी बीमारी का शिकार हो गए थे.
करीब पांच साल पहले मोरबी में चुनावी रैली के दौरान PM नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा था- ‘मच्छू बांध त्रासदी के बाद राहत कार्य के दौरान राहुल गांधी की दादी इंदिराबेन मुंह पर रूमाल डाले दुर्गंध और गंदगी से बच रही थीं. जबकि, संघ के कार्यकर्ता कीचड़ व गंदगी में घुस कर सेवाभाव से काम कर रहे थे. गुजराती मैगजीन चित्रलेखा ने इंदिरा की तस्वीर पर राजकीय गंदगी और संघ के कार्यकर्ताओं की तस्वीर पर मानवता की महक का शीर्षक लगाया था’After 43 years again wreak havoc on Morbi
Scrap aluminium waste audit Aluminium scrap sustainability initiatives Metal waste baling services