Himachal election update all parties
सत्य खबर, नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश में चुनाव प्रचार थम चुका है. पहाड़ी राज्य में आगामी 12 नवंबर को नई सरकार चुनने के लिए मतदान होगा और 8 दिसंबर को परिणाम घोषित होंगे. आपको बता दें की हिमाचल में मुकाबला काफी दिलचस्प है. क्योंकि, इस आप भी चुनावी मैदान में पैर जाम ली है. ऐसे में यहां त्रिकोणिये चुनावी मुकाबला देखने को मिल रहा है.Himachal election update all parties
चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले राज्य में कांग्रेस बनाम बीजेपी की सीधी टक्कर मानी जा रही थी, लेकिन जैसे-जैसे प्रचार का समय निकलता गया, राज्य में मामला आप बनाम कांग्रेस बनाम बीजेपी हो गया. इस त्रिकोणीय मुकाबले के लिए तीनों ही दलों ने जमकर प्रचार-प्रसार किया. पीएम मोदी से लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल, कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी से लेकर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर तक, प्रत्येक दल के दिग्गज नेताओं ने चुनाव प्रचार में अपनी-अपनी मौजूदगी दर्ज कराई.
हिमाचल में चुनाव लड़ रहे सभी दलों के एजेंडे में अगर कोई बात कॉमन थी, तो वो था हिमाचल के विकास का एजेंडा और रोजगार, लेकिन इन सबके बीच कुछ बिंदु ऐसे है जो चौकाने वाले हैं.
दागी नेताओं पर पार्टियां जमकर खेल रही दांव
चुनाव मैदान में कुल 412 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, जिनमें से 94 प्रत्याशियों के ऊपर आपराधिक मामले दर्ज हैं, जोकि कुल प्रत्याशियों का 23 प्रतिशत है. यानी, लगभग हर चौथे उम्मीदवार पर क्रिमिनल केस दर्ज है. इन 94 प्रत्याशियों में से 50 प्रत्याशी तो ऐसे हैं, जिनपर हत्या, हत्या के प्रयास, दंगा, आगज़नी जैसे गंभीर आरोपों में मामले दर्ज हैं.
राजनीतिक दलों के हिसाब से बात करें तो भाजपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और सीपीआई (एम) कोई भी दल इस आंकड़ें में पीछे नहीं है. राज्य में सीपीआई (एम) कुल 11 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, इनमें से 7 सीटों पर उसने दागी प्रत्याशी उतारे हैं, जोकि कुल संख्या का 64% है. इसके बाद इस सूची में कांग्रेस का नाम आता है, जिसके 68 प्रत्याशियों में से 36 प्रत्याशी दागी हैं, यह आंकड़ा कुल संख्या का 53% होता है. अंत में इस सूची में बसपा का नाम आता है, जिसके 2 प्रतिशत प्रत्याशी दागी हैं.Himachal election update all parties
तीसरे स्थान पर भाजपा और आम आदमी पार्टी संयुक्त रूप से क्रमश: (68 में से 12 दागी प्रत्याशी), (67 में से 12 दागी प्रत्याशी) आते हैं.
दागी नेताओं पर भरोसा जताती पार्टियां
वर्ष 2017 के हिमाचल विधानसभा चुनाव की बात करें तो राज्य में कुल 338 प्रत्याशी मैदान में थे, जिनमें से 61 प्रत्याशी दागी थे, जोकि कुल संख्या का 18 फीसद था. यही आंकड़ा अब 2022 के विधानसभा चुनाव में बढ़कर 23 प्रतिशत हो गया है.
2017 के चुनाव में 50 प्रत्याशियों के ऊपर गंभीर धाराओं में मुक़दमे दर्ज थे, वहीं 2022 में यह आंकड़ा बढ़कर 12 प्रतिशत हो गया है.
Also check these news links:
अमेरिका जाने वाले भारतीयों के लिए बड़ी खुशखबरी,जानिए क्या
उत्तराखंड सरकार ने बाबा रामदेव की इन 5 दवाइयों के उत्पादन पर लगाई रोक
फिलहाल इन चुनावों में 2 प्रत्याशी ऐसे हैं, जिनके ऊपर आईपीसी की धारा के तहत हत्या का मामला दर्ज है, वहीं 5 प्रत्याशी ऐसे हैं जिनपर महिला उत्पीड़न, शोषण और बदसलूकी जैसे मामले दर्ज हैं. इसके अलावा 3 प्रत्याशियों पर हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज है. इन प्रत्याशियों के चलते राज्य के कुल 13 प्रतिशत विधानसभा क्षेत्र (9) ‘रेड अलर्ट’ श्रेणी में हैं.
जानकारी के लिए बता दें कि रेड अलर्ट विधानसभा क्षेत्र वह होता है, जहाँ के तीन या उससे अधिक प्रत्याशियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होते हैं.
कौन सा प्रत्याशी किस मामले में दागी?
अगर सारगर्भित रूप से बात करें तो चंबा से भारतीय वीर दल के प्रत्याशी उत्तम सिंह, चिंतपूर्णी से INC प्रत्याशी सुरदर्शन सिंह बबलू पर महिलाओं से जुड़ा अपराध का मामला दर्ज है, जबकि उनकी ही पार्टी के दून से कांग्रेस प्रत्याशी राम कुमार पर हत्या का मामला दर्ज है. आनी विधानसभा सीट से CPI (M) के टिकट पर चुनाव लड़ रहे देवकी नंद पर हत्या के प्रयास सहित कुल 9 मामले दर्ज हैं. इसके अलावा कुल्लु की अनी सीट से भाजपा प्रत्याशी लोकेंद्र कुमार पर , शिमला ग्रामीण से कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह पर कुल 11-11 मामले दर्ज हैं. इसके अलावा आप के टिकट पर चुनाव पांवटा साहिब विधानसभा से चुनाव लड़ रहे मनीष कुमार पर 19 आपराधिक मामले दर्ज हैं.
Aluminium swarf recycling Scrap aluminium allocation Scrap metal recycling incentives
Metal cutting services Ferrous material recycling awareness Iron scrap storage
Ferrous recycling facility, Iron repurposing solutions, Industrial scrap metal management