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सिद्दू मूसेवाला मर्डर के एक आरोपी ने किया बड़ा खुलासा,जानिए क्या बताया

सत्य खबर, चण्डीगढ़ ।

पंजाबी सिंगर शुभदीप सिंह सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में 2 साल बाद बड़ा खुलासा हुआ है। शूटरों ने गायक पर फायरिंग करने से पहले सुनसान जगह पर AK-47 चलाकर चेक की। गैंगस्टरों ने ग्रेनेड लॉन्चर भी चलाया, लेकिन उसमें वह सफल न हुए। बदमाशों ने मूसेवाला को मारने के लिए पुलिस कर्मी बनने की भी प्लानिंग की थी, लेकिन दो महिलाएं न मिलने के कारण इस प्लान को बदमाशों ने मौके पर बदल दिया।

हत्याकांड में शूटर केशव निवासी आवा बस्ती बठिंडा ने पुलिस पूछताछ में बताया कि मूसेवाला की हत्या से पहले प्रियवर्त फौजी, दीपक मुंडी सहित अन्य सभी आरोपी डबवाली के गांव सकता खेड़ा के खेतों में सुनसान जगह पर AK-47 सहित पिस्टलों को चलाकर चेक करके गए थे। प्रियवर्त फौजी और दीपक मुंडी ने ग्रेनेड लॉन्चर चलाकर चेक करने की कोशिश की थी, लेकिन आरोपियों से ग्रेनेड चला नहीं, जिस कारण फौजी ने उसे पैक करके रख दिया। फर्जी पुलिस कर्मी बनकर करनी थी वारदात
सिंगर मूसेवाला के पास भारी सुरक्षा फोर्स रहती थी, जिस कारण गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने गैंगस्टरों को बड़ी संख्या में पिस्टल और AK-47 दी थी। बदमाशों ने योजना बनाई थी कि गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया के शूटर मनप्रीत सिंह, जगरूप रूपा सहित 3 अन्य युवक फर्जी पुलिसकर्मी बनकर मूसेवाला के घर जाएंगे।

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बदमाशों ने बाकायदा पुलिस की वर्दी तक खरीद ली थी। पुलिस वर्दी का पूरा सामान और दो महिलाएं न मिलने के कारण आरोपियों ने इस प्लान को मौके पर रद्द कर दिया था। गोल्डी बराड़ ने दो फर्जी लड़कियां तैयार की थीं, जिन्होंने पुलिस कर्मचारियों के साथ फर्जी पत्रकार बनकर मूसेवाला के घर दाखिल होना था।

इसके बाद जब मूसेवाला की पुलिस सुरक्षा हटा दी गई तो गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने आरोपी केशव को फोन करके कहा था कि अब मूसेवाला के साथ पुलिस सुरक्षा नहीं है, तुम फतेहाबाद जाकर सभी साथियों को मानसा लाओ। इसके बाद केशव बाइक पर फतेहाबाद गया और अपने सभी साथियों के साथ मानसा आया था। आरोपी ने अपनी बाइक आगे लगाई, जबकि दूसरे साथी उसके पीछे गाड़ियां लेकर पहुंचे थे। सूत्रों के मुताबिक, जब फर्जी पुलिस वाले बनकर लड़कियों को बतौर पत्रकार योजना में शामिल कर मूसेवाला की हत्या करने की योजना बनाई गई तो रात को सभी आरोपी डबवाली के गांव सकता खेड़ा के खेतों में सुनसान जगह पर एक कमरे में रुके थे। वहां पर सभी आरोपियों ने अपने-अपने पिस्टल और AK-47 को चलाकर चेक किया था।

हथियार चलाकर चेक करने के बाद अगले दिन सुबह 5 बजे आरोपी खेतों से निकलकर मानसा की ओर चल पड़े थे।
केशव द्वारा पुलिस को बताए अनुसार, जब सभी आरोपी खेतों से निकालकर मानसा की तरफ चले तो स्कॉर्पियो में 3 पंजाबी लड़के और शूटर मनप्रीत सिंह मन्ना और जगरूप रूपा भी थे। जबकि, दूसरी बोलेरो गाड़ी में प्रियवर्त फौजी, केशव, दीपक मुंडी, कशिश उर्फ कुलदीप और अंकित सवार थे।

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दोनों गाड़ियां डबवाली से ही अलग हो गई थीं। क्योंकि, स्कॉर्पियो गाड़ी सवार लड़के पुलिस की वर्दी पूरा करने के लिए सामान लेने की कहकर चले गए थे।

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