सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) – बच्चों की शारीरिक व मानसिक स्वस्थता के साथ-साथ उनके मनोभाव की समझ रखने से पालकों यानि माता-पिता के लिए बढ़ती उम्र में बच्चों की उलझनें सुलझाने के रास्ते आसान हो जाते हैं और उसके लिए जरूरी है कि बच्चों के साथ गुणवत्तापूर्ण समय व्यतीत किया जाए। बच्चों के साथ जितनी अच्छी संवाद शैली होगी, उतना ही बच्चे अपनी उत्सुकता को शान्त करने हेतु दिल खोलकर माता-पिता से बातचीत करेंगें। इसके लिए बच्चों को बोलने के अवसर ज्यादा से ज्यादा दें और उन्हें धैर्यपूर्वक सुनें।
इन्हीं परिस्थितियों को मद्देनजर रखते हुए ज्यादा से ज्यादा लोगों व किशोरावस्था के बच्चों के साथ-साथ उनके अभिभावकों व शिक्षकों को जागरूक करने हेतु हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद द्वारा एक महत्वपूर्ण परियोजना तैयार की गयी है। इसी के अन्तर्गत गांव घासो खुर्द स्थित आरोही मॉडल वरिष्ठ मध्यमिक विद्यालय में जिला बाल कल्याण अधिकारी, जीन्द व राज्य परियोजना नोडल अधिकारी अनिल मलिक ने हरियाणा राज्य का 13वां बाल सलाह, परामर्श व कल्याण केन्द्र स्थापित किया।
इस अवसर पर विद्यालय में बाल सुरक्षा एवं संरक्षण में सहायक मनोवैज्ञानिक परामर्श विषय पर एक सेमीनार का आयोजन किया गया, जिसमें प्रमुख रूप से प्राचार्य डॉ. विशाल अग्रवाल, नीरज कुमार, अंकित देसवाल, नरेन्द्र कुमार, सोहन नैन मौजूद रहे। सेमिनार में उपस्थित किशोरों व शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए अनिल मलिक ने कहा कि जागरूकता के अभाव में माता-पिता द्वारा किशोरवय आयु के मद्देनजर उचित शिक्षा व समझ देने के अभाव की वजह से बच्चों के साथ यौन शोषण की घटनाएं दिनों-दिन बढ़ती जा रही हैं। आज छुपाने या दबाने से बात नहीं बनने वाली है, बल्कि बच्चों को दोस्ताना वातावरण प्रदान करना होगा।
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