राष्‍ट्रीय

किसान आंदोलन स्थल पर आज पहुंचेंगे राकेश टिकट के अलावा यह किसान नेता

सत्य खबर, अंबाला ।

हरियाणा और पंजाब के शंभू बॉर्डर व खनौरी बॉर्डर पर किसानों के प्रदर्शन को आज 10 महीने हो गए हैं। खनौरी बॉर्डर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, पंजाब और हरियाणा के सीएम के पुतले जलाए जाएंगे।

 

दूसरी तरफ 18 दिन से मरणव्रत पर बैठे जगजीत सिंह डल्लेवाल से मिलने के लिए पहली बार संयुक्त किसान मोर्चा के नेता पहुंच रहे हैं। इनमें राकेश टिकैत और हरिंदर सिंह लखोवाल समेत 10 नेता शामिल रहेंगे। संभावना है कि इस मुलाकात के दौरान प्रदर्शन को आगे बढ़ाने को लेकर कोई नई रणनीति बनेगी।

 

गुरुवार को अमेरिका से आए कैंसर स्पेशलिस्ट डॉक्टरों और सरकारी डॉक्टरों की टीम ने जगजीत सिंह डल्लेवाल की सेहत की जांच की। उन्होंने कहा कि डल्लेवाल की हालत काफी क्रिटिकल है। किडनी डैमेज हो सकती है। इस समय उन्हें अर्जेंट मेडिकल अटेंशन की जरूरत है।

 

Amit Shah बिना दवा जी रहे हैं स्वस्थ जीवन! जानिए उनका फिटनेस मंत्र
Amit Shah बिना दवा जी रहे हैं स्वस्थ जीवन! जानिए उनका फिटनेस मंत्र

डॉक्टरों ने कहा कि हम 24 घंटे उन्हें मॉनिटर कर रहे हैं। इससे पहले सरकारी डॉक्टरों की टीम ने अपनी रिपोर्ट किसानों को सौंपी। दोनों रिपोर्ट का मिलान किया गया, जो एक जैसी निकलीं।

 

 

 

इस बीच अंबाला के DC ने संगरूर के DC को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने कहा कि जगजीत सिंह डल्लेवाल का वजन कम हो गया है। किसान नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस और अन्य माध्यमों से ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोगों से दिल्ली कूच करने और जगजीत सिंह डल्लेवाल के स्वास्थ्य को लेकर अरदास करने की अपील की है। इसे देखते हुए अनुरोध है कि डल्लेवाल को उचित मेडिकल सुविधा उपलब्ध करवाएं और सभी जरूरी कार्रवाई करें, ताकि शंभू बॉर्डर पर चल रहे आंदोलन पर इसका कोई दुष्प्रभाव न पड़े और अंबाला में कानून व्यवस्था की स्थिति बनी रहे।

 

डल्लेवाल के मरणव्रत को खत्म करवाने के लिए पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई है। ये याचिका एडवोकेट वासु रंजन शांडिल्य ने दाखिल की है। उन्होंने कहा कि डल्लेवाल की हालत नाजुक है। ऐसे में उनका मरणव्रत तुड़वाया जाना चाहिए। डल्लेवाल को जरूरी डॉक्टरी सहायता देने के लिए कदम उठाएं। उम्मीद है कि इस मामले पर आज सुनवाई होगी।

Mithun Chakraborty की मांग ने मचाई हलचल! क्या बंगाल में लगेगा राष्ट्रपति शासन?"
Mithun Chakraborty की मांग ने मचाई हलचल! क्या बंगाल में लगेगा राष्ट्रपति शासन?

 

 

गुरुवार को डल्लेवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा। इसमें उन्होंने अपने खून से साइन किए हैं। उन्होंने पत्र में केंद्र सरकार से किए वादें पूरा करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह मेरा आपको पहला और आखिरी पत्र है। इससे पहले उन्होंने एक वीडियो संदेश के जरिए अगले एक हफ्ते तक मोर्चे में डटने की अपील लोगों से की थी।

 

14 दिसंबर को किसान दिल्ली की तरफ तीसरी बार कूच करेंगे। 16 दिसंबर को पंजाब को छोड़कर सभी राज्यों में ट्रैक्टर मार्च निकाल जाएंगे। इस दिन राष्ट्रपति के नाम डीसी व एसडीएम को मांग पत्र सौंपे जाएंगे।

Back to top button