परिणाम से पहले कांग्रेस प्रत्याशी का करनाल लोकसभा उपचुनाव को लेकर बड़ा खुलासा
सत्य खबर, करनाल ।
करनाल विधानसभा का उपचुनाव लड़ने वाले कांग्रेस के प्रत्याशी त्रिलोचन सिंह ने विधानसभा चुनावों में एक-दो नेताओं द्वारा पीठ में छूरा घोपने वाले बयान से राजनीतिक गलियारों में एक उफान ला दिया है। अभी तक कांग्रेस में अंदरूनी भीतरघात की सिर्फ चर्चाएं होती थी, लेकिन तरलोचन सिंह ने भीतरघात की चर्चाओं पर मुहर लगा दी।तरलोचन सिंह ने न सिर्फ कुछ नेताओं द्वारा पीठ में छूरा घोपने की बात कही, बल्कि यह भी कहा है कि वे उन नेताओं के नाम लिखकर हाईकमान तक भेजेंगे, अगर कार्रवाई नहीं हुई तो आलाकमान के दफ्तर के सामने ही धरने पर बैठ जाएगें।
तरलोचन सिंह ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस में कुछ नेता ऐसे भर्ती हो रखे है, जिन्होने कांग्रेस के समर्थन में वोट मांगने की बजाए, कांग्रेस के खिलाफ वोट करने की बात फोन के जरिए लोगों से कहीं और यह तक कह दिया कि बीजेपी को वोट दे देना, तो ऐसे में वे कांग्रेसी कांग्रेस के वफादार कैसे हो सकते है? हालांकि तरलोचन सिंह ने उन कांग्रेसियों के नामों का खुलासा करने से मना कर दिया, लेकिन इतना जरूर कहा है कि मैं नामों का भी खुलासा कर दूंगा, जब समय आएगा। ऐसे नेताओं से हमारे बड़े नेताओं को भी सावधान रहना पड़ेगा। तरलोचन सिंह के चुनाव प्रचार के दौरान सभी नेता नजर आए थे, इस सवाल पर तरलोचन सिंह ने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान नेता साथ जरूर थे, लेकिन छूरा तो धीरे से और पीछे से ही घोपा जाता है और इन नेताओं या फिर कार्यकर्ताओं में से किसने छूरा घोपा है, उसका भी पता चल चुका है, समय आने पर खुलासा भी कर देंगे। इस पूरे प्रकरण की शिकायत कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन को की जाएगी और उसकी काॅपी ऊपर से लेकर नीचे तक के नेताओं को दी जाएगी।
तरलोचन सिंह ने कहा कि चुनाव में हार और जीत होना एक अलग मुद्दा है, लेकिन दागबाज नेताओं या फिर कार्यकर्ताओं ने अपने फर्ज का ही निर्वहन नहीं किया, उल्टा नेगेटिव बोले। हम सरकार के सामने इलेक्शन लड़ रहे है, और हमने पूरी मेहनत की है और कार्यकर्ताओं ने भी पूरी मेहनत की है लेकिन कुछ लोगों ने दूसरों को फोन कॉल्स किए और नेगेटिव प्रचार किया। अगर मेहनत सभी करते तो उसमें कोई ईशू नहीं था। जो भी कुछ हुआ है उसके सबूत हमारे पास है। खुद की महत्वाकांक्षा के लिए उन नेताओं ने यह सोचा कि अगर त्रिलोचन सिंह इलेक्शन हार जाता है तो अगला इलेक्शन हम लड़ेंगे।
तरलोचन सिंह ने एक बड़ी फूट की बात उजागर की है। ऐसे में सोशल मीडिया पर पोस्ट करके तरलोचन सिंह ने किसकी तरफ इशारा किया है, आखिर वह कौन सा नेता है जिसने तरलोचन सिंह की पीठ में छूरा घोंपा है। राजनीतिक जानकारों की मानें तो करनाल से विधानसभा की टिकट के लिए कई दावेदार थे और वे दावेदार मंच पर और चुनाव प्रचार में दिखाई भी दिए। तरलोचन सिंह किसकी तरफ इशारा कर रहे है, वह तरलोचन सिंह ही खुलासा कर सकते है। लेकिन इतना जरूर स्पष्ट हो चुका है, जहां पहले SRK और हुड्डा गुट में गुटबाजी चलती थी, अब हुड्डा गुट के नेताओं में ही गुटबाजी नजर आ रही है और यह गुटबाजी कितना बड़ा नुकसान करेगी, यह तो 4 जून को ही पता चलेगा।