हरियाणा

गुरुग्राम सीट से कांग्रेस ने बॉलीवुड अभिनेता राज बब्बर को मैदान में उतारा,कैप्टन को झटका।

सत्य ख़बर, गुरुग्राम, सतीश भारद्वाज :

हरियाणा में आखिरकार कांग्रेस पार्टी ने मंगलवार को गुरुग्राम की लोकसभा सीट से उम्मीदवार का ऐलान कर दिया। यहां से बॉलीवुड अभिनेता राज बब्बर को मैदान में उतारा है। पार्टी ने यहां अपने सीनियर नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री कैप्टन अजय यादव की जगह फिल्म स्टार राज बब्बर पर भरोसा जताया है। राज बब्बर का मुकाबला बीजेपी के उम्मीदवार अहीरवाल के दिग्गज कहलाने वाले नेता राव इंद्रजीत से होगा।
अभिनेता राज बब्बर का जन्म उत्तर प्रदेश की आगरा शहर में 23 जून 1952 को हुआ था। वह तीन बार लोकसभा और दो बार राज्यसभा सदस्य रह चुके हैं। वह उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैं। राज बब्बर ने 1989 में जनता दल में शामिल होकर राजनीति में कदम रखा था ।
कांग्रेस ने इससे पहले हरियाणा की 10 में से 8 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की थी। जिसमें कुरुक्षेत्र सीट पार्टी ने इंडिया अलायंस के तहत आम आदमी पार्टी को दी है।
वहीं कांग्रेस ने पहली लिस्ट में हिसार से पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश को टिकट दी। वहीं भिवानी-महेंद्रगढ़ से पूर्व सीएम हुड्‌डा के करीबी राव दान सिंह को टिकट दिया गया। इसके अलावा अंबाला से वरुण चौधरी, सिरसा से कुमारी सैलजा, करनाल से दिव्यांशु बुद्धिराजा, सोनीपत से सतपाल ब्रह्मचारी, रोहतक से दीपेंद्र हुड्‌डा और फरीदाबाद से महेंद्रप्रताप को उम्मीदवार बनाया है। जिसका क्षेत्र के कद्दावर नेता करण दलाल विरोध कर रहे हैं।

कांग्रेस ने किसको कहां से मैदान में उतारा।
कांग्रेस की पहली लिस्ट में सबसे चौंकाने वाला नाम करनाल से दिव्यांशु बुद्धिराजा का था। पार्टी हाईकमान ने युवा कांग्रेस के अध्यक्ष पर भरोसा जताया। जबकि ये कयास लगाए जा रहे थे कि करनाल से पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा प्रत्याशी मनोहर लाल खट्‌टर के खिलाफ कांग्रेस बड़ा दांव खेलेगी, लेकिन टिकटों के ऐलान के बाद सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। वहीं अंबाला से कांग्रेस विधायक वरुण चौधरी को टिकट दिया गया। यह पहले से ही तय था कि मुलाना विधायक वरुण चौधरी को ही कांग्रेस लोकसभा उम्मीदवार बनाएगी।

पार्टी ने हिसार से टिकट मिलने की आस लगाए बैठे चौधरी बीरेंद्र सिंह के बेटे रिटायर्ड IAS अफसर एवं भाजपा के टिकट पर सांसद रह चुके बृजेन्द्र सिंह को टिकट नहीं दिया गया। हिसार से कांग्रेस ने हुड्डा के करीबी जय प्रकाश उर्फ जेपी को टिकट दिया। जय प्रकाश हिसार से पहले भी सांसद रह चुके हैं। हाल ही में जय प्रकाश ने आदमपुर उपचुनाव में भी भव्य बिश्नोई के सामने कांग्रेस की टिकट पर ताल ठोकी थी मगर हार का सामना करना पड़ा था। जाट बाहुल्य हिसार सीट पर कांग्रेस ने भी जाट कैंडिडेट को मैदान में उतारा।
हरिद्वार कांग्रेस अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी को सोनीपत लोकसभा सीट से टिकट दिया गया। सतपाल हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी माने जाते हैं। हुड्‌डा सतपाल की टिकट के लिए शुरू से पैरवी कर रहे थे। कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया पर एक कांग्रेस उम्मीदवारों की फेक लिस्ट जारी हुई थी, उसमें भी सोनीपत से सतपाल ब्रह्मचारी को ही प्रत्याशी दर्शाया गया था।

वहीं सिरसा से कांग्रेस ने पूर्व अध्यक्ष और पूर्व सांसद कुमारी सैलजा को मैदान में उतारा। सैलजा वर्ष 1990 में सिरसा लोकसभा से सांसद चुनी जा चुकी हैं और केंद्र में मंत्री बनी थीं। सैलजा के पिता चौधरी दलबीर सिंह भी सिरसा से सांसद रह चुके हैं। रोहतक से दीपेंद्र हुड्‌डा की टिकट फाइनल मानी जा रही थी। 2019 के लोकसभा चुनाव में वह 7 हजार वोटों के अंतर से भाजपा प्रत्याशी डॉ. अरविंद शर्मा से हार गए थे। यही वजह रही कि पार्टी हाईकमान को दीपेंद्र के रुख को देखते हुए उन्हें उम्मीदवार बनाना पड़ा। वहीं फरीदाबाद से पूर्व मंत्री महेंद्र प्रताप को पार्टी ने उम्मीदवार बनाया। महेंद्र प्रताप की साफ और स्वच्छ छवि को देखते हुए पार्टी हाईकमान ने उन्हें टिकट देने का फैसला किया।
भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से कांग्रेस ने पूर्व सांसद श्रुति चौधरी का टिकट काटकर हुड्‌डा के करीबी राव दान सिंह को टिकट दिया। श्रुति चौधरी भिवानी-महेंद्रगढ़ संसदीय क्षेत्र से सांसद रह चुकी हैं। वह पहली बार 2009 में इसी संसदीय क्षेत्र से चुनी गई थी। राव दान सिंह महेंद्रगढ़ से कांग्रेस के विधायक हैं और उन्होंने भाजपा के दिग्गज नेता रामबिलास शर्मा को इस सीट से हराया था। राव दान सिंह 2000, 2005, 2009 और 2019 में महेंद्रगढ़ विधानसभा से विधायक चुने गए हैं।

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