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बंगाल में ‘खालिस्तानी’ टिप्पणी पर पैदा हुआ विवाद, शुभेंदु अधिकारी पर लगे आरोप

सत्य खबर/ नई दिल्ली:

पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में हुई घटना को लेकर अब नया विवाद खड़ा हो गया है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता शुभेंदु अधिकारी एक सिख आईपीएस अधिकारी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में फंस गए हैं। उन पर एक सिख आईपीएस अधिकारी को खालिस्तानी कहने का आरोप लगा है.
हालांकि, शुभेंदु अधिकारी ने इस आरोप को पूरी तरह से खारिज कर दिया है. उन्होंने चुनौती भरे अंदाज में कहा कि दक्षिण बंगाल के एडीजी इस मामले में सबूत पेश करें अन्यथा परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें.

बीजेपी विधायक ने दावे को खारिज किया

दरअसल, बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली का दौरा करना चाहते थे. इस दौरान धमाखली में स्थिति से निपटने के लिए एक सिख आईपीएस अधिकारी को तैनात किया गया था. आरोप है कि शुभेंदु अधिकारी ने इस आईपीएस अधिकारी को खालिस्तानी कहा था.

इस दौरे के दौरान शुभेंदु अधिकारी के साथ बीजेपी विधायक अग्निमित्रा पॉल भी मौजूद रहीं. उन्होंने सिख आईपीएस अधिकारी को खालिस्तानी कहने के दावे को पूरी तरह खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि शुभेंदु अधिकारी या किसी भी बीजेपी समर्थक ने उन्हें खालिस्तानी नहीं कहा. उन्होंने पुलिस अधिकारी पर ड्यूटी नहीं करने का गंभीर आरोप भी लगाया.

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अधिकारी ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को दी सलाह

वहीं, आईपीएस अधिकारी जसप्रीत सिंह को बीजेपी कार्यकर्ताओं से यह कहते हुए सुना गया कि पगड़ी पहनने के कारण आप लोग मुझे खालिस्तानी कह रहे हैं. उन्होंने बीजेपी कार्यकर्ताओं से पूछा, क्या आपने यही सीखा है? अगर कोई पुलिस अधिकारी पगड़ी पहनकर ईमानदारी से अपनी ड्यूटी करता है तो क्या वह आप लोगों के लिए खालिस्तानी हो जाता है?
उन्होंने बीजेपी कार्यकर्ताओं से कहा कि आपको इस टिप्पणी पर शर्म आनी चाहिए. जब मैंने आपके धर्म के बारे में कोई टिप्पणी नहीं की तो आपको भी मेरे धर्म के बारे में कोई टिप्पणी नहीं करनी चाहिए. मैं बस अपना कर्तव्य निभा रहा हूं.’

शुभेंदु अधिकारी ने एडीजी को दी चुनौती

इस बीच पश्चिम बंगाल के नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने दक्षिण बंगाल एडीजी के दावों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है. उन्होंने साफ कहा कि मैंने सिख आईपीएस अधिकारी के खिलाफ खालिस्तानी होने को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की है. उन्होंने कहा कि एडीजी 24 घंटे के अंदर इन आरोपों के संबंध में साक्ष्य प्रस्तुत करें.
यदि वे साक्ष्य प्रस्तुत करने में विफल रहते हैं तो उन्हें परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि संदेशखाली में हुए घटनाक्रम से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए इस तरह का विवाद खड़ा किया गया है.

बंगाल पुलिस को कार्रवाई की चेतावनी

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उधर, पश्चिम बंगाल पुलिस का कहना है कि बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने सिख पुलिस अधिकारी के खिलाफ खालिस्तानी होने को लेकर टिप्पणी की थी. बंगाल पुलिस ने घटना पर दुख जताया और अधिकारी की टिप्पणी को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. बंगाल पुलिस ने इसे सांप्रदायिक रूप से भड़काने वाला बयान बताया और कहा कि इस मामले में कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

ममता ने बोला बीजेपी पर हमला

इस मामले को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी बीजेपी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि बीजेपी की सोच है कि पगड़ी पहनने वाला हर व्यक्ति खालिस्तानी है. भाजपा देश में विभाजनकारी राजनीति में लगी हुई है और पार्टी के रवैये ने सभी संवैधानिक सीमाओं का उल्लंघन किया है। इस कथित टिप्पणी को लेकर तृणमूल कांग्रेस ने भी शुभेंदु अधिकारी और बीजेपी पर हमला बोला है.

उधर, खालिस्तानी टिप्पणी के विरोध में सिख समुदाय के लोगों ने कोलकाता के मुरलीधर लेन स्थित बीजेपी के प्रदेश मुख्यालय पर प्रदर्शन किया. सिख समुदाय के लोगों ने कहा कि उनके समुदाय के खिलाफ इस तरह की टिप्पणी नहीं की जानी चाहिए.

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