रक्षामंत्री Rajnath Singh का विक्रांत दौरा! INS विक्रांत पर Rajnath Singh की मौजूदगी से क्यों कांप रहा पाकिस्तान जानिए पूरी वजह

रक्षामंत्री Rajnath Singh आज भारत के पहले स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत के दौरे पर हैं। यह दौरा ऑपरेशन सिंदूर की शानदार सफलता के बाद हो रहा है जिसमें भारतीय नौसेना ने अपनी ताकत और रणनीतिक क्षमता का प्रदर्शन किया। अरब सागर में तैनात विक्रांत पर रक्षामंत्री ने नौसेना के अधिकारियों और जवानों से मुलाकात की और उन्हें प्रोत्साहित किया।
ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान को कड़ा संदेश
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय नौसेना ने अपने कैरियर बैटल ग्रुप के साथ उत्तरी अरब सागर में अग्रिम तैनाती की। इस समूह की अगुवाई आईएनएस विक्रांत कर रहा था जिसमें 8 से 10 युद्धपोत शामिल थे। इस तैनाती ने पाकिस्तान को साफ संदेश दे दिया कि अगर उसने तनाव बढ़ाया तो भारतीय नौसेना उसके जहाजों के साथ साथ जमीनी ठिकानों को भी निशाना बना सकती है।
समुद्र का शेर आईएनएस विक्रांत
आईएनएस विक्रांत को समुद्र का शेर या तैरता हुआ किला कहना कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। यह विमानवाहक पोत 262 मीटर लंबा 62 मीटर चौड़ा और 59 मीटर ऊंचा है जिसमें 30 हजार टन विशेष स्टील का उपयोग किया गया है। यह तैरता हुआ हवाईअड्डा है जो 30 से ज्यादा फाइटर प्लेन और हेलिकॉप्टर ले जा सकता है।
विक्रांत की हथियार प्रणाली और ताकत
आईएनएस विक्रांत पर चार ऑटोब्रेडा 76 मिमी गन और चार क्लोज इन वेपन सिस्टम लगे हैं जो दुश्मन की मिसाइलों को हवा में ही तबाह कर सकते हैं। इसकी एडवांस रडार और मिसाइल डिफेंस प्रणाली इसे समुद्र में एक अभेद्य किला बनाती है। पाकिस्तान विक्रांत की ताकत से डरा हुआ है और ऑपरेशन सिंदूर के दौरान उसने कराची नेवल बेस से बाहर आने की हिम्मत नहीं की।
रक्षामंत्री का दौरा और भारत का संदेश
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह का यह दौरा ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का जश्न मनाने और नौसेना के मनोबल को मजबूत करने के लिए है। इससे पहले उन्होंने श्रीनगर में सेना और भुज में वायुसेना से मुलाकात की थी। आज उनकी आईएनएस विक्रांत पर मौजूदगी भारतीय नौसेना की ताकत का संदेश दे रही है और भारत की रक्षा नीति को और मजबूत बना रही है।