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किसान आंदोलन का पांचवा दिन आज, पीएम मोदी से बातचीत करने की अपील

सत्य खबर/नई दिल्ली:

एमएसपी पर कानूनी गारंटी की मांग को लेकर किसानों के आंदोलन का आज पांचवां दिन है. किसान संगठन अपनी मांगों को लेकर कड़ा संघर्ष करने के मूड में हैं. किसान संगठनों और केंद्रीय मंत्रियों के बीच तीन दौर की बातचीत के बावजूद अब तक कोई नतीजा नहीं निकल सका है. इस बीच किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने मांग की है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस मुद्दे पर बात करनी चाहिए. इसके साथ ही अजय मिश्रा टेनी को केंद्रीय मंत्रिमंडल से हटाने की भी मांग की गई है.

किसान आंदोलन के लंबा खिंचने से उत्तरी राज्यों को प्रतिदिन 500 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान होने की आशंका है. इस बीच किसानों के दिल्ली कूच के दौरान शंभू बॉर्डर पर पानीपत जीआरपी में तैनात सब इंस्पेक्टर हीरालाल की मौत हो गई. जानकारों के मुताबिक उनकी मौत खराब सेहत की वजह से हुई.

किसान संगठनों से बातचीत बेनतीजा

किसान संगठनों को मनाने की केंद्र सरकार की कोशिशें अब तक नाकाम साबित हुई हैं. गुरुवार रात चंडीगढ़ में केंद्रीय मंत्रियों और किसान संगठनों के बीच देर रात तक बातचीत चलती रही लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल सका. बैठक में केंद्रीय मंत्रियों ने एमएसपी की कानूनी गारंटी तुरंत लागू होने पर आने वाली समस्याओं की जानकारी दी, लेकिन किसान नेता इससे पीछे हटने को तैयार नहीं थे. बैठक रात करीब डेढ़ बजे खत्म हुई.

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बैठक के दौरान किसान नेताओं ने हरियाणा सरकार और पुलिस द्वारा बल प्रयोग पर कड़ी आपत्ति जताई. केंद्रीय मंत्री लखीमपुर खीरी घटना समेत किसानों की अन्य मांगों पर सहमत दिखे, लेकिन एमएसपी की कानूनी गारंटी पर कोई फैसला नहीं हो सका.

एमएसपी पर कानूनी गारंटी की मांग

इस बीच किस नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा है कि किसानों की मांगों पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आगे आना चाहिए. एमएसपी पर अध्यादेश के जरिये कानून लाना चाहिए. हमारी मांग है कि सभी फसलों पर एमएसपी लाया जाए. उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों की मांगें मान लेनी चाहिए और हम चाहते हैं कि आंदोलन का सुखद अंत हो. उन्होंने अजय मिश्रा टेनी को केंद्रीय मंत्रिमंडल से हटाने की भी मांग की.

शंभू बॉर्डर पर तैनात सब इंस्पेक्टर की मौत

इस बीच हरियाणा के अंबाला में किसान आंदोलन के चलते शंभू बॉर्डर पर तैनात सब इंस्पेक्टर हीरालाल की मौत हो गई है. 52 वर्षीय सब इंस्पेक्टर हीरालाल की ड्यूटी के दौरान अचानक तबीयत खराब हो गई, जिसके बाद उन्हें तुरंत अंबाला सिविल अस्पताल ले जाया गया. डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका. हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने सब इंस्पेक्टर हीरालाल को कर्तव्यनिष्ठ पुलिसकर्मी बताया. कपूर ने कहा कि सब-इंस्पेक्टर ने पूरी निष्ठा से अपना कर्तव्य निभाया है. उनका निधन पुलिस बल के लिए एक बड़ी क्षति है।

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उत्तरी राज्यों को लगेगा बड़ा आर्थिक झटका!

इस बीच, उद्योग संगठन पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री का कहना है कि किसान आंदोलन के लंबे समय तक चलने से उत्तरी राज्यों को लंबे समय तक आर्थिक संकट का सामना करना पड़ सकता है। संगठन के मुताबिक, किसान आंदोलन से रोजगार को गंभीर नुकसान होगा और उत्तरी राज्यों को प्रतिदिन 500 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हो सकता है.

पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष संजीव अग्रवाल ने कहा कि अगर किसान आंदोलन लंबा चला तो भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा. उत्तरी राज्यों में मुख्य रूप से पंजाब, हरियाणा और दिल्ली इससे प्रभावित होंगे। किसान आंदोलन का चौथी तिमाही में इन राज्यों के सकल राज्य घरेलू उत्पाद पर भारी असर पड़ेगा।

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