सत्य खबर, जयपुर । Four pilgrims die while returning from Khatushyamji
जयपुर-कोटा हाईवे पर खड़े कंटेनर में वैन जा घुसी। वैन में सवार ड्राइवर सहित 4 लोगों की मौत हो गई। सभी खाटूश्याम दरबार से दर्शन कर लौट रहे थे। गुरुवार सुबह करीब 4 बजे टोंक जिले के घाड़ इलाके में हादसा हुआ। बताया जाता है कि वैन ड्राइवर को झपकी आ गई थी। उधर से गुजर रहे लोगों ने काफी मशक्कत के बाद फंसे लोगों को बाहर निकाला। मृतकों में पति-पत्नी शामिल हैं।
मरने वालों में दो सगे भाई भी
जानकारी के अनुसार, घटना टोंक जिले के देवली से गुजर रहे नेशनल हाईवे पर देवड़ावास मोड़ की है। हादसे में वैन चकनाचूर हो गई। देवली के श्याम नगर निवासी मनीष शर्मा (45) पुत्र बंशीलाल शर्मा, ईशु शर्मा (40) पत्नी मनीष शर्मा, अमित शर्मा (40) पुत्र बंशीलाल शर्मा और अजमेर के नसीराबाद के रामसर थाना के रहने वाले वैन ड्राइवर रवि (26) पुत्र कैलाश की मौत हुई है। मनीष और अमित सगे भाई थे। ईशु शर्मा, मनीष की पत्नी थी। हादसे में मनीष की बेटी दीपाली (22), देवली निवासी अंशुल जैन (27) पुत्र पारस जैन और निक्की उर्फ निकेश (35) पुत्र रतन लाल घायल हो गए हैं। हादसे के बाद मृतकों के शवों को दूनी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया वहीं घायलों को दूनी अस्पताल से टोंक जिला अस्पताल रेफर किया गया। यहां पर दीपाली के सिर में चोट लगने के कारण उसे जयपुर के एसएमएस अस्पताल में रेफर कर दिया गया।
खाटूश्यामजी के दर्शन कर लौट रहे थे
सूचना पर देवली डिप्टी सुरेश कुमार समेत घाड़ और दूनी पुलिस मौके पर पहुंची। शव को बाहर निकाला गया। पुलिस ने बताया कि यह हादसा सुबह करीब 4:30 बजे देवड़ावास स्थित कृष्णा होटल के पास हुआ। बताया गया कि वैन सवार टोंक की ओर से देवली आ रहे थे। पुलिस के अनुसार तीन लोगों की मौके पर मौत हो गई, जबकि एक घायल ने टोंक अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। ये लोग खाटू श्याम जी के दर्शन कर लौट रहे थे। वैन में 7 लोग सवार थे। ये सभी टोंक जिले के देवली के बताए जा रहे हैं।
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28 फरवरी को घर से निकले थे सभी
ये सभी लोग 28 फरवरी को देवली से शाम 7 बजे खाटूश्यामजी के दर्शन करने के लिए निकले थे। खाटूश्यामजी रात 12 बजे पहुंचे और दर्शन किए। खाटूश्यामजी में श्याम मित्र मंडल, देवली का भंडारा चल रहा है। उसमें अमित ने दो भजन भी गाए थे। इस दौरान आयोजक प्रमोद मंडल ने उन्हें रोका था और सुबह जाने के लिए कहा था। लेकिन वे रात को ही खाटूश्याम जी से घर के लिए निकल गए। इस दौरान मनीष और अमित की मां कमलेश देवी भी उनके साथ थी। वापस आते समय वो अपने पीहर जयपुर में रुक गई।
आपको बता दे कि इनके परिवार में मां कमलेश देवी (85) और पिता बंशीलाल (90 ) के अलावा मनीष का एक बेटा लवनीत लवनीत (21) भी है। वहीं अमित की पत्नी रेखा (40) एक बेटा अमन खांडन (23) और एक बेटी दिप्ती (26) है। Four pilgrims die while returning from Khatushyamji
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