हरियाणा

गुरुग्राम पुलिस ने आनलाइन गेमिंग में ज्यादा प्रॉफिट का लालच देकर ठगी करने में 8 आरोपी दबोचे।

सत्य ख़बर, गुरुग्राम:

सतीश भारद्वाज गुरुग्राम पुलिस ने ऑनलाइन गेमिंग में ज्यादा प्रॉफिट का लालच देकर इन्वेस्टमेंट करने वाले एक बहुत बड़े ठगी गैंग का भंडाफोड़ किया है। जिसमें आठ आरोपियों से 28 मोबाइल व 3 लैपटॉप भी जब्त किए हैं।

पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया की बीती रात्रि की रात को निरीक्षक सवित कुमार, प्रबंधक थाना साईबर पूर्व, गुरूग्राम की टीम को अपने विश्वशनीय सूत्रों के माध्यम से सूचना मिली कि प्लॉट नम्बर 495, कोयल विहार, सैक्टर 52, गुरुग्राम* में गेमिंग में इन्वेस्टमेंट के बदले मोटा प्रॉफिट का झांसा देकर रुपए इन्वेस्टमेंट कराने के नाम पर ठगी का रैकेट चल रहा है।

सूचना पर एसीपी प्रियांशु दीवान HPS, साईबर अपराध, गुरुग्राम के निर्देशन में एक रेडिंग टीम गठित की गई और उपरोक्त सूचना में बताए गए स्थान पर चलाए जा रहे,ऑफिस पर रेड़ की। जहां पर फर्जी/अवैध तरीके से आफिस संचालित होना पाया गया । अनुसंधान के दौरान आरोपियान द्वारा अलग अलग गेम खिला कर इन्वेस्टमेंट करने के नाम पर धोखाधड़ी करके ठगी करना पाया गया। पुलिस टीम द्वारा आफिस /रैकेट के मालिक/संचालक सहित कुल 08 आरोपियों को काबू* किया, जिनकी पहचान सुनील कुमार उर्फ सोनू (संचालक) डीएसपी रोड, फतेहाबाद, पवन गांव हिजरावा कलां, फतेहाबाद, अर्षदीप गांव हिजरावा कला, फतेहाबाद,तरुण डीएसपी रोड, फतेहाबाद, पारसदीप कंगनपुर रोड, भारत नगर, सिरसा, दीपक गांव मतलोड़ा, हिमांशु पटियाला चोक व राजेंद्र गांव जीतो आगार जिला रियासी जम्मू-कश्मीर के रुप मे हुई। वहीं पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ साज बाज व धोखाधड़ी सहित संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्द का आरोपियों को गिरफ्तार किया।

आरोपियों से पूछताछ करने पर बताया कि सुनील उर्फ सोनू उपरोक्त धोखाधडी के रैकेट का संचालक* है तथा यह अपने उपरोक्त अन्य साथियों/कर्मचारियों के साथ मिलकर इस रैकेट को चलाता है। अभी तक के अनुसंधान से यह भी सामने आया है की इस रैकेट का एक सदस्य श्रीलंका से भी इस तरह की अवैध गतिविधियां चलाता है । गिरफतार आरोपी सुनील ने उपरोक्त सभी (आरोपियों) को सेलरी/कमीशन पर रखा हुआ है और ठगी गई राशि में से कमीशन/बोनस के तौर पर 02 प्रतिशत रुपए भी देता था।

उक्त रैकेट के मालिक/संचालक से पुलिस पूछताछ में यह भी ज्ञात हुआ कि यह पिछले 01 वर्ष* से अपने एक अन्य साथी तथा उपरोक्त आरोपियों के साथ मिलकर यह काम कर रहा है। ये खुद को विभिन्न कंपनियों के कर्मचारी बताकर लोगों से बातचीत करके उनको ऑनलाईन गेमिंग तथा इन्वेस्टमेंट करने के नाम पर विभिन्न बैंक खातों में रुपए ट्रांसफर करवाकर ठगी की वारदात को अंजाम देते थे। ठगी की वारदात को अंजाम देने के लिए व गेमिंग/ इन्वेस्टमेंट के लिए वेबसाईट लिंक, बैंक खाता इत्यादि इसका एक अन्य साथी इसे उपलब्ध करवाता था।

पुलिस ने जालसाजी में पकड़े गए आरोपियों से 28 मोबाईल फोन्स व 03 लैपटॉप कब्जा से बरामद किए । आरोपियों को आगामी कार्यवाही के लिए माननीय अदालत के सम्मुख पेश किया जाएगा। अभियोग अनुसन्धानाधीन है।

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