लेह लद्दाख में शहीद हुआ हरियाणा का वीर जवान: जानिए कैसे छीन ली जिंदगी

भारतीय वायुसेना का जवान नवीन श्योराण देश की सुरक्षा में शहीद हो गया। चरखी दादरी जिले के ककड़ौली हुक्मी गांव निवासी इस वीर जवान की दुखद मौत एक हादसे के कारण हुई। नवीन श्योराण, जो 2020 से भारतीय वायुसेना में सेवा दे रहे थे, लेह लद्दाख में तैनात थे। वहां एक नदी पार करते समय उनका पैर फिसलने के कारण वे पानी में बह गए और 24 घंटे बाद उनका शव बरामद किया गया।
हादसा, जो दर्दनाक परिणामों का कारण बना
नवीन श्योराण अपनी तैनाती के दौरान बेहद समर्पित थे। लेह लद्दाख के कठिन इलाके में सुरक्षा की जिम्मेदारी निभा रहे नवीन को 2023 के अगस्त में दिल्ली में ट्रांसफर होना था। यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना उस वक्त घटी, जब वे नदी पार कर रहे थे। अचानक उनका पैर फिसल गया और वे पानी में बह गए। इस घटना के बाद सेना और स्थानीय प्रशासन ने तुरंत सर्च ऑपरेशन शुरू किया। हालांकि, तकरीबन 24 घंटे बाद उनका शव बरामद कर लिया गया।
नवीन की शहादत की खबर ने पूरे गांव को गहरे शोक में डाल दिया है। उनके परिवार और साथी सैनिकों का दुख भी गहरा है। इस हादसे ने एक वीर सैनिक की जीवन को छीन लिया, जो अपनी जान की परवाह किए बिना देश की सेवा में लगा हुआ था।
नवीन श्योराण की वीरता और समर्पण
नवीन श्योराण की शहादत से एक बार फिर यह साबित हुआ कि भारतीय सैनिक अपनी जान की बाजी लगा कर देश की रक्षा करते हैं। उन्होंने भारतीय वायुसेना के जवान के रूप में अपनी पूरी सेवा दी। लेह लद्दाख जैसे दुर्गम और खतरनाक इलाके में तैनात रहते हुए उनका कार्य बेहद चुनौतीपूर्ण था, लेकिन उन्होंने हमेशा अपने कर्तव्यों को प्राथमिकता दी। 24 साल की उम्र में नवीन का यह असमय निधन पूरे राष्ट्र के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
नवीन के बारे में जानकारों का कहना है कि वह हमेशा अपने साथी सैनिकों के लिए प्रेरणा स्त्रोत बने रहते थे। वे न सिर्फ अपने कार्य में माहिर थे, बल्कि वे हमेशा दूसरों की मदद करने में भी अग्रणी रहते थे।
शोक में डूबा ककड़ौली हुक्मी गांव
नवीन के निधन ने उनके गांव ककड़ौली हुक्मी को शोक की लहर में डुबो दिया है। उनके परिवार, दोस्त और स्थानीय लोग अब भी इस दुख को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। नवीन की माता-पिता के लिए यह एक अत्यंत कठिन समय है, क्योंकि उनका बेटा अपनी सेवा के दौरान हमेशा उन्हें गर्व महसूस कराता था।
राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
नवीन की शहादत की खबर फैलने के बाद प्रशासन ने उनके अंतिम संस्कार की तैयारियों में कोई कमी नहीं छोड़ी। उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ आज शाम 4 बजे किया जाएगा। सेना के उच्च अधिकारियों और स्थानीय प्रशासन द्वारा इस सम्मान की प्रक्रिया को पूरी गरिमा के साथ संपन्न किया जाएगा। उनके शरीर पर तिरंगे की चादर डाली जाएगी और उनके अंतिम संस्कार के समय सैनिकों द्वारा सलामी दी जाएगी।
🇮🇳 सरकार की तरफ से शोक और सहायता की घोषणा
नवीन श्योराण की शहादत पर सरकार ने गहरी संवेदना व्यक्त की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। साथ ही, सरकार ने उनके परिवार को हर संभव सहायता देने का आश्वासन भी दिया है।
नवीन की शहादत एक प्रेरणा है
नवीन श्योराण की शहादत सिर्फ उनके परिवार के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रेरणा है। यह हमें यह याद दिलाती है कि हमारे सैनिक अपनी जान की आहुति देकर देश की रक्षा करते हैं। उनके साहस और समर्पण को हमेशा याद रखा जाएगा। नवीन का बलिदान भारत के लिए अनमोल है और उनका योगदान हमेशा याद किया जाएगा।