हरियाणा का गायों का डेयरी मेले में जलवा, दूध की नदियां बहाकर जीते तीनों इनाम
राष्ट्रीय डेयरी मेला सह एग्रो एक्सपो 2025 (National Dairy Mela & Agro Expo 2025) में झंझाड़ी गांव के पशुपालक सुनील मेहला (Sunil Mehla) की गायों ने ऐसा धमाका किया कि पूरा मेला हक्काबक्का रह गया।

राष्ट्रीय डेयरी मेला सह एग्रो एक्सपो 2025 (National Dairy Mela & Agro Expo 2025) में झंझाड़ी गांव के पशुपालक सुनील मेहला (Sunil Mehla) की गायों ने ऐसा धमाका किया कि पूरा मेला हक्काबक्का रह गया।
दूध उत्पादन प्रतियोगिता (Milk Production Competition) में सुनील की तीन HF क्रॉस ब्रीड (HF Cross Breed) गायों ने पहला, दूसरा और तीसरा स्थान झटक लिया। भाई साहब, ऐसा तो क्रिकेट (Cricket) में भी मुश्किल से होता है कि पूरी की पूरी ट्रॉफी (Trophy) एक ही टीम के हाथ लग जाए!
सुनील की गायों का जलवा
करनाल (Karnal) में आयोजित इस मेले में अलग-अलग राज्यों से पहुंचे पशुपालकों की गायों ने अपना दमखम दिखाया, लेकिन असली लाइमलाइट (Limelight) लूटी झंझाड़ी गांव के किसान सुनील मेहला की गायों ने। NDRI (National Dairy Research Institute) के डायरेक्टर धीर सिंह (Dheer Singh) भी इस नजारे को देखकर बोले, मुझे यह तो नहीं पता कि यह एशिया का रिकॉर्ड (Asia Record) बना है या नहीं, लेकिन यह रिकॉर्ड जैसा जरूर लग रहा है। अब भाई, जब खुद डायरेक्टर साहब भी ये कहें, तो मान ही लो कि कुछ तो गज़ब हुआ है!
ये गाय है या दूध की टंकी?
इस प्रतियोगिता में सुनील की रेड रिबन वाली (Red Ribbon Cow) गाय ने 87.7 लीटर दूध देकर पहला स्थान झटक लिया। जी हां, 87.7 लीटर! अब सोचो, अगर इतनी दूध की पैकेट्स (Milk Packets) लाइन में लगा दी जाएं, तो एक छोटी सी डेयरी (Dairy) ही खोल ली जाए। वहीं, ब्लू रिबन वाली (Blue Ribbon Cow) उनकी दूसरी गाय ने 70 लीटर से ज्यादा दूध निकालकर दूसरा स्थान लिया और ग्रीन रिबन वाली (Green Ribbon Cow) उनकी तीसरी गाय ने 68 लीटर से ज्यादा दूध निकालकर तीसरा स्थान हासिल किया।
अब जरा सोचिए, जब सुनील की तीनों गायें एक साथ स्टेज (Stage) पर आईं तो पूरा मेला उनकी तारीफों से गूंज उठा। लोग बोले, भाई, इन गायों को तो दूध उत्पादन की क्वीन (Queen) कह देना चाहिए! कोई कह रहा था कि सुनील भाई की गायें दूध नहीं, सीधा बादाम वाला शेक (Almond Shake) निकाल रही हैं!
गायों की स्पेशल डाइट और VIP ट्रीटमेंट
अब यह कोई आसान काम नहीं है कि एक गाय इतना सारा दूध दे! इसके पीछे मेहनत, देखभाल और सही खानपान का पूरा खेल होता है। सुनील मेहला अपनी गायों को स्पेशल डाइट (Special Diet) देते हैं, जिसमें हरा चारा, मिनरल मिक्सचर (Mineral Mixture) और हाई प्रोटीन फीड (High Protein Feed) शामिल होता है। इतना ही नहीं, उनके पास गायों के लिए एयर-कूलर (Air Cooler) और खास मैट्रेस (Mattress) भी हैं, ताकि उनकी गायें आराम से रहें और दूध की क्वालिटी (Milk Quality) बनी रहे।
भाई, इतना VIP ट्रीटमेंट (VIP Treatment) तो कई सेलिब्रिटीज़ (Celebrities) को भी नहीं मिलता होगा!
जोशीले पशुपालक और दूध उत्पादन के बादशाह
सुनील मेहला एक अनुभवी पशुपालक हैं, जिनके पास 150 से ज्यादा गायें हैं। वे पिछले कई सालों से डेयरी फार्मिंग (Dairy Farming) में लगे हुए हैं और उनकी गायें पहले भी कई प्रतियोगिताओं में दमदार प्रदर्शन कर चुकी हैं। उनका कहना है कि अगर सही देखभाल की जाए, तो हमारी भारतीय गायें भी वर्ल्ड क्लास (World Class) दूध उत्पादन कर सकती हैं।
अब भाई, जब सुनील की तीनों गायों ने पूरा स्टेज ही कब्जा कर लिया, तो वहां खड़े दूसरे पशुपालकों को भी मोटिवेशन (Motivation) मिल गया। कोई बोल रहा था कि अगली बार हम भी अपनी गायों को VIP ट्रीटमेंट देंगे, ताकि वे भी इतना दूध निकाल सकें!
राष्ट्रीय डेयरी मेले में गायों की परेड
इस मेले में देशभर से आए किसानों और पशुपालकों ने अपने पशुओं के साथ हिस्सा लिया। अलग-अलग तरह की प्रतियोगिताओं में भाग लेने के अलावा, यहां पर नए डेयरी टेक्नोलॉजीज़ (Dairy Technologies) और पशु पोषण (Animal Nutrition) पर भी चर्चा हुई। इस मेले में दूध उत्पादन के अलावा, सबसे खूबसूरत गाय (Most Beautiful Cow), सबसे ताकतवर बैल (Strongest Bull) और बछड़ों की हेल्थ चेकअप (Calf Health Checkup) जैसी कई रोचक प्रतियोगिताएं हुईं।
लेकिन जब पुरस्कारों की घोषणा हुई, तो सबसे ज्यादा तालियां सुनील की गायों के लिए ही बजीं। लोग तो यह तक कह रहे थे कि इस बार का मेला नहीं, पूरा दूध महोत्सव (Milk Festival) हो गया!
एशिया रिकॉर्ड बनने का दावा
अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या यह दूध उत्पादन एशिया रिकॉर्ड (Asia Record) है या नहीं? सुनील मेहला का दावा है कि यह HF क्रॉस ब्रीड गायों का सबसे बड़ा रिकॉर्ड हो सकता है। हालांकि, अभी तक इस पर आधिकारिक पुष्टि (Official Confirmation) नहीं हुई है।
NDRI के डायरेक्टर धीर सिंह ने कहा कि रिकॉर्ड की जांच की जा रही है और यदि यह एशिया का रिकॉर्ड बनता है, तो यह पूरे भारत के पशुपालकों के लिए गर्व की बात होगी।