First IAS Officer: ये थे भारत के पहले IAS अफसर, महज 21 साल की उम्र में क्रैक किया एग्जाम

First IAS Officer in India: भारत के पहले आईएएस अफसर सत्येंद्रनाथ टैगोर थे। उन्होंने कठिन परिस्थितियों में भी अपनी मेहनत से अंग्रेजों की व्यवस्था को चुनौती दी। उनका जन्म 1 जून 1842 को कोलकाता के प्रतिष्ठित टैगोर परिवार में हुआ था। वे महर्षि देबेंद्रनाथ टैगोर और शारदा देवी के पुत्र थे और रवींद्रनाथ टैगोर के बड़े भाई थे।
सत्येंद्रनाथ टैगोर 1863 में भारतीय सिविल सेवा की तैयारी के लिए लंदन चले गए। हालांकि, उस वक्त ईस्ट इंडिया कंपनी का शासन था और भारतीयों के लिए इस परीक्षा को पास करना बहुत कठिन था, क्योंकि परीक्षा में यूरोपीय क्लासिक्स पर अधिक ध्यान दिया जाता था और अंग्रेजों का यह उद्देश्य था कि भारतीय इसे पास न कर सकें। बावजूद इसके, सत्येंद्रनाथ टैगोर ने 1864 में यह परीक्षा उत्तीर्ण की और इस तरह इतिहास रचा।
भारत में सिविल सर्विस परीक्षा 1854 में शुरू हुई थी, और सत्येंद्रनाथ टैगोर की सफलता के बाद भारतीयों ने लगातार इसे पास करना शुरू किया। यह परीक्षा पहले लंदन में होती थी, लेकिन बाद में भारतीयों के संघर्ष के चलते 1922 में यह परीक्षा भारत में शुरू हुई।
सत्येंद्रनाथ टैगोर न केवल प्रशासनिक सेवा के अधिकारी थे, बल्कि वे एक कवि, संगीतकार, लेखक, समाज सुधारक और भाषाविद भी थे। उन्होंने ब्रह्मो समाज से जुड़कर समाज में सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी यह सफलता न केवल उनके परिवार के लिए बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात बनी।