सत्य खबर, चंडीगढ़:If the government had taken timely steps, there would not have been violence in Nuh: Hooda.
पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने नूंह में हुई हिंसा को बीजेपी-जेजेपी सरकार की विफलता का नतीजा बताया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता को सुरक्षा देना व कानून व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त रखना सरकार की जिम्मेदारी होती है। नूंह के घटनाक्रम को लेकर कई जानकारियां सामने आ रही हैं। सरकार खुद मान रही है कि पहले से ही टकराव के हालात थे। लेकिन सरकार के पास तमाम जानकारियां होने के बावजूद उसने वक्त रहते कदम नहीं उठाए।
अगर सरकार कानून व्यवस्था को गंभीरता से लेती तो जानमाल के नुकसान की नौबत नहीं आती। मेवात एक ऐसा इलाका रहा है जो पूरे देश में भाईचारे के लिए जाना जाता है। मेवात में देश के बंटवारे के वक्त भी किसी तरह का आपसी टकराव देखने को नहीं मिला। लेकिन बीजेपी-जेजेपी सरकार की निष्क्रियता ने ऐसे हालात पैदा कर दिए कि आज पूरा प्रदेश आहत है। फिलहाल इलाके में फिर से शांति व भाईचारा स्थापित करने की आवश्यकता है। इसके लिए सरकार सही समय पर सही कदम उठाए। जरूरत के मुताबिक इलाके में ज्यादा से ज्यादा तैनाती रखी जाए।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने एकबार फिर जनता से भी शांति और आपसी भाईचारा बनाए रखने की अपील की है। साथ ही उन्होंने कहा है कि किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान ना दें और शांति स्थापित करने में एक दूसरे की मदद करें।
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