Instead of platelets juice was offered to the patient
सत्य खबर, प्रयागराज । इन दिनों देश के कई हिस्सों में डेंगू के मामलों में जबरदस्त उछाल देखने को मिल रहा है. प्लेटलेट्स कम होने की वजह से डेंगू के मरीजों को अस्पतालों में भर्ती होना पड़ रहा है. कई मरीजों को प्लाज्मा चढ़ाने की भी जरूरत महसूस हो रही है. ऐसी है एक मरीज को प्लाज्मा की जगह मौसमी का जूस चढ़ाने का मामला सामने आया है.
प्रयागराज में एक अजीबोगरीब घटना में डेंगू के एक मरीज को कथित तौर पर प्लाज्मा की जगह मौसमी जूस चढ़ा दिया गया, जिससे मरीज की मौत हो गई. यूपी के एक फर्जी ब्लड बैंक यूनिट का कथित तौर पर पदार्फाश करने वाला एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसे एक स्थानीय पत्रकार ने सोशल मीडिया पर शेयर किया है. अनजान लोगों को प्लाज्मा और मौसमी का जूस दोनों ‘समान’ दिखते हैं. Instead of platelets juice was offered to the patient
अस्पताल ने प्लेटलेट्स की जगह चढ़ाया जूस
दरअसल जिले के धूमनगंज थाना क्षेत्र के ग्लोबल हॉस्पिटल में डेंगू मरीज की इलाज के दौरान मौत हो गई. परिजनों ने आरोप लगाया है कि निजी अस्पताल में प्लेटलेट्स के नाम पर उनके मरीज को मौसंबी का जूस चढ़ा दिया. इसके बाद उनके मरीज प्रदीप पांडेय की हालत बिगड़ गई और उसे दूसरे अस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. इसके बाद मरीज के परिजनों ने निजी अस्पताल पर लापरवाही और प्लेटलेट्स के नाम पर मौसंबी का जूस चढ़ाने का आरोप लगाया.
उनका कहना है कि प्रदीप को 17 अक्टूबर को अस्पताल में भर्ती किया गया था. इसके बाद 19 अक्टूबर को उसे गलत प्लेटलेट्स चढ़ा दी गई. जिससे उसकी मौत हो गई.
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परिजनों ने लाकर दिया था प्लेटलेट्स
निजी अस्पताल के मालिक ने दावा किया कि प्लेटलेट्स किसी अन्य चिकित्सा केंद्र से लाए गए थे और तीन यूनिट प्लेटलेट्स चढ़ाए जाने के बाद मरीज को दिक्कत होने लगी थी.अस्पताल के मालिक सौरभ मिश्रा ने बताया कि प्रदीप पांडेय डेंगू से पीड़ित था और वह उनके अस्पताल में भर्ती हुआ था. उन्होंने कहा कि मरीज का प्लेटलेट्स का स्तर गिरकर 17,000 पर आने के बाद उसके तीमारदारों को प्लेटलेट्स लाने को कहा गया. उन्होंने बताया कि मरीज के तीमारदार स्वरूप रानी नेहरु (एसआरएन) चिकित्सालय से पांच यूनिट प्लेटलेट्स लेकर आए, लेकिन तीन यूनिट प्लेटलेट्स चढ़ाने के बाद मरीज को दिक्कत हुई तो चिकित्सकों ने प्लेटलेट्स चढ़ाना बंद कर दिया. Instead of platelets, juice was offered to the patient
उन्होंने कहा कि प्लेटलेट्स की जांच करने की कोई सुविधा उनके अस्पताल में नहीं है. मिश्रा ने कहा कि जो प्लेटलेट्स मरीज को नहीं चढ़ाए गए, उनकी जांच कराई जानी चाहिए कि ये प्लेटलेट्स कहां से लाए गए. उन्होंने कहा कि प्लेटलेट्स की बोतल पर एसआरएन का स्टिकर लगा हुआ है.
पुलिस कर रही है मामले की जांच
मामले पर आईजी प्रयागराज राकेश सिंह का कहना है कि फर्जी प्लेटलेट्स सप्लाई की जांच की जा रही है. कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है. मरीज को चढ़ाया गया मौसंबी फल का जूस है या कुछ और इस बारे में अभी कुछ कहा नहीं जा सकता है.
सीएमओ ने दिए जांच के आदेश
सीएमओ डॉ नानक सरन ने इस मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं. इसके लिए तीन सदस्यों वाली कमेटी बनाई गई है, जो पूरे मामले की जांच करेगी. इसके बाद ही पता चलेगा की प्लेटलेट के पैकेट में क्या था जिसको चढ़ाने से मरीज की हालत बिगड़ी और उसकी मौत हो गई. अस्पताल की लापरवाही मानते हुए निजी अस्पताल का लाइसेंस सस्पेंड कर दिया है. इसके साथ ही अस्पताल को सील करने का आदेश भी दिया है.
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