ISRO launch country’s first private rocket today
सत्य खबर, नई दिल्ली, अंतरिक्ष में आज भारत नए युग की शुरुआत करने जा रहा है. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) देश का पहला प्राइवेट रॉकेट ‘विक्रम-एस’ को लॉन्च करने वाला है. इस रॉकेट को हैदराबाद में स्थित स्काईरूट एयरोस्पेस कंपनी ने बनाया है. ‘विक्रम-एस’ की लॉन्चिंग आज (शुक्रवार) सुबह 11 बजकर 30 मिनट पर श्रीहरिकोटा में स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से होगी. इस मिशन को ‘प्रारंभ’ नाम दिया गया. ये देश की स्पेस इंडस्ट्री में प्राइवेट सेक्टर की एंट्री को भी नई ऊंचाइयां देगा.ISRO launch country’s first private rocket today
ये है रॉकेट की खासियत
इस रॉकेट का वजन करीब 545 किग्रा है, जो समंदर में गिरने से पहले धरती की सतह से 101 किमी की ऊंचाई को हासिल करेगा. इसमें कुल 300 सेकेंड का समय लगेगा. इस मिशन को स्काईरूट के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर माना जाता है, क्योंकि यह उन 80 प्रतिशत तकनीकों को मान्यता दिलाने में मदद करेगा, जिनका उपयोग विक्रम-1 कक्षीय वाहन में किया जाएगा, जिसे अगले साल प्रक्षेपित करने की योजना है. स्काईरूट कंपनी और इसरो के बीच रॉकेट लांचिंग को लेकर एमओयू साइन हुआ है. विक्रम एस रॉकेट अपने साथ तीन पेलोड्स भी ले जाएगा जिसमें एक विदेशी ग्राहक का है. कंपनी का कहना है कि विक्रम एस के टेस्ट इस सीरीज में बनने वाले दूसरे रॉकेट को एक प्रामाणिकता मिलेगी.
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आखिर क्यों रॉकेट को दिया गया Vikram S नाम
देश के पहले प्राइवेट स्पेस कंपनी का रॉकेट विक्रम-एस ISRO के श्रीहरिकोटा लॉन्च पैड से उड़ान भरने को तैयार है। स्टार्टअप स्काईरूट एयरोस्पेस ने बताया कि विक्रम-एस 3 पे-लोड के साथ पृथ्वी की सब-ऑर्बिटल कक्षा में छोटे सैटेलाइट्स को स्थापित करने के लिए भेजा जा रहा है। कंपनी ने बताया कि रॉकेट का नाम विक्रम-एस प्रसिद्ध भारतीय वैज्ञानिक और इसरो के संस्थापक डॉ. विक्रम साराभाई के नाम पर रखा गया है। कंपनी को विक्रम-एस से बेहद उम्मीदें हैं। इस पूरे मिशन को कंपनी ने ‘मिशन प्रारंभ’ नाम दिया गया है।ISRO launch country’s first private rocket today
रॉकेट की होगी सस्ती लॉन्चिंग
रॉकेट को कम बजट में लॉन्च करने की योजना बनाई गई है. सस्ती लॉन्चिंग के लिए इसके ईंधन में बदलाव किया गया है. इस लॉन्चिंग में आम ईंधन के बजाय LNG यानी लिक्विड नेचुरल गैस और लिक्विड ऑक्सीजन (LoX) का इस्तेमाल किया जाएगा. ये ईंधन किफायती होने के साथ साथ प्रदूषण मुक्त भी है. रॉकेट की सफल लॉन्चिंग को लेकर स्काईरूट एयरोस्पेस कंपनी काफी गंभीर है. कंपनी ने लॉन्चिंग से पहले कई तरह से रॉकेट की टेस्टिंग की है. 25 नवंबर 2021 को नागपुर स्थित सोलर इंडस्ट्री लि. की टेस्ट फैसिलिटी में अपने पहले थ्रीडी प्रिंटेड क्रायोजेनिक इंजन का सफल टेस्ट किया गया था.
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