खट्टर सरकार को हरियाणा के युवाओं के भविष्य और जीवन की कोई फिक्र नहीं: डॉ. सुशील गुप्ता
Khattar government is not concerned about the future and life of the youth of Haryana: Dr. Sushil Gupta
सत्य खबर, पलवल, 17 दिसंबर
आम आदमी पार्टी की 10 दिवसीय प्रदेश स्तरीय बदलाव यात्रा के तीसरे दिन रविवार को प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद डॉ. सुशील गुप्ता ने प्रेसवार्ता की। उन्होंने ने कहा कि आम आदमी पार्टी की बदलाव यात्रा में अपार जनसमर्थन मिल रहा है। प्रदेश की जनता बदलाव चाहती है। लोग अपने घरों से निकालकर आम आदमी पार्टी की बदलाव यात्रा में शामिल हो रहे हैं। आम आदमी पार्टी को इस बदलाव यात्रा को प्रदेश के लोगों को भरपूर सहयोग मिल रहा है।
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उन्होंने प्रदेश की बदहाल शिक्षा व्यवस्था पर बोलते हुए कहा कि प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को लेकर हाईकोर्ट ने भी फटकार लगाई है। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट ने निर्देश दिए हैं कि हरियाणा सरकार कागजों की बजाय जमीन पर काम करे। हाईकोर्ट ने सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि चार कमरों के निजी स्कूलों के बाहर तो लाइन लगी रहती है और सरकारी स्कूलों में बच्चे नहीं है। उन्होंने कहा कि खट्टर सरकार आंकड़ों से खेलने का काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के स्कूलों में बिजली के कनेक्शन नहीं है। यहां तक बात सामने आई कि जिन स्कूलों में बिजली के कनेक्शन हैं वहां शिक्षक बच्चों से पैसा इकट्ठा कर बिल भरते हैं। प्रदेश के 1585 स्कूलों में शौचालय जिसमें से 550 स्कूल छात्राओं के हैं। उन्होंने कहा कि प्राइमरी और माध्यमिक स्कूलों में कुल मिलाकर स्कूलों में 71 हजार शिक्षकों के पद रिक्त हैं। खट्टर सरकार की प्राथमिकता में प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था नहीं है।
उन्होंने कहा कि वहीं दूसरी तरफ दिल्ली में सरकारी स्कूलों पर शानदार काम हुआ है। पंजाब में सरकारी स्कूलों पर शानदार काम हो रहा है।पंजाब सरकार ने अपना शिक्षा का बजट 340 परसेंट तक बढ़ा दिया है, वहीं हरियाणा सरकार ने शिक्षा का बजट 11.7 परसेंट घटा दिया। इससे साफ होता है कि हरियाणा सरकार की शिक्षा पर काम करने की मंशा ही नहीं है। हरियाणा सरकार ने बच्चों का भविष्य अंधकार में धकेल दिया है।
वहीं उन्होंने कहा कि खट्टर सरकार ने प्रदेश के युवाओं को रोजगार देने के लिए इजराइल के साथ समझौता किया है, जोकि प्रदेश के 10 हजार युवाओं को युद्ध में झोंकना है। इसराइल और हमास में युद्ध जारी है और खट्टर सरकार को वहां रोजगार के अवसर नजर आ रहे हैं। इससे साबित होता है कि प्रदेश सरकार को हरियाणा के युवाओं के भविष्य और जीवन की कोई फिक्र नहीं है।