सत्यखबर दिल्ली (ब्यूरो रिपोर्ट) – मोदी-शाह सरकार को अंतर्राष्ट्रीय कच्चे तेल के मूल्यों में भारी कमी के अनुरूप पेट्रोल-डीज़ल व रसोई गैस के मूल्यों को 35 से 40 प्रतिशत कम करके कच्चे तेल के अंतर्राष्ट्रीय दामों में आई रिकॉर्ड गिरावट का लाभ देश की जनता को देना चाहिए, ताकि उन्हें स्टैगफ्लेशन (कमर तोड़ महंगाई एवं आर्थिक मंदी) तथा बढ़ती बेरोजगारी से कुछ राहत मिल सके। अंतर्राष्ट्रीय कच्चे तेल के दाम पिछले 16 सालों में सबसे कम होकर 35 से 38 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गए हैं, लेकिन इसके बाद भी देश में पेट्रोल और डीज़ल के दाम आसमान छू रहे हैं, जिससे देश की आम जनता, मध्यम वर्ग, किसान, ट्रांसपोर्ट, छोटे व मध्यम व्यवसायी त्रस्त हैं।
अंतर्राष्ट्रीय कच्चे तेल के दाम साल 2004 में नवंबर माह के बराबर हो गए हैं, जब देश में पेट्रोल, डीज़ल और रसोई गैस के दाम क्रमश: 37.84 रुपए, 26.28 रुपए तथा 281.60 रुपए थे, जो आज की तुलना में बहुत सस्ते थे। पिछले छः सालों से मोदी सरकार एवं तेल मार्केटिंग कंपनियां तेल पर हर साल लाखों-करोड़ों रुपये अपनी जेब में भर रहे हैं और पेट्रोल-डीज़ल पर अंधाधुंध टैक्स लगाकर पिछले पाँच सालों में भाजपा सरकार ने 16 लाख करोड़ रु. से ज्यादा का मुनाफा कमा लिया।
मोदी-शाह सरकार ने पेट्रोलियम उत्पादों पर एक्साईज़ ड्यूटी बढ़ाकर एवं भारी टैक्स लगाकर देश की जनता के साथ छल किया है तथा कांग्रेस पार्टी द्वारा बार-बार मांग किए जाने के बाद भी पेट्रोलियम उत्पादों को जीएसटी के दायरे में नहीं लाया गया है। भाजपा सरकार की दिशाहीन व जनविरोधी नीतियों के चलते देश में पेट्रोल, डीज़ल, रसोई गैस के दामों में कमी नहीं आ पा रही, जबकि अंतर्राष्ट्रीय कच्चे तेल का मूल्य पिछले छः सालों में पचास प्रतिशत से भी ज्यादा गिर चुका है। आज पेट्रोल-डीजल के दामों में 2 रुपए 69 पैसे और 2 रुपए 33 पैसे की कमी नाकाफी तथा ऊंट के मुँह में जीरे के समान है।
आंकड़े यह बात स्पष्ट करते हैं। 26 मई, 2014 (जब श्री नरेंद्र मोदी ने देश की सत्ता संभाली) को भारत को कच्चे तेल की कीमत 6,318.76 रु. प्रति बैरल थी, जो आज घटकर 2799.38 रु. हो गई हैं, क्योंकि कच्चा तेल 37.85 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल है और एक डॉलर का मूल्य 73.96 रु. है। इसका मतलब है कि कच्चे तेल के मूल्यों में 55.69 प्रतिशत की कमी आ गई है। जब मई, 2014 में देश में भाजपा सरकार बनी, उस समय पेट्रोल, डीज़ल और रसोई गैस क्रमशः 71.41 रु. प्रति लीटर ।
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