Manipur: मणिपुर में स्थिति फिर से बिगड़ी, पांच दिन के लिए इंटरनेट बंद; तीन जिलों में कर्फ्यू लागू
Manipur: मणिपुर में एक बार फिर से स्थिति बिगड़ गई है और राज्य के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शनों का सिलसिला जारी है। हाल ही में राजधानी इम्फाल में कानून और व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए, इम्फाल पश्चिम और इम्फाल पूर्व के जिला मजिस्ट्रेटों ने मंगलवार, 10 सितंबर से दोनों जिलों में कर्फ्यू लागू कर दिया है।
इंटरनेट सेवाओं को पांच दिन के लिए बंद किया गया
गृह विभाग की सूचना के अनुसार, छात्रों के विरोध प्रदर्शन के बीच मणिपुर में पांच दिन के लिए इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया गया है। इस कदम को सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने और कानून-व्यवस्था की स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए उठाया गया है।
कर्फ्यू का समय और प्रतिबंध
सोमवार को जारी दो अलग-अलग आदेशों में, इम्फाल पूर्व और इम्फाल पश्चिम के जिला मजिस्ट्रेटों ने सुबह 5 बजे से शाम 10 बजे तक कर्फ्यू में दी गई छूट को वापस ले लिया और दोनों जिलों में तुरंत प्रभाव से पूरी तरह से कर्फ्यू लगा दिया गया है। यह कर्फ्यू तब तक लागू रहेगा जब तक कि भविष्य में कोई अन्य आदेश जारी नहीं किया जाता।
आदेशों में कहा गया है कि स्वास्थ्य सेवाओं, सार्वजनिक स्वास्थ्य इंजीनियरिंग विभाग, नगरपालिका अधिकारियों, बिजली (MSPCL/MSPDCL), पेट्रोल पंपों, अदालतों के कामकाज, उड़ान यात्रियों की आवाजाही और मीडिया से संबंधित व्यक्तियों की आवाजाही पर रोक नहीं लगाई जाएगी।
छात्रों का प्रदर्शन जारी
सोमवार को मणिपुर मुख्यमंत्री के सचिवालय और राज भवन के सामने प्रदर्शन करने के बाद, सैकड़ों छात्र इम्फाल के महिला बाजार – इमा मार्केट (जिसे नुपी भी कहा जाता है) में एकत्र हो गए। ये छात्र राज्य में बढ़ती हिंसा के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं और मंगलवार को भी बाजार बंद होने के कारण छात्रों ने बाजार के पहले तल पर खुद को बंद कर लिया है।
पुलिस की स्थिति और कार्रवाई
पुलिस ने छात्रों से अपने घर लौटने का आग्रह किया है, लेकिन छात्रों ने बाजार के पहले तल पर खुद को बंद कर लिया है, जिससे स्थिति और तनावपूर्ण हो गई है। कर्फ्यू के नए आदेशों के तहत, दुकानों और अन्य व्यावसायिक गतिविधियों को भी बंद कर दिया गया है, जिससे सामान्य जनजीवन प्रभावित हो रहा है।
सुरक्षा बलों की स्थिति
सुरक्षा बलों को हिंसा को नियंत्रित करने और शांति बहाल करने के लिए तैनात किया गया है, लेकिन स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है। पुलिस और सुरक्षाबलों ने जनता को कर्फ्यू के आदेशों का पालन करने की अपील की है और सभी को संयम बनाए रखने की सलाह दी है।
सामाजिक और राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
मणिपुर में स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, सामाजिक और राजनीतिक प्रतिक्रिया भी तेज हो गई है। विभिन्न राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों ने हिंसा और असामाजिक तत्वों की गतिविधियों की निंदा की है और शांति की अपील की है। कई संगठनों ने सरकार से स्थिरता और शांति बहाल करने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है।
मणिपुर की वर्तमान स्थिति
मणिपुर की वर्तमान स्थिति मणिपुर के नागरिकों के लिए चिंता का विषय बनी हुई है। राज्य में लगातार बढ़ती हिंसा और प्रदर्शनों ने लोगों के जीवन को प्रभावित किया है और सुरक्षा की स्थिति को चुनौती दी है। इस बीच, राज्य सरकार और सुरक्षा बलों को स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए निरंतर प्रयास करने की जरूरत है।
निष्कर्ष
मणिपुर में हिंसा और प्रदर्शनों की बढ़ती घटनाओं ने एक बार फिर से स्थिति को जटिल बना दिया है। इंटरनेट सेवाओं का बंद होना और कर्फ्यू का लागू होना नागरिकों के लिए कठिनाइयों का कारण बना है। इस कठिन समय में, सभी पक्षों को संयम और समझदारी से काम लेने की आवश्यकता है ताकि राज्य में शांति और स्थिरता बहाल की जा सके। मणिपुर के नागरिकों को उम्मीद है कि स्थिति जल्द ही नियंत्रण में आएगी और उनके जीवन में सामान्यता लौटेगी।