सत्य खबर, गुरुग्राम, सतीश भारद्वाज :MCM Commissioner reached village Kasan in Gurugram to pay obeisance at Baba Bisah devotee Puranmal temple and took stock of the preparations before the annual fair.
मानेसर नगर निगम के आयुक्त अशोक कुमार गर्ग ने सोमवार को गांव कासन स्थित बाबा बिसाह भक्त पूर्णमल मंदिर के वार्षिक मेले से पूर्व तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने निगम इंजीनियरिंग ,सेनिटेशन विंग के अधिकारियों को निर्देश दिए की मेले के साफ-सफाई, पीने के पानी व रास्तों पर पर्याप्त रोशनी आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करें। आयुक्त ने इस दौरान मंदिर में पूजा अर्चना भी की।
आयुक्त ने कहा कि मंदिर मार्ग पर लाइट, गांव के मुख्य रास्तों पर सीवर के ढक्कन व सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी नगर निगम की है। गांव के मुख्य रास्तों व मंदिर मार्ग पर किसी भी तरह का अतिक्रमण नहीं होना चाहिए। रोस्टर बनाकर सफाई कर्मियों की ड्यूटी 24 घंटे लगाई जाएगी। मंदिर के आस-पास किसी भी तरह के अवैध अतिक्रमण को मेले से पहले हटा दिया जाएगा साथ ही अधिकारियों को निर्देश दिए की मेले के बाद भी यहां पर अतिक्रमण न हो। मंदिर के पास बने कम्युनिटी टॉयलेट की भी सफाई मेले के दौरान सुनिश्चित की जाए। इस दौरान उनके साथ गांव के पूर्व सरपंच सत्यदेव शर्मा ने बताया कि कासन गांव में वर्षों से बाबा बिसाह भक्त पूरणमल मंदिर में मेला लगता आ रहा है।
यह परंपरा करीब 250 वर्षों से चली आ रही है। यह मेला 25-28 सितंबर तक चलेगा। इन चार दिनों में देश के कौने-कौने से लाखों श्रद्धालु बाबा के दर्शन करने यहां आते है। इस दौरान उनके साथ नगर निगम के संयुक्त आयुक्त दिनेश कुमार, एसई विजय ढ़ाका, एक्सईएन नवीन धनखड, सेनिटेशन महावीर सिंह सहित अन्य अधिकारी व ग्रामीण उपस्थित रहे।
बता दें कि गांव कासन स्थित बाबा पूरणमल ने कई वर्ष पहले यहां पर पहाड़ियों में बैठकर घोर तपस्या की थी। वहीं बाबा पूरणमल भक्त लाल सिंह पटवारी का कहना था कि बाबा के दरबार में सच्चे मन से जो श्रद्धालुओं हाजिरी लगाने आता है। उसकी हर समस्या का तुरंत समाधान बाबा की कृपा से हो जाता है।
निवासियों का कहना था कि जिस धुने पर बैठकर बाबा ने तपस्या की थी वह आज भी उसी प्रकार जलता रहता है। धोने की राख से श्रद्धालु अपने माथे पर रोजाना तिलक लगाने के लिए अपने घर लेकर जाते हैं। मंदिर संस्था की रेखदेख के लिए गुरुग्राम के प्रसिद्ध व्यवसायी हरि आयरन वाले रामकिशन बताएं गए हैं। जो मंदिर के लिए समय समय पर कई कार्यक्रमों का आयोजन करते आ रहे हैं।