भारत में Metro Rail Network, तीसरे सबसे बड़े मेट्रो नेटवर्क का दर्जा प्राप्त
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भारत का Metro Rail Network अब दुनिया में तीसरे स्थान पर पहुंच गया है। भारतीय मेट्रो रेल नेटवर्क ने 1000 किलोमीटर का आंकड़ा पार कर लिया है। इस नेटवर्क के इतने बड़े विस्तार के साथ, भारत अब चीन और अमेरिका के बाद दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा मेट्रो रेल नेटवर्क वाला देश बन गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दिल्ली मेट्रो की मैजेंटा लाइन के विस्तार का उद्घाटन करेंगे। यह मेट्रो नेटवर्क देश के विकास और परिवहन क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
भारत में मेट्रो नेटवर्क की शुरुआत और विकास
भारत में मेट्रो रेल की शुरुआत 2002 में हुई थी, जब तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने दिल्ली के लोगों को मेट्रो की सौगात दी थी। यह मेट्रो के रूप में दिल्लीवासियों के लिए एक नई और सुविधाजनक यात्रा प्रणाली की शुरुआत थी। आज, प्रधानमंत्री मोदी दिल्ली मेट्रो के नए प्रोजेक्ट्स और ‘नमो इंडिया’ को दिल्ली के लोगों को समर्पित करेंगे।
दिल्ली मेट्रो की शुरुआत के बाद से देशभर में मेट्रो नेटवर्क का तेजी से विस्तार हुआ है। 2002 में दिल्ली में शुरू होने वाला मेट्रो नेटवर्क आज 23 शहरों में 11 राज्यों तक फैल चुका है। 2014 में यह नेटवर्क केवल 5 शहरों में था, लेकिन अब यह 3 गुना बढ़कर 1000 किलोमीटर तक पहुंच गया है। इस वृद्धि ने मेट्रो नेटवर्क को केवल दिल्ली तक सीमित न रहते हुए पूरे भारत में एक प्रमुख परिवहन माध्यम बना दिया है।
मेट्रो नेटवर्क के महत्वपूर्ण आंकड़े
- दिल्ली मेट्रो की शुरुआत: 2002 में दिल्ली मेट्रो की शुरुआत हुई थी, जो आज भारत के मेट्रो नेटवर्क का प्रमुख हिस्सा है।
- वर्तमान मेट्रो नेटवर्क: आज भारत के 23 शहरों में मेट्रो नेटवर्क संचालित हो रहा है, जो 11 राज्यों तक फैला हुआ है।
- 2014 में स्थिति: 2014 में भारत में मेट्रो रेल नेटवर्क केवल 248 किलोमीटर था और यह सिर्फ 5 शहरों तक सीमित था। अब यह बढ़कर 1000 किलोमीटर हो गया है, जो एक अभूतपूर्व वृद्धि है।
- यात्री संख्या में वृद्धि: 2014 में मेट्रो रेल से यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या 28 लाख थी, जो अब बढ़कर 1 करोड़ से अधिक हो गई है। यह संख्या 2.5 गुना बढ़ चुकी है, जिससे मेट्रो यात्रा की लोकप्रियता और जरूरत को स्पष्ट रूप से दर्शाया जा सकता है।
- प्रति दिन यात्रा की दूरी: मेट्रो ट्रेनें आज 2.75 लाख किलोमीटर प्रतिदिन यात्रा करती हैं, जो 2014 में 86 हजार किलोमीटर के मुकाबले तीन गुना अधिक है।
नमो भारत ट्रेन: दिल्ली से मेरठ
मेट्रो के अलावा, भारत रेलवे के क्षेत्र में भी काफी आगे बढ़ चुका है। प्रधानमंत्री मोदी आज दिल्ली मेट्रो के चौथे चरण के पहले खंड का उद्घाटन करेंगे। इसके अलावा, वह दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ ‘नमो भारत’ कॉरिडोर के 13 किलोमीटर लंबे खंड का भी उद्घाटन करेंगे, जो साहिबाबाद और न्यू आशोक नगर के बीच बनाया गया है। इस खंड पर रविवार से यात्री सेवाएं शुरू हो जाएंगी, और यहां ट्रेनें 15 मिनट के अंतराल पर उपलब्ध होंगी।
नई ‘नमो भारत’ ट्रेन के उद्घाटन से दिल्ली और मेरठ के बीच यात्रा का समय कम हो जाएगा और इस मार्ग पर यात्रा करना पहले से कहीं अधिक सुविधाजनक होगा। न्यू आशोक नगर स्टेशन से मेरठ साउथ तक यात्रा करने के लिए स्टैंडर्ड कोच के लिए ₹150 और प्रीमियम कोच के लिए ₹225 का किराया निर्धारित किया गया है। यह ट्रेन नई और उन्नत सुविधाओं से लैस होगी, जो यात्रियों को आरामदायक यात्रा का अनुभव प्रदान करेगी।
मेट्रो के विकास का प्रभाव
मेट्रो नेटवर्क के विकास ने न केवल भारतीय शहरों के यातायात को सुगम और तेज किया है, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान दे रहा है। मेट्रो ट्रेनों की विद्युत संचालित प्रणाली से प्रदूषण में कमी आई है और यातायात में जाम की समस्या को भी हल किया गया है। मेट्रो यात्रा से यात्रियों को समय की बचत होती है और सड़क पर वाहन कम होने से ट्रैफिक जाम में भी कमी आई है।
मेट्रो नेटवर्क का विस्तार शहरीकरण के साथ जुड़ा हुआ है। जैसे-जैसे भारतीय शहरों का विकास हुआ है, मेट्रो नेटवर्क ने नागरिकों को सस्ती, सुरक्षित और समय पर परिवहन की सुविधा प्रदान की है। साथ ही, यह आर्थिक विकास में भी अहम भूमिका निभा रहा है, क्योंकि यह व्यापार, उद्योग और शिक्षा के क्षेत्र में भी तेजी से यात्रा करने की सुविधा प्रदान करता है।
भविष्य में मेट्रो नेटवर्क का विस्तार
भारत सरकार मेट्रो नेटवर्क के और भी विस्तार के लिए योजनाएं बना रही है। मेट्रो को केवल बड़े शहरों तक सीमित न रखते हुए छोटे और मझोले शहरों तक भी पहुंचाने की योजना है। इसके अलावा, मेट्रो ट्रेनों में तकनीकी उन्नति और स्वचालन प्रणाली का भी समावेश किया जा रहा है, ताकि यात्रा को और भी सुरक्षित और सुविधाजनक बनाया जा सके।
भारत का मेट्रो रेल नेटवर्क न केवल देश के विकास का प्रतीक बन चुका है, बल्कि यह भारतीय नागरिकों के लिए एक आवश्यक परिवहन साधन बन चुका है। मेट्रो नेटवर्क की वृद्धि से यातायात में सुधार, समय की बचत और पर्यावरण संरक्षण में मदद मिली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मेट्रो परियोजनाओं का उद्घाटन और ‘नमो भारत’ ट्रेन का शुभारंभ भारतीय परिवहन व्यवस्था में एक नई क्रांति का संकेत है। यह विकास दर्शाता है कि भारत के शहरीकरण के साथ-साथ मेट्रो नेटवर्क का भी तेजी से विस्तार हो रहा है और यह आने वाले समय में और भी प्रगति करेगा।