Mining mafia is fearless in MP many government employees are involved in it
सत्य खबर/शहडोल: मध्य प्रदेश में खनन माफियाओं के हौंसले इतने बुलंद हैं कि वे सरकारी कर्मचारियों की हत्या करने से भी नहीं कतराते. अवैध खनन रोकने गए कई अधिकारी माफियाओं के हाथों अपनी जान गंवा चुके हैं। एक बार फिर ऐसी ही घटना सामने आई है. शहडोल जिले में अवैध खनन रोकने गए एक पटवारी की ट्रैक्टर से कुचलकर मौत हो गई. घटना शनिवार रात की है. जानकारी के मुताबिक जिले के ब्यौहारी में पटवारी के पद पर पदस्थ 45 वर्षीय प्रसन्न सिंह को बीती रात अवैध रेत खनन की सूचना मिली थी. जिसके बाद वह अपने अन्य साथियों के साथ मौके के लिए रवाना हो गए। जहां उन्होंने देखा कि कुछ लोग ट्रैक्टरों में अवैध रूप से रेत निकाल रहे थे. जब पटवारी ने आरोपी को रोकने की कोशिश की तो उसने उस पर ट्रैक्टर चढ़ा दिया और वहां से भाग गया.
इस घटना में प्रसन्न सिंह बुरी तरह घायल हो गये. उनके साथ मौजूद अन्य साथियों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने सबसे पहले सिंह को अस्पताल भेजा, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस-प्रशासनिक विभाग में हड़कंप मच गया. आरोपी की तलाश के लिए तुरंत एक पुलिस टीम गठित की गई.
आरोपी को मैहर से गिरफ्तार किया गया
शहडोल एसपी कुमार प्रतीक ने बताया कि घटना की सूचना मिलने के बाद तीन थानों की पुलिस मौके पर पहुंची थी. आरोपी को जल्द से जल्द पकड़ने के लिए 30,000 रुपये के इनाम की घोषणा की गई. देर रात पुलिस को इसमें सफलता मिली और आरोपी को मैहर जिले से गिरफ्तार कर लिया गया. ट्रैक्टर को भी जब्त कर लिया गया है. आरोपी ड्राइवर का नाम शुभम विश्वकर्मा है. वहीं, ट्रैक्टर मालिक का नाम प्रशांत सिंह है, दोनों मैहर के रहने वाले हैं। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर मामले में आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.
प्रसन्न सिंह रीवा के रहने वाले थे.
खनन माफिया द्वारा हमला किए गए पटवारी प्रसन्न सिंह मूल रूप से रीवा जिले के निवासी थे। उसकी हत्या की खबर पहुंचते ही घर में कोहराम मच गया. उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल में रखा गया है. पीएम रिपोर्ट आने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। आपको बता दें कि एमपी में खनन माफियाओं के आतंक की यह पहली घटना नहीं है. वे अक्सर पुलिस और खनन विभाग के अन्य कर्मियों पर हमला करते रहे हैं. वर्षों पहले मुरैना जिले में एक युवा आईपीएस अधिकारी की इसी तरह हत्या कर दी गई थी. यह मामला उस वक्त काफी सुर्खियों में रहा था.