Mustard Oil: सातवें आसमान पर पहुंचे सरसों के तेल के भाव, जानें 1 लीटर तेल का रेट
अगर आपको लगता है कि सिर्फ पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel) ही जेब ढीली कर रहे हैं तो ज़रा रसोई के दरवाज़े पर झांक लीजिए! आने वाले दिनों में आपके किचन का बजट गड़बड़ा सकता है क्योंकि सरसों तेल (Mustard Oil) के दाम आसमान छूने की तैयारी में हैं।

अगर आपको लगता है कि सिर्फ पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel) ही जेब ढीली कर रहे हैं तो ज़रा रसोई के दरवाज़े पर झांक लीजिए! आने वाले दिनों में आपके किचन का बजट गड़बड़ा सकता है क्योंकि सरसों तेल (Mustard Oil) के दाम आसमान छूने की तैयारी में हैं।
राजस्थान के कृषि विभाग की ताज़ा रिपोर्ट में ये खुलासा हुआ है कि इस बार सरसों का उत्पादन (Mustard Production) घटने की आशंका है। अब जब सरसों कम होगी तो लाजमी है कि खाद्य तेल (Edible Oil) के दाम बढ़ेंगे और इसका असर सीधे आपकी जेब पर पड़ेगा।
सरसों की पैदावार में गिरावट
अब मामला ये है कि 2023-24 में सरसों की पैदावार 62.94 लाख टन रही थी लेकिन इस बार इसकी मात्रा कम रहने की उम्मीद जताई जा रही है। इसके पीछे की वजह मौसम की मार और किसानों की खेती के प्रति बदली रणनीति बताई जा रही है। बारिश (Rainfall) का टाइमिंग गड़बड़ रहा जिससे पैदावार प्रभावित हुई।
खाद्य तेल की बढ़ती कीमतें
अब अगर सरसों की पैदावार कम होगी तो इसका सीधा असर फूड ऑयल इंडस्ट्री (Food Oil Industry) पर पड़ेगा। सरसों तेल के साथ-साथ तिलहन से बनने वाले अन्य तेलों जैसे अलसी (Flaxseed Oil) और तारामीरा (Tarameera) की कीमतों में भी उछाल देखा जा सकता है।
अगर आप सोच रहे हैं कि सिर्फ राजस्थान में ही असर होगा तो जनाब यह गलतफहमी है! दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के लोगों को भी महंगाई (Inflation) की मार झेलनी पड़ सकती है। सरसों तेल के महंगा होते ही बाजार में सरसों के ऑयल से बनने वाले प्रोडक्ट्स की कीमतें भी बढ़ जाएंगी जिससे रसोई का बजट गड़बड़ा सकता है।
ज्वार, बाजरा और मक्का देंगे राहत?
लेकिन घबराइए मत! क्योंकि जहां एक तरफ सरसों की पैदावार में कमी हो रही है वहीं ज्वार, बाजरा और मक्का (Maize) के उत्पादन में बढ़ोतरी देखी जा सकती है। कृषि विशेषज्ञों की मानें तो इस साल इन फसलों का अच्छा उत्पादन होने की संभावना है, जिससे बाजार में कुछ राहत मिल सकती है।