Nayab Singh Saini ने दिया बड़ा बयान- मोदी जी की लड़ाई है आतंक से ना कि इंसान से

Nayab Singh Saini का बयान: कई दिनों तक चली सैन्य झड़पों और तनाव के बाद अब भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम का ऐलान हो चुका है। एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर एक बार फिर शांति दिखाई दे रही है। इस पूरे मामले में देशभर के राजनेताओं और दलों ने भारतीय सेना की कार्रवाई का समर्थन किया है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रणनीति की खुलकर तारीफ की है। इसी कड़ी में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने भी बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी का मकसद युद्ध नहीं बल्कि आतंकवाद को जड़ से खत्म करना है।
CM सैनी बोले – मोदी जी की सोच युद्ध नहीं शांति है
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी गुरुवार को विश्व शांति केंद्र में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीति युद्ध नहीं बल्कि आतंकवाद को समाप्त करना है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत न केवल शांति का प्रतीक है बल्कि अपनी ताकत का उदाहरण भी विश्व को देता है। उनके अनुसार भारत ने दुनिया को यह दिखा दिया है कि जरूरत पड़ने पर देश अपनी सुरक्षा के लिए हर कदम उठाने को तैयार है।
शहीद जवानों को दी श्रद्धांजलि
कार्यक्रम के दौरान सीएम सैनी ने ऑपरेशन सिंदूर में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी। यह ऑपरेशन पाकिस्तान के खिलाफ चलाया गया था जिसमें हमारे कई जवान देश की रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश आज जो मजबूती से आतंकवाद का मुकाबला कर रहा है उसका श्रेय प्रधानमंत्री मोदी की स्पष्ट सोच और मजबूत नेतृत्व को जाता है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि मोदी जी का ध्यान युद्ध में नहीं बल्कि उस जड़ पर है जहां से आतंकवाद जन्म लेता है और जब तक वो जड़ समाप्त नहीं होगी तब तक शांति अधूरी मानी जाएगी।
कैसे हुआ संघर्षविराम
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तानी आतंकवादियों ने 26 निर्दोष लोगों की हत्या कर दी थी। इस हमले के जवाब में भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में मौजूद आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाकर उन्हें नष्ट कर दिया। इसके बाद पाकिस्तान ने भारत पर मिसाइलों, ड्रोन और फाइटर जेट से हमला करने की कोशिश की लेकिन भारतीय वायुसेना की एयर डिफेंस प्रणाली ने पाकिस्तान की हर चाल को नाकाम कर दिया। इसके बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के 11 एयरबेस, एयर डिफेंस सिस्टम, कमांड सेंटर और रडार स्टेशनों को तबाह कर दिया। भारत की इस करारी कार्रवाई से पाकिस्तान घबरा गया और शांति की अपील करने लगा। इसी के चलते 10 मई को भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम हो गया।