now this big problem has arisen in Ukraine
सत्य खबर , नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध अब दसवें महीने में प्रवेश कर चुका है। बीते कुछ समय से यूक्रेन इस युद्ध में बढ़त बनाता हुआ दिख रहा था लेकिन अब एक बार फिर से रूस ने अपने शत्रु पर अपना वर्चस्व बढ़ाना शुरू कर दिया है। इसकी वजह यूक्रेन में पड़ रही भीषण सर्दी है। रूस ने हाल के समय में इस युद्ध में अपना तरीका बदला और उसने यूक्रेन के बुनियादी ढांचे पर प्रहार करना शुरू कर दिया है।now this big problem has arisen in Ukraine
देशभर में ब्लैकआउट की स्थिति यूक्रेन की राजधानी कीव सहित पूरे यूक्रेन में खून जमा देने वाली ठंड शुरू हो गई है। रूसी सैनिक वह हर कोशिश कर रहे हैं जिससे यूक्रेन ठंड से बचने के लिए हर आवश्यक चीजों से मरहूम हो जाए। इसके लिए रूसी सैनिक बिजली संयंत्रों पर हमले कर यूक्रेन के आम लोगों को ठंड में ठिठुरने के लिए मजबूर कर रहे हैं। रूसी सेना के हमलों से यूक्रेन में ऊर्जा संयंत्रों को भारी नुकसान हुआ है। देशभर में ब्लैकआउट की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
Also check these news links:
1 दिसंबर से बदलने जा रहे हैं यह नियम जो डालेंगे आप की जेब पर इतना असर
अनिल विज ने साधा कांग्रेस पर निशाना, कांग्रेस ने अपने अंदर रावण को छुपा कर रखा हुआ है
जल्द ही शादी के बंधन में बंधने वाले हैं यह दो बॉलीवुड स्टार
इन नालियों में बहता है सोना, 45 साल से नालियों से सोना निकाल रहे 100 परिवार जानिए कहां का है मामला
कीव में चार घंटे से अधिक बिजली मिलना मुश्किल कीव को बिजली आपूर्ति करने वाली कंपनी यास्नो के मुख्य परिचालन अधिकारी सर्गेई कोवलेंको ने कहा कि राजधानी की स्थिति में सुधार हुआ है लेकिन अभी भी काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। कोलवेंको ने संकेत दिया कि चार घंटे से अधिक बिजली सुविधा मिलना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि यदि किसी इलाके में चार घंटे बिजली नहीं मिल रही है, तो उन्हें इसके बारे में सूचित करें, सहकर्मी आपको यह पता लगाने में मदद करेंगे कि समस्या क्या है।now this big problem has arisen in Ukraine
रणनीति में बदलाव कर सकती है रूसी सेना यदि ठंड की बात की जाए तो रूस और यूक्रेन दोनों के हालत लगभग समान ही हैं। लेकिन रूस बेहतर स्थिति में इसलिए है क्योंकि यह युद्ध यूक्रेन की सीमा में हो रहा है। रूसी जनता चैन की नींद सो रही है मगर यूक्रेनी लोगों को ठंड में ठिठुड़ना पड़ रहा है। यही वजह है कि रूसी सेना ने फरवरी के आखिर में यूक्रेन के खिलाफ युद्ध छेड़ा था। यूक्रेन के दक्षिणी हिस्से में और काला सागर के तटीय इलाकों में बाकी जगहों की तुलना में कम ठंड पड़ती है। इसलिए ऐसी आशंका भी जताई जा रही है कि रूसी सेना इस ठंड में अपनी सैन्य रणनीति में बदलाव कर सकती है और यूक्रेन के दक्षिण हिस्से पर एक नया मोर्चा खोल सकती है।
Scrap aluminium dismantling Aluminium scrap resources Metal recovery and processing