सत्य ख़बर, दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को गुजरात के गांधीनगर में ‘डिजिटल इंडिया वीक 2022’ के शुभारंभ पर एक युवा लड़की की भावनात्मक कहानी साझा की. पीएम मोदी ने बताया कि कैसे आधार कार्ड की मदद से लड़की दो साल बाद अपने परिवार से मिल सकी.
मदरसों को बंद करने की उठ रही है मांग। केरल के राज्यपाल ने बताया कि सर तन से जुदा की दी जा रही तालीम
लड़की ने एक वीडियो में पीएम मोदी को घटना की याद दिलाई. वह रेलवे स्टेशन पर अपने परिवार से अलग हो गई थी, जब वे दूसरे शहर में एक रिश्तेदार के घर जा रहे थे. लड़की को एक अनजान शख्स ने कुछ दिनों के लिए सीतापुर के एक अनाथालय के लिए ले गया.
ऐसे परिवार से मिली लड़की
लड़की ने बताया, ‘मैं दो साल तक अनाथालय में रही. जब 12वीं की बोर्ड परीक्षा में शामिल होने का समय आया, तो कई लड़कियां अपने रिश्तेदार के घर वापस चली गईं. चूंकि मैं ऐसा नहीं कर सकी, इसलिए अनाथालय ने मुझे अपनी लखनऊ शाखा में स्थानांतरित कर दिया.”
यहीं पर अधिकारी आधार कार्ड जारी करने आए थे. गहन जांच के बाद अधिकारियों ने अनाथालय के अधिकारियों के साथ-साथ लड़की को भी सूचित किया कि उसके पास पहले से ही आधार कार्ड है. अनाथालय के अधिकारियों ने उसके आधार कार्ड के विवरण का इस्तेमाल करके उसके परिवार को खोजने में उसकी मदद की. यह उन कई घटनाओं में से एक थी जिसे पीएम मोदी ने गांधीनगर में कार्यक्रम के दौरान साझा किया था.
डिजिटल इंडिया की एक और घटना को साझा करते हुए उन्होंने कहा, “अब एक स्ट्रीट वेंडर भी उसी डिजिटल भुगतान प्रणाली का उपयोग करता है जिसका उपयोग एक मॉल का शोरूम करता है. मैंने एक वीडियो देखा जिसमें एक भिखारी डिजिटल भुगतान क्यूआर कोड का उपयोग कर रहा था. इस कार्यक्रम में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और राजीव चंद्रशेखर भी शामिल थे.
Scrap aluminum transportation Aluminium scrap processing technology Scrap metal certifications