सत्य खबर, गुरुग्राम, सतीश भारद्वाज ।
Police complicity in drug trade जहां नशे का कारोबार पूरे प्रदेश में दिनोंदिन अपनी जड़े जमाता जा रहा है। वही युवाओं में भी इसकी लत दिनों दिन बढ़ती जा रही है। हालांकि प्रदेश सरकार और पुलिस प्रशासन आए दिन नशे का कारोबार करने वालों पर शिकंजा कस रही है लेकिन फिर भी नशे का कारोबार करने वाले तस्करों का दिनोंदिन पुलिस की मिलीभगत से नशे का अवैध कारोबार दिनों दिन फल फूल रहा है। जिसे युवाओं को बिना किसी रोक-टोक के हर जगह पर नशे की खेप आसानी से पहुंच रही है। वही शहर में आम चर्चा है कि हर पान बीड़ी की दुकानों पर नशीली वस्तु खुलेआम पुलिस की मिलीभगत से बेची जा रही है।
वहीं पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार को निरीक्षक जितेन्द्र कुमार, प्रभारी अपराध शाखा मानेसर, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने आईएमटी मानेसर क्षेत्र के गांव खोसे 7 किलो गांजे के साथ 1 आरोपियों को पकड़ने में सफलता प्राप्त की है। जिसका नाम विरेन्द्र (उम्र 25 वर्ष) बताया गया है । जिसके खिलाफ पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट की सम्बन्धित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह गांजा अपने किसी जानकार से मंगवाता था और मुनाफा कमाने के लिए गाँजा का नशा करने वाले लोगों को बेचता है। गाँजा बेचने का काम आरोपी पिछले करीब 3 वर्षों से कर रहा है।
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बता दे कि निरीक्षक जितेंद्र कुमार जब थाना पालम विहार में तैनात थे तो निकटवर्ती नगर निगम के गांव मुल्लाहेड़ा में भी नशे का कारोबार बहुत ही फल फूल रहा था। जिसकी भी शिकायत काफी बार क्षेत्र के समाज सेवकों द्वारा थाना प्रभारी को की थी। लेकिन उनके द्वारा कोई कार्यवाही नशे से जुड़े कारोबारियों पर नहीं की थी। इससे यही अंदाजा लगाया जा सकता है कि पुलिस केवल छोटी मछलियों पर ही अपना शिकंजा कसती है। रसूखदार और नेताओं के संरक्षण में कर रहे अवैध कार्य करने वाले को रोकने में पुलिस विभाग भी विफल साबित हो रहा है। Police complicity in drug trade
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