‘Operation Sindoor’ के बाद तिरंगे की सियासत! कांग्रेस की ‘जय हिंद सभा’ से बदलेगा सत्ता का मूड?

पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत द्वारा चलाए गए ‘Operation Sindoor’ की सफलता के बाद जहां बीजेपी पूरे देश में तिरंगा यात्रा निकाल रही है वहीं कांग्रेस भी अब सेना के सम्मान में एक बड़ा कार्यक्रम करने जा रही है। कांग्रेस ने घोषणा की है कि वह अगले सप्ताह से 15 राज्यों में ‘जय हिंद सभा’ का आयोजन करेगी जो पूरे 10 दिनों तक चलेगी। इस आयोजन के माध्यम से कांग्रेस सेना के शौर्य को नमन करेगी और साथ ही सरकार से सुरक्षा पर सवाल भी पूछेगी।
सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाएगी कांग्रेस
कांग्रेस का कहना है कि वह इस सभा के जरिए न केवल सेना की बहादुरी को सलाम करेगी बल्कि सरकार की राष्ट्रीय सुरक्षा से निपटने की नीति पर भी सवाल उठाएगी। खासकर अमेरिका की इस मसले में कथित भूमिका और सरकार की इस पर चुप्पी कांग्रेस के निशाने पर है। कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में यह फैसला लिया गया कि 20 मई से 30 मई तक यह सभाएं बारमेर शिमला हल्द्वानी पटना जबलपुर पुणे गोवा बेंगलुरु कोच्चि गुवाहाटी कोलकाता हैदराबाद भुवनेश्वर और पठानकोट में की जाएंगी।
Indian National Congress will hold ‘Jai Hind Sabhas’ across India to salute the supreme valour and success of our Armed Forces.
We also must raise serious questions on security lapses, the Government’s handling of national security, and its silence on the concerning involvement…
— K C Venugopal (@kcvenugopalmp) May 15, 2025
सेना के नाम पर राजनीति करने का आरोप
कांग्रेस के नेताओं का आरोप है कि बीजेपी इस सैन्य कार्रवाई को अपने लिए एक ब्रांड बनाने की कोशिश कर रही है जबकि यह ऑपरेशन पूरी तरह से सेना और देश का है। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने सोशल मीडिया पर कहा कि इन सभाओं में पूर्व सैनिक पार्टी के नेता और आम लोग शामिल होंगे। यह कार्यक्रम सरकार के सुरक्षा प्रबंधन पर सवाल उठाने का एक मंच होगा जिसमें आम नागरिक भी अपनी आवाज़ जोड़ सकेंगे।
सुरक्षा चूक पर सरकार की जवाबदेही तय होनी चाहिए
कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में यह चिंता जताई गई कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले के पीछे साफ़ तौर पर खुफिया विफलता है। समिति ने कहा कि इतने तनावपूर्ण माहौल और लगातार मिल रही धमकियों के बावजूद आतंकी इतनी बड़ी वारदात करने में सफल हो गए। इससे सरकार की लापरवाही और तैयारी दोनों पर सवाल उठते हैं। अब तक किसी की जवाबदेही तय नहीं की गई है जो बेहद चिंताजनक है।
आतंकियों की गिरफ्तारी की मांग और भविष्य की तैयारी
सीडब्ल्यूसी ने मांग की है कि पहलगाम हमले के दोषियों को तुरंत गिरफ्तार कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही सरकार यह बताए कि इस तरह की चूक क्यों हुई और पहले से दी गई चेतावनियों के बावजूद सुरक्षा इंतजाम क्यों नहीं किए गए। कांग्रेस चाहती है कि यह मुद्दा सिर्फ राजनीति नहीं बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति ज़िम्मेदारी की भावना से उठाया जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।