Politics of water crisis in Delhi: दिल्ली की राजधानी में पानी की संकट बढ़ता जा रहा है, और इसी गर्मी के मौसम में दिल्लीवासियों को पानी के विसर्जन की समस्या से भी निपटना पड़ रहा है। कई स्थानों पर पानी की बहावट और लीकेज की समस्या से लोग परेशान हैं। इस मुद्दे पर राजनीति भी बड़े तेजी से हो रही है।
अब तक भाजपा ही अरविंद केजरीवाल सरकार को पानी की कमी के मुद्दे पर निशाना बनाती आ रही थी, लेकिन अब कांग्रेस भी इसमें शामिल हो गई है। विशेषत: लोकसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन करके लड़ी थी।
कांग्रेस का ‘मटका तोड़ो’ प्रदर्शन
कांग्रेस आज दिल्ली के कई स्थानों पर प्रदर्शन कर रही है। यहां पर कांग्रेस सीधे अरविंद केजरीवाल सरकार को पानी के अपव्यय और पानी की कमी के लिए दोषी ठहरा रही है। कांग्रेस ने शनिवार को दिल्ली के 280 ब्लॉकों में सड़कों पर मटके तोड़कर प्रदर्शन किया।
दिल्ली सरकार नाकाम रही पानी के लीकेज को रोकने में
कांग्रेस के साथ ही भाजपा भी अरविंद केजरीवाल सरकार के खिलाफ मुख-मुखा हो गई है। सृनीवासपुरी वार्ड के भाजपा परिषद राजपाल सिंह ने कहा कि दिल्ली में पानी की गंभीर कमी है और केजरीवाल सरकार पानी के लीकेज को रोकने में असफल साबित हो रही है।
सफेद जल सीवर में बह रहा है
दिल्ली के गोविंदपुरी क्षेत्र में लोग पानी के लिए बेताब हैं। यहां एक वीडियो में जल की अस्तव्यस्तता की दृश्य आई है। इसमें साफ और शुद्ध पानी दिखाई दे रहा है, जो पीने के लिए उपयुक्त है। सृनीवासपुरी वार्ड के कालकाजी के सराइजुलेना मल्टीलेवल पार्किंग के पास लाखों गैलन पानी सीवर में जा रहा है। दिल्ली सरकार के जल मंत्री इसे उपयोग में नहीं ला सक रहे हैं।
स्थानीय लोगों में गुस्सा फूटा है
जगह-जगह लोग पानी के अपव्यय के बारे में गुस्सा और चिंता जता रहे हैं। ओखला फेज 2, फेज 3 और सृनीवासपुरी में पीने के पानी की कमी है। गोविंदपुरी क्षेत्र में भी लोग पीने के पानी की तलाश में हैं। गीता कॉलोनी के स्थानीय निवासी ने कहा कि मीडिया में पानी की कमी का मुद्दा सामने आने के बाद, यहां प्रतिदिन दो पानी की टैंकर आते हैं। इससे लोगों को कुछ राहत मिल रही है।
बारापुल्ला में पानी का पाइपलाइन फटा
निजामुद्दीन इलाके में भी पानी की अपव्यय समस्या है। बारापुल्ला क्षेत्र में भी ऐसी ही स्थिति देखने को मिली। बारापुल्ला में फटे पाइपलाइन के कारण प्रतिदिन हजारों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है। लोग पानी की समस्या से परेशान हैं और प्रशासन को इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।