सत्य खबर, कैराना ।
Preparations for the fair in Kairana, UP bordering Haryana, fear of deteriorating atmosphere
पुलिस प्रशासन को गुमराह कर गलत तरीके से मेले का आयोजन कराए जाने से नगर का माहौल बिगड़ता सकता हैं। मुख्य मार्ग से ग्रामीण क्षेत्रों की सैकड़ो छात्राएं कॉलेज व कोचिंग के लिए गुजरती हैं। जहां पर छात्राओं के साथ कभी भी छेड़छाड़ जैसी घटनाएं घट सकती हैं। वहीं मेले की परमिशन को लेकर पुलिस प्रशासन अंजान हैं।
नगर के झाड़खेड़ी रोड पर कृषि भूमि पर खड़ी गोभी की फसल काटकर वहां पर मेले का सामान डालने का काम किया जा रहा हैं। बताया गया हैं कि यहां पर कमर्शियल मेले का आयोजन किया जाएगा। बताया गया हैं कि जिस जगह पर मेला लगाने का प्रयास किया जा रहा है। इस मार्ग से गांव बुच्चाखेड़ी, झाडखेड़ी तीतरवाडा, सहपत व डिंडुखेड़ा आदि गांवों की छात्राएं नगर के कॉलेज व स्कूलों में पढ़ाई करने के लिए प्रतिदिन आती जाती हैं। मेला लगने से यहां पर स सामाजिक तत्वों के द्वारा छात्राओं के साथ छेड़छाड़ जैसी घटनाएं होने की संभावना हैं। उधर एसडीएम स्वप्निल यादव का कहना हैं कि उन्हें मेला लगाएं जाने की परमिशन के बारे में अभी जानकारी नहीं हैं। अगर परमिशन दी जाएंगी तो मानकों का ध्यान रखकर ही परमिशन दी जाएंगी। पुलिस क्षेत्राधिकारी अमरदीप मौर्य का कहना हैं कि उन्हेंने मेला लगाएं जाने की परमिशन नहीं दी हैं। अगर परमिशन कराई गई हैं तो उसकी जांच की जाएंगी।
क्या प्रशासन की बिना अनुमति के डाला जा रहा सामान
झारखेड़ी रोड पर कृषि भूमि पर मेले का साजो सामान डाले जाने का कार्य दो दिन से जारी हैं। एसडीएम पुलिस क्षेत्राधिकार द्वारा बताया गया हैं कि मेले की परमिशन नहीं दी गई हैं। तो क्या मिला ठेकेदार द्वारा बिना परमिशन के ही उक्त भूमि पर मेला लगाए जाने का सामान डाला जा रहा हैं। अगर मेला लगाया गया तो इसकी जिम्मेदारी किसके ऊपर होंगी यह कहना बहुत मुश्किल हैं।
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कमर्शियल मेले की आड़ में की जाएंगी ठगी
कैराना। झाड़खेड़ी रोड पर लगने वाले कमर्शियल मेले की आड़ में जनता से ठगी की जाएंगी, क्योंकि उक्त मेला एक प्राइवेट ठेकेदार द्वारा लगाया जाएगा। जहां पर मेला लगने से या तो मिला ठेकेदार या फिर जमीन मालिक को फायदा होगा। इसके अलावा नगर की जनता की जेब पर इसका अधिक भार पड़ेगा और लोगों को महंगे दामों पर खाने पीने का सामान बेचकर लूट खसोट की जाएंगी।
प्रशासन की ओर से लगे मेला, राजस्व को पहुंचेगा फायदा
कैराना। अन्य नगरों व शहरों की तरह स्थानीय प्रशासन द्वारा नगर पालिका की ओर से ई टेंडरिंग के माध्यम से मेले का आयोजन कराया जाना चाहिए। इससे प्रशासन की ओर से लगने वाले मेले में मानकों का ध्यान रखा जाएगा। साथ ही मेले से होने वाली कमाई से राजस्व विभाग को भी फायदा पहुंचेगा।
भाकियू कार्यकर्ताओं ने की शिकायत
भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता साजिद, आरिफ, नवाब आदि ने एसडीएम स्वप्निल यादव को एक शिकायती पत्र सौंपा। जिसमें उन्होंने झाड़खेड़ी रोड पर प्राइवेट संपत्ति पर मेला न लगाए जाने की मांग की हैं। आरोप लगाया हैं कि मेले में लगने वाली दुकानों पर दो गुने रेट पर सामान बेचा जाता हैं। जिससे नगर के व्यापारियों को काफी नुकसान उठाना पड़ता हैं। उन्होंने मेले की परमिशन को निरस्त कराए जाने की मांग की हैं।
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