Punjab News: नगर निकाय चुनाव की तैयारियों में तेजी, सरकार ने विकास कार्यों को प्राथमिकता दी
Punjab News: पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय में पंजाब सरकार द्वारा दिया गया हलफनामा, जिसमें उसने कहा कि 25 नवंबर से पहले नगर निकाय चुनाव का नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाएगा, ने राजनीतिक पार्टियों के चुनावी गतिविधियों को तेज कर दिया है। यह स्पष्ट हो गया है कि अब सरकार नगर निकाय चुनाव में देरी नहीं करेगी, क्योंकि आम आदमी पार्टी (AAP) दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले इस चुनाव को समाप्त करना चाहती है। इस कारण यह माना जा रहा है कि सरकार दिसंबर माह में ही चुनाव प्रक्रिया पूरी कर लेगी।
चुनावी गतिविधियों में तेज़ी
इस फैसले के बाद, नगर निगमों और शहरों में विकास कार्यों को युद्ध स्तर पर तेज़ी से पूरा किया जा रहा है। नगर निगम और शहरों में सफाई, सड़कें, और अन्य मरम्मत कार्यों को प्राथमिकता दी जा रही है ताकि चुनाव से पहले सभी जरूरी कार्य पूरे किए जा सकें। सरकार ने नगर निगम आयुक्तों को निर्देश दिए हैं कि वे 1 दिसंबर तक सभी विकास और रखरखाव कार्यों को पूरा करें।
नोटिफिकेशन से पहले 25 नवंबर
पंजाब सरकार ने 25 नवंबर से पहले नगर निकाय चुनाव के नोटिफिकेशन जारी करने का निर्णय लिया है, लेकिन राजनीतिक दलों में इस बात को लेकर उत्सुकता है कि चुनावी कार्यक्रम क्या होगा। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि सरकार चार विधानसभा उपचुनावों के परिणाम का इंतजार कर रही है, जो 23 नवंबर को घोषित होने हैं। अगर इन चुनावों में आम आदमी पार्टी की जीत होती है तो नगर निगम चुनाव जल्द ही कराए जा सकते हैं, जबकि यदि परिणाम सरकार के खिलाफ जाते हैं तो चुनाव की तिथि जनवरी के पहले या दूसरे सप्ताह में बढ़ाई जा सकती है।
चुनावी दृष्टिकोण से कार्यों में सुधार
नगर निगम आयुक्त ने सभी विभागों के अधिकारियों को अगले 15 दिनों में अपने संबंधित विभागों के कार्यों को पूरा करने का निर्देश दिया है। नगर निगम आयुक्त गौतम जैन और उनकी पूरी टीम पिछले कुछ दिनों से शहर में विकास कार्यों का निरीक्षण कर रही है। सड़क निर्माण, सफाई व्यवस्था, स्ट्रीट लाइट की मरम्मत, और यूनियन विवादों का समाधान भी किया जा रहा है। सभी ये समस्याएं आगामी नगर निकाय चुनावों के मद्देनजर हल की जा रही हैं।
सबहाना अंडरपास की जांच
नगर निगम आयुक्त गौतम जैन ने गुरुवार को जलंधर नकोदर रेलवे सेक्शन पर बन रहे अंडरपास का निरीक्षण किया। यह कार्य काफी समय से रुका हुआ था, जिससे शहरवासियों को परेशानी हो रही थी। इस दौरान आम आदमी पार्टी की जलंधर कैंट विधानसभा क्षेत्र की प्रभारी राजविंदर कौर ठाकरे, पूर्व पार्षद मिंटू जुनेजा और अन्य नेता भी मौजूद थे। अंडरपास निर्माण में मुख्य समस्या सीवरेज सिस्टम से जुड़ी हुई थी। अंडरपास के इलाके से होकर मुख्य सीवरेज पाइपलाइन गुजरती है, और यह पाइपलाइन खुदाई के दौरान क्षतिग्रस्त हो गई थी। इस कारण अंडरपास में सीवरेज पानी भर जाता था और काम में रुकावट आ रही थी।
सीवरेज समस्या का समाधान
राजविंदर कौर ठाकरे और मिंटू जुनेजा ने नगर निगम आयुक्त के सामने लोगों की समस्याएं रखीं और सीवरेज के कारण निर्माण कार्य में आ रही बाधाओं को जल्द दूर करने की अपील की। नगर निगम आयुक्त ने ऑपरेशन और मेंटेनेंस विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इस समस्या का समाधान 15 दिनों के भीतर किया जाए। यह अंडरपास जलंधर नकोदर रेलवे लाइन पर सबहाना गांव में बन रहा है, जो कई इलाकों को शहर से जोड़ता है। अगर यह निर्माण कार्य पूरा नहीं होता है तो इसका असर नगर निगम चुनावों पर भी पड़ सकता है।
सड़क निर्माण कार्य का शुभारंभ
इसी दौरान, नगर निगम आयुक्त गौतम जैन, राजविंदर कौर ठाकरे, मिंटू जुनेजा, बलजीत पॉपी और अन्य नेताओं ने सबहाना पुलिस स्टेशन से लेकर अंडरपास तक सड़क निर्माण कार्य का शुभारंभ किया। यह सड़क निर्माण कार्य चुनावों से पहले किया जा रहा है ताकि चुनाव से पहले शहरवासियों को बेहतर सड़कों की सुविधा मिल सके।
नगर निगम चुनाव के लिए तैयारियाँ
पंजाब सरकार ने नगर निकाय चुनावों के लिए तैयारियां तेज़ कर दी हैं। 25 नवंबर से पहले नोटिफिकेशन जारी करने के बाद चुनावी गतिविधियाँ और भी तीव्र हो जाएंगी। राजनीतिक दलों में भी यह चिंता बनी हुई है कि चुनाव के परिणाम सरकार के पक्ष में होंगे या नहीं। आम आदमी पार्टी सरकार के पक्ष में चुनावी माहौल बनाने के लिए विकास कार्यों को पूरा करने में जुटी हुई है, जबकि विपक्षी दल भी अपने-अपने प्रत्याशियों को मैदान में उतारने की तैयारी कर रहे हैं।
पंजाब सरकार द्वारा 25 नवंबर तक नगर निकाय चुनाव का नोटिफिकेशन जारी करने के फैसले ने चुनावी गतिविधियों को गति दे दी है। सरकारी विभागों ने शहरों में विकास और रखरखाव कार्यों को युद्ध स्तर पर पूरा करने की दिशा में कदम बढ़ाए हैं। हालांकि, चुनावी परिणामों को लेकर राजनीतिक दलों में उत्सुकता बनी हुई है, और यह देखा जाएगा कि चुनावी परिणाम सरकार के पक्ष में आते हैं या नहीं। यदि परिणाम आम आदमी पार्टी के पक्ष में होते हैं तो चुनाव जल्द ही हो सकते हैं, लेकिन यदि परिणाम सरकार के खिलाफ आते हैं तो चुनावों में देरी हो सकती है।