भगवा त्रिशूल यात्रा ने लिया मनसा देवी, मूल स्थान मुल्लापुर, संकेत्री महादेव और चंडी देवी मंदिर का आशीर्वाद
सनातन धर्म और आध्यात्मिक जागरण का संदेश लेकर निकली भगवा त्रिशूल यात्रा 2025 अपनी भव्यता के साथ आगे बढ़ रही है। 9 मार्च की सुबह यह यात्रा मनसा देवी मंदिर पहुंची, जहां हज़ारों श्रद्धालुओं ने विशेष पूजा-अर्चना की।

सनातन धर्म और आध्यात्मिक जागरण का संदेश लेकर निकली भगवा त्रिशूल यात्रा 2025 अपनी भव्यता के साथ आगे बढ़ रही है। 9 मार्च की सुबह यह यात्रा मनसा देवी मंदिर पहुंची, जहां हज़ारों श्रद्धालुओं ने विशेष पूजा-अर्चना की।
इसके बाद यात्रा मूल स्थान मुल्लापुर, पंजाब पहुंची, जिसे माता मनसा देवी का मूल स्थान माना जाता है। यहां भी भक्तों ने पूरे श्रद्धाभाव के साथ माता के दर्शन किए और ढोल-नगाड़ों के साथ यात्रा का भव्य स्वागत किया।
इसके पश्चात यात्रा पंचकूला स्थित माता चंडी देवी मंदिर पहुंची। मान्यता है कि इसी देवी के नाम पर चंडीगढ़ शहर का नाम पड़ा। इस ऐतिहासिक स्थल पर भी भक्तों ने माता का आशीर्वाद लिया और यात्रा के प्रति अपनी आस्था व्यक्त की।
यात्रा के दौरान श्रद्धालु संकेत्री महादेव मंदिर भी पहुंचे, जहां विशेष जलाभिषेक किया गया। इस पावन स्थल पर भक्तों ने भगवान शिव की आराधना की और शिवभक्ति के जयघोष से वातावरण भक्तिमय हो उठा। पूरे मार्ग में श्रद्धालुओं ने ढोल-नगाड़ों और भव्य स्वागत द्वारों के साथ यात्रा का अभिनंदन किया। विभिन्न स्थानों पर भक्तों ने त्रिशूल यात्रा में स्थापित त्रिशूलों का विधिवत पूजन कर अपनी श्रद्धा प्रकट की।
चंडीगढ़ प्रेस क्लब में प्रेस कॉन्फ्रेंस
भगवा त्रिशूल यात्रा के चंडीगढ़ पहुंचने पर IMPC के राष्ट्रीय महामंत्री एवं AVPL इंटरनेशनल के चेयरमैन दीप सिहाग सिसाय और IMPC की राष्ट्रीय प्रवक्ता दामिनी वैशिष्ठ ने चंडीगढ़ प्रेस क्लब, सेक्टर 27 में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने यात्रा के उद्देश्यों, इसकी ऐतिहासिकता और सनातन संस्कृति के पुनर्जागरण के प्रयासों पर प्रकाश डाला।
भगवा त्रिशूल यात्रा का उद्देश्य
अंतर्राष्ट्रीय मंदिर प्रबंधक परिषद (IMPC) एवं भगवा ऐप द्वारा आयोजित यह यात्रा मंदिरों के आधुनिकीकरण, धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने और युवाओं को सनातन संस्कृति से जोड़ने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रही है। IMPC का लक्ष्य है कि भारत के प्राचीन मंदिरों की संरक्षा, धार्मिक स्थलों के पुनरुद्धार और आध्यात्मिक चेतना को जागृत करने के लिए समाज को संगठित किया जाए।
IMPC के राष्ट्रीय महामंत्री एवं AVPL इंटरनेशनल के चेयरमैन दीप सिहाग सिसाय ने कहा:
“भगवा त्रिशूल यात्रा केवल एक धार्मिक यात्रा नहीं, बल्कि यह सनातन धर्म के पुनर्जागरण और आध्यात्मिक जागरूकता का एक विराट अभियान है। आज के डिजिटल युग में हमें अपनी संस्कृति को बचाने और उसे अगली पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए आधुनिक तकनीक का सही उपयोग करना होगा। भगवा ऐप और अन्य डिजिटल माध्यमों के जरिए हम न केवल भारत में बल्कि विदेशों में बसे करोड़ों श्रद्धालुओं को भी इस अभियान से जोड़ रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा:
“सनातन संस्कृति की रक्षा और पुनर्स्थापना हम सभी का कर्तव्य है। यह यात्रा भारतवर्ष में आध्यात्मिक एकता और शक्ति का प्रतीक बन रही है, और हमें गर्व है कि लाखों भक्तगण इसमें अपनी आस्था प्रकट कर रहे हैं।”
यात्रा का अगला पड़ाव और समापन समारोह
भगवा त्रिशूल यात्रा अब हरियाणा के विभिन्न जिलों से होती हुई 25 मार्च को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में अपने महा समापन समारोह तक पहुंचेगी।
इस ऐतिहासिक आयोजन में प्रसिद्ध गायक कैलाश खेर अपनी मधुर वाणी में शिव भक्ति के भजनों से दिल्ली को शिवमय करेंगे।
यह कार्यक्रम धर्मगुरुओं, विद्वानों और हज़ारों श्रद्धालुओं की उपस्थिति में एक भव्य आध्यात्मिक आयोजन के रूप में संपन्न होगा, जहां आचार्य महामंडलेश्वर पूजनीय श्री कैलाशानंद गिरी जी महाराज भी पधारेंगे और भक्तों को आशीर्वाद प्रदान करेंगे।
हर हर महादेव! जय श्रीराम! 🚩